15.4 लाख करोड़ रुपए मूल्य के पुराने 500 और 1,000 रुपए के नोटों में करीब 90 फीसदी नोट जिनका मूल्य 14 लाख करोड़ रुपए है, बैंकों में जमा किए जा चुके हैं।
डॉलर के मुकाबले रुपए पर दबाव, अमेरिका में ब्याज दरों में बढ़ोतरी और कच्चे तेल की कीमतों में मजबूती से ब्याज दरों में कटौती की संभावना काफी कम है।
एक ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि देश के बैंकिंग सिस्टम को अगले तीन साल में 1.2 लाख करोड़ रुपए या 18 अरब डॉलर की अतिरिक्त पूंजी की जरूरत होगी।
SBI का अनुमान है कि नोटबंदी के बाद करीब 2.5 लाख करोड़ रुपए सिस्टम में वापस नहीं आएंगे। सरकार ने 8 नवंबर को 500-1000 रुपए के पुराने नोटों को बंद कर दिया है।
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