Bitcoin makes new All Time High: बिटकॉइन की ओर से नया ऑल टाइम हाई बनाया गया है।बिटकॉइन में तेजी की वजह अमेरिकी में बिटकॉइन ईटीएफ में निवेशकों की ओर से बड़ी संख्या में निवेश करना है।
FTX इवेंट के बाद नवंबर 2022 में अपने निम्न स्तर से बिटकॉइन 200 फीसदी से अधिक बढ़ी है। बिटकॉइन ने पिछले सप्ताह $570 मिलियन का इनफ्लो देखा, जिससे सालाना इनफ्लो $5.6 बिलियन तक पहुंच गया।
Bitcoin की कीमतों में तेजी का ट्रेंड देखा जा रहा है। इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि तेजी का क्या वजह है और यह क्या आगे बनी रहेगी।
रिसर्च फर्म क्रिप्टोक्वांट ने पिछले महीने भविष्यवाणी की थी कि ईटीएफ मंजूरी के बाद बिटकॉइन 32,000 डॉलर तक गिर जाएगा। अमेरिकी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) ने पिछले हफ्ते कई स्पॉट बिटकॉइन ईटीएफ को मंजूरी दे दी और इस फैसले के साथ, दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी वैश्विक वित्तीय प्रणाली में शामिल हो गई।
आपको बता दें कि अमेरिकी नियामकों द्वारा बिटकॉइन एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) को अनुमति दी गई है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए दास ने कहा कि क्रिप्टो करेंसी के प्रति बैंक और उनका अपना विरोध नहीं बदलेगा।
क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों के लिए साल 2023 एक सुनहरा साल रहा है। तमाम उठा-पटक के बावजूद निवेशकों को इस साल बंपर रिटर्न मिला। अब निवेशक नए साल में और बेहतर रिटर्न की उम्मीद कर रहे हैं।
Bitcoin Coin Price: बिटकॉइन की कीमत में बंपर तेजी देखने को मिल रही है। 2023 में ये अब तक 140 प्रतिशत से ज्यादा का रिटर्न दे चुका है।
अगर आप क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करते हैं तो सावधान हो जाएं! क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों का घाटा लगातार बढ़ता जा रहा है। ऐसे में आप जितनी जल्द अपना निवेश निकाल लेगें उतने कम घाटे में रहेंगे।
दुनिया में अधिकांश देश अभी भी क्रिप्टोकरेंसी की वैधता के मुद्दे से जूझ रहे हैं और उस पर स्पष्टता आनी बाकी है। अमेरिका में सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) ने दो एक्सचेंजों-बाइनेंस और क्वोइनबेस पर बड़ी कार्रवाई की है।
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि निजी क्रिप्टोकरेंसी का मूल्यांकन 190 अरब अमेरिकी डॉलर से घटकर 140 अरब डॉलर रह गया है।
क्रिप्टोकरेंसी के जानकारों का कहना है कि मौजूदा समय में निवेशकों के पास इंतजार करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है। जब एक्सचेंज से निवेश निकालने की अनुमति होगी तभी निवेशक कुछ कर पाएंगे।
विशेषज्ञों का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसी में आगे भी गिरावट जारी रह सकती है। दुनियाभर के बाजारों में जिस तरह का माहौल है उसके देखते हुए हम यह सलाह देना चाहते हैं कि कोई भी नया निवेश बिटकॉइन में न करें।
RBI Digital Currency: हाल ही में भारत की केंद्रीय बैंक आरबीआई ने डिजिटल करेंसी की शुरुआत की है, जिसके बाद से इसकी चर्चा जोरों पर पूरे विश्व में हो रही है। ये 100 देश अब अपने यहां भी इसे लॉन्च करने की प्लानिंग कर रहे हैं।
दुनियाभर के निवेशकों को यह नुकसान साइबर फ्रॉड से हुआ है। हालांकि, कुल नुकसान दूसरी तिमाही से 36 प्रतिशत कम है।
आरबीआई ने कहा कि मुद्रास्फीति के दबाव और भू-राजनीतिक जोखिमों से निपटने की जरूरत होने के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था पुनरुद्धार की राह पर है।
धोखेबाज पहले नकली डोमेन बनाते हैं जो वैध क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का कॉपी होता है। इसी के जरिये वो फर्जीवाड़ा को अंजाम देते हैं।
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसी में भारी गिरावट की वजह वैश्विक बाजार में उतार-चढ़ाव और महंगाई है।
विश्लेषकों के मुताबिक, इस साल बिटकॉइन की कीमत गिर कर 14,000 डॉलर तक पहुंच सकती है।
बाजार के जानकारों का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दुनियाभर में अनिश्चितता बढ़ी है। इससे निवेशक डरे हुए हैं और वो बिकवाली कर रहे हैं।
क्रिप्टो को ‘फिएट करेंसी’ बनने की परीक्षा पास करनी अभी बाकी है। फिएट करेंसी सरकार द्वारा समर्थित मुद्रा है।
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