मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड ट्रेन कॉरीडोर अगले छह साल में बनकर तैयार होगा और इस ट्रेन का किराया हवाई जहाज के किराये से भी कम होगा।
भारत में बुलेट ट्रेन का सपना जल्द पूरा हो सकता है। इसकी झलक आज मथुरा और पलवल के बीच स्पेनिश डिब्बों से बनी टैल्गो ट्रेन के रफ्तार में देखने को मिली।
एस्सार स्टील ने रक्षा क्षेत्र में इस्तेमाल होने वाले उच्च प्रदर्शन वाले बुलेट प्रूफ इस्पात का विकास करने वाली पहली घरेलू कंपनी होने का दावा किया है।
भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व डिप्टी गवर्नर राकेश मोहन ने मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को बेकार तथा धन की बर्बादी करार दिया है।
दूसरी बुलेट ट्रेन दिल्ली-वाराणसी के बीच चलेगी। इसके बाद दिल्ली से वाराणसी की 782 किलोमीटर की दूरी महज दो घंटे 40 मिनट में यात्री तय कर सकेंगे।
टैल्गो का दूसरा ट्रायल इसी महीने मथुरा-पलवल रेलखंड पर किया जाएगा। ट्रायल लगभग एक महीने तक चलने की उम्मीद है। 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी।
बच्चे के लिए आपको गर्म दूध, चॉकलेट और बेबी फूड कैरी करने की जरूरत नहीं है। अब आप भारतीय रेलवे की जननी सेवा की मदद ले सकते है।
भारतीय रेलवे ने रविवार को स्पेन की तेज रफ्तार टैल्गो ट्रेनों का पहला ट्रायल रन उत्तर प्रदेश के बरेली-मुरादाबाद रेलखंड पर किया। 180 की रफ्तार से दौड़ी ट्रेन।
सुपर लग्जरी ट्रेन टैल्गो की कोचों का सफलतापूर्वक ट्रायल इज्जत नगर और भोजीपुरा स्टेशनों के बीच शनिवार को हुआ। स्पीड ट्रायल आज से शुरु होने जा रहा है।
देश में भले ही बुलेट ट्रेन का सपना पूरा होने में समय लगे, लेकिन सेमी बुलेट ट्रेन भारतीय पटरी पर दौड़ने को तैयार है। इसकी एसेंबलिंग शनिवार को पूरी हो गई।
देश में बुलेट ट्रेन का सपना जल्द पूरा हो सकता है। अरविंद पनगढि़या की अगुवाई वाला एक हाई लेवल डेलीगेशन आज टोक्यो में जापान के अधिकारियों से मुलाकात करेगा।
बुधवार को अमेरिका के नॉर्थ लास वेगास में हाइपरलूप वन का पहला सफल परीक्षण हुआ। हाइपरलूप 750 मील (1227 किलोमीटर) प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकेगी।
रेल मंत्रालय ने पहली बुलेट ट्रेन का किराया वातानुकूलित प्रथम श्रेणी के वर्तमान किराए से डेढ़ गुना ज्यादा रखने का प्रस्ताव दिया है।
टैल्गो द्वारा विनिर्मित नौ अत्याधुनिक रेल डिब्बे, जो कि अधिकतम 200 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से पटरी पर दौड़ सकते हैं, मुंबई पोर्ट पर पहुंच गए हैं।
मुंबई और अहमदाबाद के बीच चलने वाली देश की पहली बुलेट ट्रेन का सफर यात्रियों के लिए बहुत रोमांचकारी होगा। यह ट्रेन समुद्र के नीचे बनी सुरंग से गुजरेगी।
भारत की पहली बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट गवाने के बाद चीन देश के दूसरे मार्गों पर हाई-स्पीड रेलवे के निर्माण के अनुबंध को लेकर दक्षिण एशियाई देश को लुभा रहा है।
टेलगो मेक इन इंडिया के तहत देश में जल्द ही पहली मिनी बुलेट ट्रेन का ट्रायल करेगी। भारत की रेल पटरियों पर देश की पहली तेज ट्रेन का ट्रायल जून से शुरू होगा।
बुलेट ट्रेन शुरू करने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए रेलवे ने मुंबई-अहमदाबाद के बीच प्रोजेक्ट को जमीन पर उतारने के लिए एक विशेष कंपनी (एसपीवी) स्थापित की है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आर्थिक राजधानी मुंबई के बीच का रेल सफर सिर्फ 7 घंटे में पूरा होगा। हां, यह कोई सपना नहीं बल्कि हकीकत है।
रेलवे 120 आधुनिक एलएचबी कोच का निर्यात बांग्लादेश को करेगी, जिसकी लागत 367 करोड़ रुपए होगी और 40 कोच की पहली खेप मार्च में रवाना होगी।
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