अधिकारियों ने बताया कि शुरुआती दौर में शहर के घरों से हर माह एक लाख किलोग्राम इस्तेमाल खाद्य तेल जमा होने का अनुमान है।
इंडियन ऑयल ने कहा कि तमिलनाडु सरकार ने वर्तमान में परिचालित तेल विपणन कंपनियों के अलावा अन्य किसी को भी बायो-डीजल बेचने की अनुमति नहीं दी है।
भारत पेट्रोलियम की कोच्चि स्थित रिफाइनरी ने अप्रैल 2015 में अब्राहम के बायो डीजल को गुणवत्ता प्रमाणपत्र दिया और तब से कॉलेज में एक वाहन इसी ईंधन से चल रहा है।
सरकारी स्वामित्व वाली तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम ने देश के 100 शहरों में इस्तेमाल हो चुके खाना पकाने के तेल से बने बॉयोडीजल को खरीदने के लिए शनिवार को एक कार्यक्रम की शुरुआत की। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने औपचारिक तौर पर इस कार्यक्रम की शुरुआत की।
मर्सिडीज बेंज ने भारत में अपनी कारों या अन्य वाहनों में जैव-डीजल का प्रयोग करने से मना कर दिया।
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