रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष-तकनीकी शोध अजित मिश्रा ने कहा कि इस सप्ताह निवेशकों की निगाह जीडीपी और विनिर्माण पीएमआई के आंकड़ों पर रहेगी।
शीर्ष 10 कंपनियों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले स्थान पर कायम रही। बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 630% अंक चढ़ा।
सबसे अधिक लाभ में आईसीआईसीआई बैंक, इन्फोसिस और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) रहीं। शीर्ष 10 कंपनियों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले स्थान पर कायम रही।
BSE Net Income: शेयर बाजार में पैसा लगाकर निवेशक तो मोटा पैसा कमा लेते हैं लेकिन उन्हें ये नहीं पता होता है कि क्या BSE को कुछ फायदा हो रहा है? इस बार कंपनी घाटे में है। उसने वजह भी बता दी है।
इस तरह सप्ताह के अंत में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने देश की सबसे मूल्यवान कंपनी के रूप में अपनी स्थिति बरकरार रखी। टीसीएस दूसरे स्थान पर है जबकि एचडीएफसी बैंक को तीसरा स्थान मिला है।
मंगलवार के कारोबार में BSE का 30 शेयरों वाला Sensex लगातार चौथे कारोबारी सत्र में लाभ में रहा और 374.76 अंक यानी 0.62 प्रतिशत की बढ़त के साथ 61,121.35 अंक पर बंद हुआ।
दिवाली से पहले शेयर बाजार में उत्सव का माहौल, लगातार छठवें दिन तेजी के साथ बंद हुए सेंसेक्स निफ्टी
सिलिकॉन रेंटल आईपीओ के तहत 10 रुपये अंकित मूल्य के 27.12 लाख शेयर जारी करेगी।
एशियाई बाजारों में सोल और तोक्यो में बढ़त थी, जबकि शंघाई और हांगकांग में गिरावट हुई। अमेरिकी बाजार सोमवार को गिरावट के साथ बंद हुए थे।
Stock Exchange: बीएसई में 5246 से अधिक कंपनियां रजिस्टर्ड हैं। इस लिहाज से ये दुनिया का सबसे बड़ा एक्सचेंज है।
सप्ताह के दौरान अंबुजा सीमेंट, हिंदुस्तान यूनिलीवर, इंडसइंड बैंक, Bank of Maharashtra, Alok Industries और विप्रो के तिमाही नतीजे भी आने हैं।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के उपाध्यक्ष (शोध) अजीत मिश्रा ने कहा, हमें उम्मीद है कि जून महीने के वायदा सौदों के पूरा होने के कारण इस सप्ताह भी अस्थिरता अधिक रहेगी।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने अपने बाजार मूल्यांकन में 74,534.87 करोड़ रुपये जोड़े, जो शुक्रवार को करीब 12,04,907.32 करोड़ रुपये था।
दर्जनों सरकारी कंपनियों के IPO ने निवेशकों को पैसा डुबोया है। एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले 12 वर्षों के दौरान बाजार निवेशकों को सरकारी कंपनियों (CPSE) के IPO से 4,000 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हुआ है ।
विश्लेषकों का कहना है कि बाजार में हाल में सुधार दिखा है, लेकिन यह अभी मजबूत नजर नहीं आ रहा है।
अगर आप भी शेयर बाजार में निवेश करते हैं और बीते कुछ महीनों की गिरावट से अपनी गाढ़ी कमाई गवां रहें हैं तो जल्द सचेत हो जाइए।
एफपीआई का हिस्सा घरेलू शेयरों में इस साल मार्च में 19.5 प्रतिशत तक गिरकर 619 अरब डॉलर रह गया, जो कोविड-पूर्व स्तर के करीब है।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 574.35 अंक यानी 1.02 प्रतिशत की बढ़त के साथ 57,037.50 अंक पर बंद हुआ।
बीएसई के आंकड़ों के मुताबिक 14 सालों में इसके निवेशकों की संख्या 10 गुना बढ़ी है।
सेबी ने जनवरी में सोने के शेयर बाजार के संचालन के लिए एक रूपरेखा पेश की थी। इसके तहत ईजीआर के रूप में पीली धातु का कारोबार किया जाएगा।
लेटेस्ट न्यूज़