बैंकों में अवकाश विशिष्ट क्षेत्र या राज्य के अनुसार अलग-अलग होते हैं। आरबीआई कैलेंडर के मुताबिक 4 रविवार और 2 शनिवार के अलावा बैंक पूरे देश में गैजेटेड अवकाश के दिन बंद रहते हैं।
बैंक में नौकरी पाना देश के लाखों युवाओं का सपना होता है। युवा लगातार बैंक में नौकरी के लिए पूरी महनत करते हैं।
हाल में कुछ रिपोर्ट आई हैं जिसमें पता चला है कि फ्रॉड करने वाले ओटीपी सिक्योरिटी में भी सेंध लगा रहे हैं।
एसबीआई की डोरस्टेप बैंकिंग की मदद से ग्राहक घर बैठे कैश जमा या पा सकेंगे। इसके साथ ही उन्हें कई अन्य सुविधाएं भी मिलेंगी। बैंक इसके लिए एक सेवा शुल्क लेगा
सार्वजनिक क्षेत्र के दो और बैंकों के निजीकरण के प्रस्ताव के विरोध में सरकारी बैंकों की हड़ताल का आज दूसरा दिन है।
सार्वजनिक क्षेत्र के दो और बैंकों के निजीकरण के प्रस्ताव के विरोध में सरकारी बैंकों की हड़ताल के पहले दिन बैंकिंग कामकाज प्रभावित हुआ। हड़ताल के चलते सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में नकदी निकासी, जमा, चेक समाशोधन और कारोबारी लेनदेन प्रभावित हुआ।
सरकारी स्वामित्व वाले देश की तीसरे सबसे बड़े बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा ने अपने बड़ौदा रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (बीआरएलएलआर) में कटौती का ऐलान किया है।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बैंकों से 30 सितंबर तक बाकी सभी शाखाओं में इमेज़ (छवि) आधारित चेक ट्रंकेशन (काट-छांट) प्रणाली (सीटीएस) को लागू करने को कहा है।
Bank Strike News: देश भर के सरकारी बैंकों में आज और कल कोई काम नहीं होगा। दरअसल सरकारी बैंकों के प्राइवेटाइजेशन के सरकार के फैसले के खिलाफ़ बैंक यूनियनों ने हड़ताल का ऐलान किया है।
देशभर में बैंकिंग सेवा सोमवार और मंगलवार को प्रभावित हो सकती है। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) ने निजीकरण के विरोध में देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है।
आंकड़ों के अनुसार 12 फरवरी, 2021 को समाप्त पखवाड़े में बैंकों का ऋण 6.58 प्रतिशत बढ़कर 107.04 लाख करोड़ रुपये और जमा 11.75 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 147.81 लाख करोड़ रुपये पर थी।
बैंकिंग फ्रॉड के खिलाफ अब भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) काफी काम कर रहा है। वहीं आरबीआई की तरह एसबीआई सहित विभिन्न बैंक देशभर के बैंक अपने ग्राहकों को बैंकिंग फ्रॉड को लेकर आगाह कर रहे हैं।
सरकारी बैंकों के निजीकरण के प्रस्ताव के खिलाफ यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) ने 15 मार्च से दो दिन की हड़ताल का आह्वान किया है। यूएफबीयू नौ बैंक यूनियनों का संयुक्त मंच है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंडल फिक्की द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुये उन्होंने कहा कि जब पूंजी अधिक पात्र कर्जदार को नहीं जाती है तो उस अवसर की एक लागत वहन करनी पड़ती है।
देश के प्रमुख बैंकों ने अपनी होम लोन दरों को घटाकर एक दशक के निचले स्तर पर ला दिया है। इनमें भारतीय स्टेट बैंक, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक शामिल हैं।
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (UFBU) ने 15 और 16 मार्च को बैंकिंग इंडस्ट्री में राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है।
पिछले सप्ताह हुई बैठक में क्यूआईपी के जरिये शेयर इश्यू कर पूंजी बाजार से 4,500 करोड़ रुपये जुआने को मंजूरी दी थी। बैंक ने कहा कि इश्यू में कुल सात खरीदारों को बैंक की पांच प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी का आवंटन किया गया।
अब सरकारी बैंकों ने भी अपनी ग्राहकोन्मुख सेवाओं के बल पर ग्राहकों को आकर्षित करना शुरू कर दिया है।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि लॉकर की सुरक्षा व संचालन में जरूरी सावधानी बरतना बैंकों का दायित्व है। बैंक अपनी जिम्मेदारी से हाथ नहीं झाड़ सकते।
मोदी सरकार ने 2021 में विनिवेश का लक्ष्य कुल 1.75 लाख करोड़ रुपये तय किया है। इसके लिए सरकार कंपनियों में हिस्सा बिक्री से लेकर निजीकरण तक की रणनीति पर काम कर रही।
लेटेस्ट न्यूज़