ऐसा लगता है कि रुपये में गिरावट और लागत नियंत्रण से मार्जिन बढ़ाने में मदद मिली है। कंपनियों ने मार्जिन बढ़ाने के लिए कुछ कदम उठाएं हैं। आईटी कंपनियों में नौकरी छोड़ने वाले कर्मचारियों में कमी आई है, जिससे कंपनियों को अपने संसाधन आवंटन की अच्छी योजना बनाने में मदद मिली है।
भारतीय पीएसयू बैंकों का यह दमदार प्रदर्शन निवेशकों की बढ़ती रुचि और बैंकों के मजबूत वित्तीय मेट्रिक्स को दर्शाता है।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज की एक रिपोर्ट के अनुसार, छह महीने तक शुद्ध खरीदार बने रहने के बाद सितंबर में विदेशी संस्थागत निवेशकों ने 2.3 अरब डॉलर की शुद्ध बिकवाली की। पिछले पांच आम चुनावों (1999-2019) के दौरान, चुनाव परिणामों की घोषणा से छह महीने पहले निफ्टी-50 में 10- 32 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी।
बैंकिंग शेयरों में पिछले एक घंटे से चल रही जबरदस्त खरीदारी से बाजार में तेजी देखने को मिल रही है और निफ्टी ने एक नया रिकॉर्ड बनाया है। निफ्टी ने आज 11,435.90 का स्तर छुआ है जो एक नया रिकॉर्ड है।
बीते कई सत्र से बैंकिंग शेयरों में जारी गिरावट अब थम गई है। बुधवार को सभी बैंकिंग शेयरों में निचले स्तर पर जोरदार खरीदारी देखने को मिली है।
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