बाइक और कारों की बिक्री को भारत के ऑटोमोबाइल उद्योग का आधार माना जाता है। लेकिन महंगाई और घटती आय के चलते यहां बिक्री में गिरावट दर्ज की गई है।
देश में वाहन निर्माताओं की संस्था सियाम ने फरवरी के आंकड़े जारी किए हैं जिसमें साफ हो गया है कि स्कूटर और बाइक में किसी बिक्री ज्यादा होती है।
दोपहिया वाहन खरीदने वाले ग्राहकों को अब उच्च सुरक्षा वाली नंबर प्लेट (एचएसआरपी) और पंजीकरण प्रमाणपत्र (आरसी) भी नहीं मिल पा रही है। वे अपने वाहन का उपयोग भी नहीं कर पा रहे हैं।
बिक्री में गिरावट आने को लेकर अब राज्य सरकार भी उलझन में आ गई है। इस दौरान देश के अन्य राज्यों में बाइक बिक्री बढ़ी है।
Diwali: त्योहारी सीजन पूरे जोरों पर है, ऐसे में ऑटोमोबाइल डीलरों को देश भर में दिवाली से पहले कार और दोपहिया वाहनों की बिक्री में करीब 40 फीसदी की भारी बढ़ोतरी की उम्मीद है।
इस त्योहारी मौसम में करीब दो लाख यात्री वाहनों की खुदरा बिक्री होने की उम्मीद है। इस दौरान अभी तक करीब आठ लाख बुकिंग कराई गई हैं लेकिन आपूर्ति से जुड़ी चिंताओं के कारण खुदरा बिक्री का अनुपात उतना अधिक नहीं है।
भारतीय मध्यम वर्ग का रुझान अब तेजी से बदल रहा है। एक समय जहां आम भारतीय बाइक या स्कूटर खरीदने की ओर जाते थे
देश की जानी मानी टू-व्हीलर कंपनी बजाज ऑटो ने अपनी बाइक्स की कीमतों में इजाफा किया है। कंपनी ने पल्सर RS 200, V15, डिस्कवर 125 और प्लैटिना रेन्ज की कीमतों में थोड़ी बढ़ोतरी की है लेकिन बजाज डोमिनर की कीमतों में सबसे अधिक 2000 रुपए की बढ़ोतरी की है।
भारत में ऑटोमोबाइल क्षेत्र की दिग्गज कंपनियों हीरो मोटोकॉर्प, होंडा मोटरसाइकिल एवं स्कूटर्स और टीवीएस मोटर्स के बिक्री में उत्साहजनक वृद्धि दर्ज की है।
लेटेस्ट न्यूज़