बीईएमएल ने कहा कि ये प्रोजेक्ट भारत की हाई-स्पीड रेल के लिए मील का पत्थर साबित होगी, जिसमें 280 किलोमीटर प्रति घंटे की टेस्टिंग स्पीड के साथ पहली स्वदेशी रूप से डिजाइन की गई मेड इन इंडिया ट्रेन सेट शामिल हैं।
Bullet Train in India : बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट में सभी 8 बुलेट ट्रेन स्टेशनों (वापी, बिलिमोरा, सूरत, भरूच, आनंद, वडोदरा, अहमदाबाद और साबरमती) की नींव का काम पूरा हो गया है।
Bullet Train in India : मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की लागत करीब 1.08 लाख करोड़ रुपये है। इसमें से 10 हजार करोड़ केंद्र सरकार खर्च करेगी। महाराष्ट्र और गुजरात सरकार 5 हजार करोड़ रुपये खर्च कर रही है। शेष रकम की फंडिंग जापान से लोन लेकर हो रही है, जिसका ब्याज 0.1 फीसदी है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी देते हुए बताया है कि स्टेशनों के निर्माण में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है और समुद्री सुरंग पर काम शुरू हो गया है। इसी सुरंग से ट्रेन ठाणे से मुंबई पहुंचेगी।
रेल मंत्री ने कहा कि बुलेट ट्रेन कॉरिडोर मुंबई, ठाणे, वापी, सूरत, वडोदरा, आनंद और अहमदाबाद जैसे बड़े आर्थिक केंद्रों को साथ लाने में अहम भूमिका निभाएगा। बुलेट ट्रेनें 320 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेंगी।
हाइपरलूप एक हाई-स्पीड ट्रेन है, जो एक ट्यूब में चलती है। ‘हाइपरलूप’ ट्रेन चुंबकीय तकनीक से लैस पॉड (ट्रैक) पर चलती है। हाईपरलूप तकनीक में खंभों के ऊपर (एलीवेटेड) ट्रांसपेरेंट ट्यूब बिछाई जाती है। इसी के चलते इसकी स्पीड 1000 से 1300 किमी प्रति घंटे तक होती है।
भारत की पहली मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना (एमएएचएसआर) या बुलेट ट्रेन, जिसकी अनुमानित लागत लगभग 1 लाख 8,000 करोड़ रुपये है।
मुंबई से अहमदाबाद के बीच कुल 508.17 किलोमीटर की रेल की पटरी में से 21 किलोमीटर भूमिगत रहेगी। भूमिगत सुरंग का एक प्रवेश बिंदु विखरोली में गोदरेज की जमीन पर पड़ता है।
भारत में अब जल्द बुलेट ट्रेन रफ्तार भरने जा रही है। जापान के सहयोग से तैयार किए जा रहे इस प्रोजेक्ट के ट्रायल के लिए डेट तय कर ली गई है।
प्रस्ताव के तहत Delhi-Varanasi bullet train के लिये गलियारा ग्रेटर नोएडा, आगरा, लखनऊ, प्रयागराज और वाराणसी से होकर गुजरना है।
नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) ने सोमवार को एक बयान में कहा कि पुल का निर्माण आणंद और साबरमती के बीच किया जाएगा।
ऐसी अटकलें थी कि ठाणे नगर निगम द्वारा बुलेट ट्रेन के लिये 3,849 वर्ग मीटर भूमि राष्ट्रीय तीव्र गति रेल कार्पोरेशन को नहीं देने के पीछे भी मेट्रो कार शेड को लेकर जारी खींचतान ही बड़ी रही है।
प्रस्तावित मुंबई-नागपुर तीव्र गति के रेल गलियारे के लिये सुदूर संवेदी प्रौद्योगिकी लाइट डिटेक्शन एंड रेंजिंग (लीडार) सर्वे शुक्रवार को शुरू हुआ।
पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट बुलट ट्रेन को झटका लग सकता है। नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) ने गुरुवार को कहा कि अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पीछे रह सकता है अगर महाराष्ट्र में अगले तीन महीने में जमीन का अधिग्रहण नहीं किया जाता है।
भारत स्थित जापानी दूतावास ने भारत के लिए तैयार की गई ई5 सीरीज शिनकान्सेन (जापान के बुलेट ट्रेन) की तस्वीरें जारी की हैं।
कंपनी ने हालांकि ठेके की कीमत नहीं बताई, लेकिन उसके द्वारा बताए गए वर्गीकरण ‘मेगा कॉन्ट्रैक्ट’ के अनुसार यह ठेका 7,000 करोड़ रुपये से अधिक का है।
एनएचएसआरसीएल एलएंडटी को परियोजना के तहत 237 किलोमीटर के वापी से वडोदरा के वायाडक्ट निर्माण का ठेका पहले ही दे चुकी है। इसमें चार ऊपरगामी रेलवे स्टेशन वापी, बिलमोरा, सूरत और भरूच एवं सूरत में ट्रेन डिपो का निर्माण शामिल है।
नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन ने 24 सितंबर को अहमदाबाद-मुंबई बुलेट रेल परियोजना के लिए करीब 1.08 लाख करोड़ रुपए की बोलियों को खोला था।
मैगलेव रेलगाड़ी प्रणाली में रेलगाड़ी पटरी पर दौड़ने की बजाये हवा में रहती है।
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन का किराया करीब 3000 रुपए होगा। नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) के एक अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
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