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म्यूचुअल फंड एसआईपी में निवेश करते समय आपको इस बात का खास ध्यान रखना होगा कि म्यूचुअल फंड पर मिलने वाला रिटर्न कैपिटल गेन्स टैक्स के दायरे में आता है। यानी आपको म्यूचुअल फंड से जो रिटर्न मिलेगा, उस पर आपको कैपिटल गेन्स टैक्स का भुगतान भी करना होगा।
लिस्ट में फाइनेंशियल सर्विसेज से जुड़े ब्रांड का दबदबा है। इसमें कुल 17 ब्रांड ने ओवरऑल ब्रांड वैल्यू रैंकिंग में 28 प्रतिशत का योगदान दिया है। एचएफडीसी बैंक 38.3 अरब डॉलर की वैल्यूएशन के साथ दूसरे स्थान पर है।
एनटीपीसी, टाइटन, नेस्ले इंडिया, कोटक महिंद्रा बैंक के शेयरों में शानदार तेजी देखने को मिली। लेकिन आज कुछ ऐसी कंपनियां भी खास चर्चा में रहीं, जिनके शेयरों में 20-20 प्रतिशत का भारी-भरकम उछाल देखने को मिला।
जाने-माने साइबर एक्सपर्ट पवन दुग्गल ने इंडिया टीवी के साथ खास बातचीत करते हुए कहा कि आज टेक्नोलॉजी का दुरुपयोग एक अलग लेवल पर पहुंच गया है। पहले हम टेक्नोलॉजी के जरिए साइबर क्राइस होते हुए देखते थे।
मंगलवार, 17 सितंबर को कंपनी के शेयर 10 प्रतिशत (16.5 रुपये) के अपर सर्किट के साथ 181.50 रुपये के भाव पर बंद हुए थे। जिसके बाद बुधवार को कंपनी के शेयर 4.3 प्रतिशत (7.84 रुपये) की गिरावट के साथ 173.66 रुपये के भाव पर बंद हुए थे।
निर्मला सीतारमण ने कहा, "बैंक ऐसे डिजिटल सिस्टम नहीं रख सकते हैं जो कहीं भी हैक हो जाए और पूरे सिस्टम एवं उस पर आधारित भरोसा खतरे में पड़ जाए। इसके लिए आपको एक मजबूत सिस्टम चाहिए।''
एसएंडपी ग्लोबल की रिपोर्ट में कहा गया है कि मजबूत वृद्धि संभावनाओं और बेहतर रेगुलेशन के कारण शेयर बाजारों के गतिशील और प्रतिस्पर्धी बने रहने का अनुमान है। भारत के प्रमुख उभरते मार्केट इंडेक्स में शामिल होने के बाद से भारत सरकार के बॉन्ड में विदेशी निवेश में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
गुरुवार को सेंसेक्स की 30 में से 17 कंपनियों के शेयर हरे निशान में और 13 कंपनियों के शेयर लाल निशान में बंद हुए। जबकि निफ्टी 50 की 50 में से 30 कंपनियों के शेयर हरे निशान में और बाकी के 20 कंपनियों के शेयर लाल निशान में बंद हुए।
नवंबर के आसपास काटी जाने वाली खरीफ चावल की फसल भारत के कुल चावल उत्पादन का लगभग 70 प्रतिशत है। कुल चावल का रकबा 1.64 मिलियन हेक्टेयर बढ़कर 41 मिलियन हेक्टेयर हो गया है।
आर्थिक मामलों के सचिव ने कहा कि हमें यह देखना होगा कि (अमेरिकी ब्याज दरों का) स्तर कहां है। हमें यह देखना होगा कि अन्य अर्थव्यवस्थाओं के बाजार कैसे व्यवहार करते हैं।
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