बॉन्ड एक फिक्स रिटर्न वाला इनकम सोर्स है। सरकारों के अलावा प्राइवेट कंपनियां भी बॉन्ड जारी करते हैं। जब सरकार या किसी प्राइवेट कंपनी को पैसों की जरूरत होती है तो वे बॉन्ड जारी करते हैं।
How to invest in bonds : लॉन्ग टर्म वैल्थ क्रिएशन के लिए एसेट अलोकेशन बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए फिक्स्ड इनकम इन्वेस्टमेंट निवेशक के पोर्टफोलियो का एक हिस्सा होना चाहिए।
Bonds 17,000 Crore: IIFCL बॉन्ड जारी कर 17 हजार करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में है। कंपनी इसे कई खेप में जारी करेगी। आइए कंपनी के पोर्टफोलियो पर एक नजर डालते हैं।
Bond Market in World: सरकार को जब पैसों की जरूरत होती है तब वह एक निश्चित ब्याज दर पर बॉन्ड जारी करती है। यह सेम नियम प्राइवेट कंपनियों पर भी लागू होता है। आज के आर्टिकल में हम यह जानेंगे कि लोन मार्केट में बॉन्ड ने अपनी जेम्सगिरी कैसे कायम की? इसकी शुरुआत कब हुई? आइए पन्ने पलटते हैं।
Fixed Deposit की ब्याज दरों में बढ़ोतरी होने के बाद से सुरक्षित और अच्छे रिटर्न की तलाश करने वाले निवेशकों के पास बैंक FD में निवेश करना एक बेहतर विकल्प बन गया है। हालांकि, बॉन्ड (Bond) में निवेश भी बेहतर रिटर्न के ऑप्शन के रूप में अपनी जरूरतों के आधार पर पूरा खरा उतरता है।
शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा, ‘‘कंपनी के निदेशक मंडल ने 2,000 करोड़ रुपये तक के गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर जारी कर कोष जुटाने की मंजूरी दे दी है।’’ यह राशि एक या अधिक किस्तों में जुटाई जाएगी।
रिजर्व बैंक 22 अक्टूबर 2020 को दस हजार करोड़ रुपये में राज्य विकास ऋण यानि एसडीएल की पहली बार खुले बाजार परिचालन के जरिये (ओएमओ) खरीद करेगा। नीलामी का परिणाम 22 अक्टूबर को ही घोषित कर दिया जायेगा।
मार्च अंत में पी-नोट्स के जरिए निवेश 15 साल के निचले स्तर पर पहुंच गया था
बॉन्ड 28 मई के बैंक के कार्यसमय खत्म होने के बाद से निवेश के लिए उपलब्ध नहीं होंगे
चुनावी चंदे में पारदर्शिता लाने और काले धन के दुरुपयोग को रोकने के लिए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज नए इलेक्टोरल बांड (चुनावी बांड) की रूपरेखा जारी की।
अधिक रिटर्न देने वाली चिटफंड कंपनियों के झासें से देश की जनता को बचाने के लिए मोदी सरकार एक नई योजना लाने जा रही है।
पूंजी जुटाने संबंधित गतिविधियों में इस साल तेजी देखने को मिली और समाप्त हो रहे वर्ष 2017 के दौरान भारतीय कंपनियों ने पूंजी बाजार से अनुमानित 8.5 लाख करोड़ रुपए की विशाल पूंजी जुटाई।
सोमवार से खुलने वाली सॉवरेन गोल्ड बांड (एसजीबी) श्रृंखला के लिए खरीद मूल्य 2,945 रुपए प्रति ग्राम तय किया गया है।
एफपीआई ने अप्रैल में भारतीय पूंजी बाजारों में 3.5 अरब डॉलर डाले। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड सरकारी बॉन्डों में एफपीआई के निवेश की सीमा बढ़ा दी है।
निवेश के लिहाज से सुरक्षित माने जाने वाले बॉन्ड और ऋण पत्रों में निवेश करने वाले म्यूचुअल फंडों में वित्त वर्ष 2016-17 के दौरान निवेश बढ़ा है।
घरेलू शेयर बाजार के प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स BSE-NSE और विदेशी मुद्रा, बांड, सर्राफा तथा तिलहन बाजार मंगलवार को रामनवमी के मौके पर दिनभर बंद रहेंगे।
कंपनियों ने मौजूदा वर्ष में अपने कारोबार के लिए पूंजी जरूरत के लिए बाजार सै पैसा जुटाने को तरजीह दी और लगभग 6.3 लाख करोड़ रुपए जुटाए।
आवास ऋण कंपनी एचडीएफसी विदेशी निवेशकों को रुपए वाले मसाला बांड जारी कर 500 करोड़ रुपए जुटाएगी।
रिजर्व बैंक द्वारा बांड बाजार में सुधार संबंधी किए गए महत्वपूर्ण निर्णयों से बैंकों में पूंजी और नकदी की चुनौतियों से निपटने में मदद मिलेगी।
Here is the list of 5 mistakes which people generally commit while filing income tax return. Keep a note of these so as to avoid any kind of penalty.
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