वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि यह बजट पीएम गतिशक्ति मिशन के 7 इंजनों से संचालित होगा। ये 7 इंजन हैं सड़क, रेलवे, एयरपोर्ट, पत्तन, परिवहन, जलमार्ग, लॉजिस्टिक।
श में सभी नागरिकों को घर देने को लक्ष्य को पूरा करने के लिए सरकार का पूरा जोर है। बजट में देशभर में पीएम आवास योजना के तहत 80 लाख सस्ते घर बनाने का ऐलान किया है।
बजट में आम लोगों के लिए कर में किसी छूट का ऐलान नहीं किया गया है। आइए जानते हैं कि बजट में आम लोगों से जुड़ी कौन सी बड़ी घोषणाएं की गईं। जानिए बजट 2022 की प्रमुख घोषणााएं
सरकार ने ड्रोन टेक्नोलॉजी की मदद से फसलों का बेहतर प्लानिंग, जमीन का रिकॉर्ड समेत कई काम ड्रोन से कराने का फैसला किया है।
जानाकारों का कहना है कि बजट पेश होने के दौरान बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में 2022 23 का बजट पेश कर दिया है। वित्त मंत्री अपने बजट भाषण की बड़ी घोषणाएं पढ़ रही हैं।
लाइव प्रसारण इंडिया टीवी, दूरदर्शन, लोकसभा टीवी, संसद टीवी और यूनियन बजट के मोबाइल एप देख सकेंगे।
आर्थिक गतिविधियों में तेजी, वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में उछाल और माल ढुलाई की ऊंची लागत के कारण थोक कीमतों में 12 फीसदी से अधिक की तेजी देखी गई।
देश के जाने-माने अर्थशास्त्री अरुण कुमार ने इंडिया टीवी को बताया कि विनिवेश लक्ष्य चुकने से सरकार को वित्तीय चुनौती का सामना करना पड़ सकता है।
रिपोर्ट के अनुसार बीते कुछ वर्षों में भारत के दूरसंचार क्षेत्र में डेटा की भूमिका बहुत बढ़ गई है क्योंकि कड़ी प्रतिस्पर्धा से लागत कम हुई है
कोरोना संकट और अब महंगाई से आम आदमी पर दोतरफा मार पड़ी है।इस बाजट में आम आदमी के हाथ में खर्च के लिए अधिक पैसा पहुंचाने की कोशिश की जा सकती है।
समीक्षा में कहा गया कि इस क्षेत्र के लिए सरकार ने यह कदम ऐसे समय पर उठाया है जब वैश्विक अर्थव्यवस्था आपूर्ति श्रृंखलाओं की गंभीर बाधाओं के कारण सेमीकंडक्टर की भारी कमी का सामना कर रही है।
आर्थिक समीक्षा में उम्मीद जाहिर की गई है कि अर्थव्यवस्था चालू वित्त वर्ष के दौरान 9.2 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी, जो महामारी से पहले के स्तर के मुकाबले सुधार का संकेत है।
राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में कहा, सरकार के निरंतर प्रयासों से देश एक बार फिर दुनिया की सर्वाधिक तेजी से वृद्धि करने वाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक बन गया है।
कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम का कार्यकाल दिसंबर में समाप्त होने के बाद से पद रिक्त था, जिसके कारण 2021-22 का आर्थिक सर्वेक्षण इस वर्ष अपने एक-खंड के प्रारूप में आ सकता है।
बजट भाषण में सर्वाधिक शब्दः मनमोहन सिंह के 1991 में दिए गए बजट भाषण में कुल 18,650 शब्द थे।
डेलॉइट इंडिया के भागीदार गोकुल चौधरी ने कहा कि बजट से निम्न और मध्यम आय वर्ग के लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है जहां महंगाई के कारण खर्च करने योग्य आय पर असर पड़ा है।
इकोनॉमिक सर्वे रिपोर्ट में यह जानकारी भी दी जाती है कि मनी सप्लाई का ट्रेंड क्या है, इसके अलावा कृषि, औद्योगिक उत्पादन, बुनियादी ढांचा, रोजगार, निर्यात, आयात, विदेशी मुद्रा के मुद्दे पर अर्थव्यवस्था की वर्तमान हालत क्या है।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष शोध अजित मिश्रा ने कहा, यह सप्ताह न केवल शेयर बाजार के लिए, बल्कि व्यापक रूप से अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है।
बजट के इतिहास पर नजर डालें तो ऐसे काफी सारे तथ्य हमारे सामने आएंगे जो देश के बदलते आर्थिक हालात बतलाते हैं।
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