दुनिया भर की 14 कंपनियों से मिले लगभग एक करोड़ 20 लाख दस्तावेजों की पड़ताल से भारत सहित 91 देशों के सैकड़ों मशहूर लोगों के निवेश का खुलासा हुआ है।
बाजार नियामक सेबी ने बुधवार को बायोकॉन लि. और उसके द्वारा प्राधिकृत व्यक्ति पर बाजार नियमों का उल्लघंन करने के मामले में 14 लाख रुपये का जुर्माना लगा दिया।
जैव प्रौद्योगिकी कंपनी बायोकॉन ने सोमवार को कहा कि उसकी अनुषंगी इकाई ने ब्राजील में जेनेरिक दवाएं पेश करने के लिये वहां की लिब्स फार्मास्युटिका के साथ गठजोड़ किया है।
पीआईटी नियमों के तहत किसी भी कंपनी के प्रत्येक प्रवर्तक, कर्मचारी और निदेशक को खरीदे या बेचे गए शेयरों के बारे में दो कारोबारी दिवस के भीतर खुलासा करना होता है।
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के दौरान कंपनी का आरएंडडी खर्च 148 करोड़ रुपए रहा, जो पिछले साल की समान तिमाही में 104 करोड़ रुपए था।
शेयरचैट और हाल ही में लॉन्च किए गए शॉर्ट वीडियो प्लेटफॉर्म मौज, दोनों में जोरदार वृद्धि हासिल करने में कर्मचारियों की कड़ी मेहनत को मान्यता देने के लिए यह निर्णय लिया गया है।
जानकारी के मुताबिक कोरोना के लक्षण हल्के
बायोकॉन लिमिटेड की कार्यकारी अध्यक्ष ने एक साक्षात्कार में कहा कि वैक्सीन के बारे में सही अनुमान लगाना मुश्किल है।
वित्त वर्ष 2019-20 में कंपनी की आय 15 प्रतिशत बढ़कर 6,529 करोड़ रुपए रही, जबकि इस दौरान उसका शुद्ध लाभ चार प्रतिशत बढ़कर 760 करोड़ रुपए हो गया।
बायोकॉन की चेयरपर्सन ने कहा कि निजी लैब उधार पर कारोबार नहीं चला सकतीं
अमेरिकी एफडीए ने शुक्रवार रात उनकी बायोसिमिलर दवा ट्रैस्टिजमाब को अनुमति प्रदान कर दी है। इस दवा का व्यवसायिक नाम ओगिवरी है।
भारत में कारोबार आसान बनाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से की जा रही ईज ऑफ डूइंग बिजनेस जैसी कोशिशों पर देश की प्रमुख दवा निर्माता कंपनी ने सवाल उठाए हैं।
किरण मजूमदार शॉ ने जीवन रक्षक दवाओं पर कस्टम ड्यूटी छूट वापस लिए जाने की आलोचना की। मरीजों के लिए नुकसानदेह होगा दवाओं पर टैक्स छूट वापस लेना।
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