कैट के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि संगठन की अनुसंधान शाखा द्वारा 20 शहरों में किए गए एक हाल के सर्वेक्षण से पता चला है कि अब तक भारतीय व्यापारियों या आयातकों द्वारा चीनी निर्यातकों को दिवाली के सामान, पटाखों या अन्य वस्तुओं का कोई ऑर्डर नहीं दिया गया है।
सीएआईटी ने एक बयान में कहा है कि इस बहिष्कार के पहले चरण में सीएआईटी ने वस्तुओं की 500 से अधिक श्रेणियों को चुना है, जिनमें 3,000 से अधिक उत्पाद शामिल हैं,
खुदरा कारोबारियों के संगठन कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने रविवार को चीन के सामानों का बहिष्कार करने का आह्वान किया। संगठन ने चीन के सामानों पर 500 प्रतिशत तक सीमा शुल्क लगाने की सरकार से मांग भी की।
बाबा रामदेव ने अपने ट्विटर हेंडल पर लिखा ’’#मसूदअजहर समर्थक #China सहित जो भी देश और देश के अंदर लोग हैं उनका हमें राजनैतिक, सामाजिक. आर्थिक तौर पर बहिष्कार करना चाहिए, चीन तो विशुद्ध रूप से व्यवसायिक भाषा ही समझता है, आर्थिक बहिष्कार युद्ध से ज्यादा ताकतवर है।’’
भारत में चाइनीज प्रोडक्ट के खिलाफ हो रहे जोरदार विरोध के बीच चौंकाने वाली खबर सामने आई है। चीनी कंपनियां कीमतों में बढ़ोतरी करने की तैयारी में हैं।
1978 के बाद China में तेजी से आर्थिक सुधार India के मुकाबले ज्यादा प्रभावी साबित हुए और 2015 में चीनी, भारतीयों के मुकाबले 5 गुना अधिक अमीर हो गए।
चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स के अनुसार भारत के विनिर्माण क्षेत्र की तेज रफ्तार से निवेशक मोटा मुनाफा कमाएंगे और वहां से दूर रहना एक गलत फैसला होगा।
भारतीय मूर्तिकारों ने इस बार ड्रैगन का दम निकाल दिया है। दिवाली के लिए सजे बाजारों से चीन से आयातित देवी देवताओं की मूर्तियां यानी गॉड फिगर गायब हैं।
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