भारत की युवा आबादी क्रिप्टोकरेंसी में तेजी से निवेश कर रही है। बंपर रिटर्न की उम्मीद में क्रिप्टोकरेंसी के प्रति निवेशकों का आकर्षण बढ़ा है। हालांकि, अभी तक इसे भारत में मान्यता नहीं मिली है।
बुधवार को 1 बिटकॉइन की कीमत $1,00,000 के पार पहुंंच गई। पहली बार बिटकॉइन इस स्तर पर पहुंची है। अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की राष्ट्रपति पद की जीत के बाद बिटकॉइन की कीमत में लगातार तेजी आ रही है।
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार अभियान के दौरान चंदे के रूप में क्रिप्टोकरेंसी को भी स्वीकार किया। क्रिप्टो इंडस्ट्री के समर्थकों ने ट्रंप की जीत का स्वागत किया। उन्हें उम्मीद है कि वे विधायी और रेगुलेटरी बदलावों को आगे बढ़ाने में सक्षम होंगे, जिनकी वे लंबे समय से पैरवी कर रहे थे।
Bitcoin Price : Truth Social का संचालन करने वाला ट्रंप मीडिया एंड टेक्नोलॉजी ग्रुप क्रिप्टो ट्रेडिंग फर्म Bakkt के पूर्ण-स्टॉक अधिग्रहण के लिए बातचीत कर रहा है। Bakkt NYSE-owner इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज द्वारा समर्थित है।
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के बाद से दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी इस सप्ताह में सबसे अधिक आकर्षक मूवर्स में से एक बन गई है। बीते बुधवार को लाभ कम करने से पहले इसने 93,480 डॉलर का रिकॉर्ड लेवल छुआ।
Bitcoin के भाव में भी पिछले एक दिन में 6.43 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है और इसका मौजूदा भाव 87,415.81 डॉलर हो गया है। पिछले 7 दिनों की बात करें तो बिटकॉइन के भाव में 27 प्रतिशत का उछाल आया है।
Bitcoin makes new All Time High: बिटकॉइन की ओर से नया ऑल टाइम हाई बनाया गया है।बिटकॉइन में तेजी की वजह अमेरिकी में बिटकॉइन ईटीएफ में निवेशकों की ओर से बड़ी संख्या में निवेश करना है।
FTX इवेंट के बाद नवंबर 2022 में अपने निम्न स्तर से बिटकॉइन 200 फीसदी से अधिक बढ़ी है। बिटकॉइन ने पिछले सप्ताह $570 मिलियन का इनफ्लो देखा, जिससे सालाना इनफ्लो $5.6 बिलियन तक पहुंच गया।
Bitcoin की कीमतों में तेजी का ट्रेंड देखा जा रहा है। इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि तेजी का क्या वजह है और यह क्या आगे बनी रहेगी।
रिसर्च फर्म क्रिप्टोक्वांट ने पिछले महीने भविष्यवाणी की थी कि ईटीएफ मंजूरी के बाद बिटकॉइन 32,000 डॉलर तक गिर जाएगा। अमेरिकी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) ने पिछले हफ्ते कई स्पॉट बिटकॉइन ईटीएफ को मंजूरी दे दी और इस फैसले के साथ, दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी वैश्विक वित्तीय प्रणाली में शामिल हो गई।
आपको बता दें कि अमेरिकी नियामकों द्वारा बिटकॉइन एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) को अनुमति दी गई है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए दास ने कहा कि क्रिप्टो करेंसी के प्रति बैंक और उनका अपना विरोध नहीं बदलेगा।
क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों के लिए साल 2023 एक सुनहरा साल रहा है। तमाम उठा-पटक के बावजूद निवेशकों को इस साल बंपर रिटर्न मिला। अब निवेशक नए साल में और बेहतर रिटर्न की उम्मीद कर रहे हैं।
Bitcoin Coin Price: बिटकॉइन की कीमत में बंपर तेजी देखने को मिल रही है। 2023 में ये अब तक 140 प्रतिशत से ज्यादा का रिटर्न दे चुका है।
अगर आप क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करते हैं तो सावधान हो जाएं! क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों का घाटा लगातार बढ़ता जा रहा है। ऐसे में आप जितनी जल्द अपना निवेश निकाल लेगें उतने कम घाटे में रहेंगे।
दुनिया में अधिकांश देश अभी भी क्रिप्टोकरेंसी की वैधता के मुद्दे से जूझ रहे हैं और उस पर स्पष्टता आनी बाकी है। अमेरिका में सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) ने दो एक्सचेंजों-बाइनेंस और क्वोइनबेस पर बड़ी कार्रवाई की है।
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि निजी क्रिप्टोकरेंसी का मूल्यांकन 190 अरब अमेरिकी डॉलर से घटकर 140 अरब डॉलर रह गया है।
क्रिप्टोकरेंसी के जानकारों का कहना है कि मौजूदा समय में निवेशकों के पास इंतजार करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है। जब एक्सचेंज से निवेश निकालने की अनुमति होगी तभी निवेशक कुछ कर पाएंगे।
विशेषज्ञों का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसी में आगे भी गिरावट जारी रह सकती है। दुनियाभर के बाजारों में जिस तरह का माहौल है उसके देखते हुए हम यह सलाह देना चाहते हैं कि कोई भी नया निवेश बिटकॉइन में न करें।
RBI Digital Currency: हाल ही में भारत की केंद्रीय बैंक आरबीआई ने डिजिटल करेंसी की शुरुआत की है, जिसके बाद से इसकी चर्चा जोरों पर पूरे विश्व में हो रही है। ये 100 देश अब अपने यहां भी इसे लॉन्च करने की प्लानिंग कर रहे हैं।
दुनियाभर के निवेशकों को यह नुकसान साइबर फ्रॉड से हुआ है। हालांकि, कुल नुकसान दूसरी तिमाही से 36 प्रतिशत कम है।
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