लगातार 4 दिन तक भाव स्थिर रहने के बाद तेल कंपनियों ने मंगलवार को फिर से पेट्रोल की कीमतों में कटौती की है, हालांकि डीजल की कीमतों में बदलाव नहीं किया गया है। मंगलवार को दिल्ली, कोलकाता और चेन्नई में में पेट्रोल की कीमतों में 8 पैसे प्रति लीटर और दिल्ली में 12 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई है
16 दिन तक पेट्रोल और डीजल की कीमतों में एकतरफा तेजी के बाद आज बुधवार को पहली बार कटौती हुई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट के बाद तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतें घटाई हैं। हालांकि लगातार 16 दिन तक दाम जिस तरह से बढ़े हैं उसके सामने आज हुई कटौती नाम मात्र है। आज देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 60 पैसे और डीजल 56 पैसे सस्ता हुआ है।
ट्रोल-डीजल की मार्केट के जानकारों के मुताबिक हाल के दिनों में कच्चे तेल की कीमतों में जिस तरह से गिरावट आई है और रुपए में जो रिकवरी देखने को मिल रही है, उसे देखते हुए लग रहा है कि इस हफ्ते पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 3-5 प्रतिशत तक यानि 2-3 रुपए प्रति लीटर की कटौती हो सकती है
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई भारी गिरावट और मानसून के जल्द केरल पहुंचने की उम्मीद में हफ्ते के पहले कारोबारी दिन आज सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में मजबूती देखी जा रही है। शुरुआती कारोबार में ही बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 35000 के ऊपर पहुंच गया है, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 10650 के ऊपर कारोबार कर रहा है। फिलहाल सेंसेक्स 144.09 प्वाइंट की बढ़त के साथ 35068.99 और निफ्टी 45 प्वाइंट की मजबूती के साथ 10650 पर कारोबार कर रहा है
अगर पेट्रोल और डीजल का मौजूदा बढ़ा हुआ भाव आपके लिए परेशानी पैदा कर रहा है तो आपकी परेशानी आने वाले दिनों में और बढ़ने वाली है क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल का भाव 80 डॉलर के पार चला गया है जिससे तेल कंपनियों की लागत बढ़ेगी और वह इस लागत को ग्राहकों से वसूलने के लिए पेट्रोल और डीजल के दाम और बढ़ा सकती हैं।
देश में डीजल की कीमतें पहले ही रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गई हैं और गुरुवार को लगातार चौथे दिन दाम बढ़ने के बाद अब पेट्रोल भी रिकॉर्ड तोड़ने के करीब पहुंच गया है। तेल कंपनियों ने गुरुवार को एक बार फिर से पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाने की घोषणा कर दी है। तेल कंपनियों ने पेट्रोल के दाम में 22-23 पैसे और डीजल के दाम में 22-24 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी का ऐलान किया है
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार दूसरे दिन बढ़ोतरी दर्ज की गई है, करीब 20 दिन बाद सोमवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में पहली बार बढ़ोतरी की गई थी, लेकिन उसके बाद मंगलवार और आज बुधवार को फिर से दाम बढ़ा दिए गए हैं। इस बढ़ोतरी के बाद देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल का दाम 75 रुपए प्रति लीटर के पार हो गया है और डीजल का दाम नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है।
कर्नाटक चुनाव की वजह से देश में 2 हफ्ते से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में किसी तरह का बदलाव नहीं हुआ है लेकिन अब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम बढ़ने की वजह से ऑयल मार्केटिंग कंपनियों पर दाम बढ़ाने का दबाव बढ़ रहा है
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 75 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गए हैं जो नवंबर 2014 के बाद सबसे अधिक कीमत है। कच्चे तेल की कीमतों में आई इस तेजी की वजह से ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की लागत बढ़ेगी
घरेलू स्तर पर पेट्रोल और डीजल के और महंगा होने की आशंका भी बढ़ गई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव 75 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गया है, गुरुवार को ब्रेंट क्रूड के भाव ने 74.24 डॉलर प्रति बैरल का ऊपरी स्तर छुआ है जो 41 महीने में सबसे ज्यादा भाव है
सोमवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड की कीमतों में करीब 2.5 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है, अब इसका दाम घटकर 67.60 डॉलर प्रति बैरल के नीचे आ गया है, इसी तरह WTI क्रूड की कीमतों में सोमवार को करीब 3 प्रतिशत की गिरावट आई है
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का दाम ऊपरी स्तर पर बना हुआ है, इसके अलावा घरेलू स्तर पर रुपया भी डॉलर के मुकाबले रिकवर नहीं हो पाया है। इन दोनो वजहों से घरेलू ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की पेट्रोल और डीजल पर लागत बढ़ी है
Petrol Price: कच्चे तेल के दाम बढ़ते देख ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाना शुरू कर दिए हैं, देश के 4 महानगरों में पेट्रोल का दाम आज करीब डेढ़ महीने के ऊपरी स्तर पर है
Petrol and Diesel Price: अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल सस्ता होने की वजह से ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की लागत घटी है और वह घटी हुई लागत का लाभ ग्राहकों तक पहुंचाने के लिए पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती कर सकती हैं
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 30-31 महीने की ऊंचाई पर हैं जिस वजह से देश की ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की लागत बढ़ रही है और उन्हें पेट्रोल के दाम बढ़ाने पड़ रहे हैं
सबसे ज्यादा गिरावट हिंदुस्तान पेट्रोलियम के शेयर में देखने को मिली, इसके बाद इंफ्राटेल, भारत पेट्रोलियम, कोल इंडिया, यूपीएल और आयसर मोटर के शेयरों मे ज्यादा बिकवाली रही।
मंगलवार को ब्रेंट क्रूड की कीमतों ने 65.29 डॉलर प्रति बैरल का ऊपरी स्तर छुआ है जो जून 2015 के बाद सबसे अधिक यानि करीब 30 महीने में सबसे ज्यादा भाव है
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है जिस वजह से तेल कंपनियां घरेलू बाजार में पेट्रोल और डीजल के भाव बढ़ा सकती हैं
पिछले एक महीने में क्रूड 13 फीसदी तक सस्ता हो गया है। सस्ते क्रूड ऑयल से 1 महीने में मनाली पेट्रो, स्पाइसजेट के शेयर में 30% तक की तेजी आई है।
यूबीएस वेल्थ मैनेजमेंट ने दावा किया है कि अगले एक साल में कच्चा तेल 34 डॉलर से बढ़कर 55 डॉलर प्रति बैरल पहुंच जाएगा।
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