10 साल पहले तक भारतीय ब्यूटी मार्केट में विदेशी कंपनियों का बोलबाल था। Maybelline, Revlon और Loreal जैसे ब्रैंड, जिनके बड़े बॉलीवुड सेलिब्रिटीज विज्ञापन करते थे, अधिकतर स्किन को गोरा करने के प्रोडक्ट्स बेच रहे थे।
रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय उपभोक्ताओं ने पिछले छह महीने के दौरान कॉस्मेटिक प्रोडक्ट पर औसतन 1,214 रुपये खर्च किए।
रिलायंस रिटेल ने ओमनीचैनल ब्यूटी रिटेल प्लेटफॉर्म टीरा को पेश करने की घोषणा की। टीरा ऐप और वेबसाइट के जरिये उपभोक्ताओं तक पहुंचेगा।
आज के टाइम में सुंदरता का मतलब सिर्फ शारीरिक सुंदरता नहीं होता है, बल्कि ये इससे कई बढ़कर है। रोजगार के बढ़ते मौकों के बीच देश के कई संस्थान इसके लिए युवाओं को तैयार कर रही है।
महिलाओं की यही सोच कॉस्मेटिक्स (Cosmetics) कंपनियों के लिए मुश्किल का सबब बनी हुई है। हालत यह है कि अमेरिका की मशहूर कंपनी रेवलॉन इंक दिवालिया होने जा रही है।
कोरोना वायरस महामारी की तीसरी लहर के कारण कई राज्यों में लगाए गए प्रतिबंधों से देश में जनवरी 2022 के दौरान खुदरा बिक्री प्रभावित हुई है
नवीन आनंद ने कोरोना वायरस को लेकर कंपनी द्वारा उठाए गए कदमों लेकर बताया कि कोरोना वायरस ने हमारे व्यवसाय पर काफी दबाव डाला है लेकिन हम अभी भी इस अवधि के दौरान लोगों की मदद करने में सक्षम हैं।
केन्द्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने देश भर में छापा मारकर चार करोड़ रुपये के अवैध सौंदर्य प्रसाधन जब्त किये।
उद्योग मंडल एसोचैम की एक रिपोर्ट के अनुसार 25 से 45 वर्ष के पुरुषों ने रूप सज्जा तथा सौंदर्य प्रसाधन पर खर्च के मामले में महिलाओं को पीछे छोड़ दिया है।
यूरोमोनीटर इंटरनेशनल की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में डिओडोरैंट का मार्केट 2011 से 2016 के बीच 177 प्रतिशत की तेज रफ्तार से बढ़ा है।
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