वेतन वृद्धि की मांग को लेकर बैंक कर्मियों की देश भर में शुक्रवार से शुरू हुई दो दिवसीय हड़ताल के पहले दिन यानी शुक्रवार को बड़े पैमाने पर बैंकिंग सेवाएं प्रभावित हुईं।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारी आज से दो दिन ही हड़ताल पर चले गए हैं। इस हड़ताल की वजह से सामान्य बैंकिंग कामकाज प्रभावित होने की संभावना जताई जा रही है।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारी शुक्रवार से दो दिन ही हड़ताल पर रहेंगे। इससे सामान्य बैंकिंग कामकाज प्रभावित हो सकता है। वेतन संशोधन को लेकर प्रबंधन के साथ बातचीत में सहमति नहीं बनने के बाद बैंक यूनियनों ने हड़ताल का आह्वान किया है।
यूएफबीयू वेतन में कम से कम 15 प्रतिशत वृद्धि की मांग कर रहा है, लेकिन आईबीए ने केवल 12.25 प्रतिशत वेतन वृद्धि पर सहमति जताई है।
ट्रेड यूनियनों की बुधवार को होने वाली राष्ट्रव्यापी हड़ताल के दौरान बैंक सेवायें प्रभावित हो सकतीं हैं। देश की दस केन्द्रीय मजदूर यूनियनों ने आठ जनवरी को हड़ताल का आह्वान किया है।
भारतीय बैंकिंग क्षेत्र की प्रमुख यूनियनों ने आठ जनवरी 2020 को केंद्रीय ट्रेड यूनियनों द्वारा आयोजित आम हड़ताल में भाग लेने का फैसला किया है।
आज देश में बैंकिंग सेवाएं व्यापक रूप से ठप रहेंगी। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के विलय और जमा राशि पर ब्याज दर घटने के विरोध में कुछ कर्मचारी यूनियनों ने आज हड़ताल का आह्वान किया है।
आज ही बैंक से जुड़े सारे काम निपटा लें वरना दिवाली से पहले आपको परेशानी हो सकती है। दरअसल, 22 अक्टूबर (मंगलवार) को बैंकों में हड़ताल रहने वाली है।
10 बैंकों के विलय के विरोध में 22 अक्टूबर को हड़ताल की घोषणा की गई है। अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ और भारतीय बैंक कर्मचारी परिसंघ की ओर से बुलाई गई हड़ताल को भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एटक) ने भी समर्थन दिया है।
सरकारी बैंक कर्मचारियों के 2 संगठनों ने अगले हफ्ते मंगलवार (22 अक्तूबर) को देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है, जिससे देशभर में बैंकिंग सेवाएं प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है।
बैंक अधिकारियों की चार यूनियनों ने सार्वजनिक क्षेत्र के दस बैंकों का एकीकरण कर चार बैंक बनाने की घोषणा के खिलाफ 26 सितंबर से दो दिन की हड़ताल पर जाने की घोषणा की थी।
बैंक यूनियनों ने बैंकों के एकीकरण की इस योजना के खिलाफ नवंबर के दूसरे सप्ताह से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की भी धमकी दी है।
सरकार ने दस राष्ट्रीयकृत बैंकों का विलय कर चार बड़े बैंक बनाने की घोषणा की है।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारी बुधवार को हड़ताल पर रहेंगे जिसके चलते कामकाज प्रभावित हो सकता है।
विजया बैंक ओर देना बैंक के बैंक आफ बड़ौदा में प्रस्तावित विलय के खिलाफ निजी क्षेत्र के बैंकों सहित विभिन्न बैंकों के करीब 10 लाख कर्मचारियों ने 26 दिसंबर को प्रस्तावित एक दिन की हड़ताल के आह्वान को वापस ले लिया है।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक अधिकारियों के एक संगठन ने 26 दिसंर को राष्ट्र व्यापी हड़ताल का आह्वान किया है।
अगर आपको भी पहली तारीख को सैलरी का इंतजार है या फिर अगले दो दिनों में बैंक में काम है, तो समझ लीजिए आप मुश्किल में हैं। क्योंकि 30 और 31 मई को देश के सभी सरकारी और निजी बैंकों में हड़ताल रहेगी।
वेतन में वृद्धि को लेकर बैंक कर्मचारियों ने 30 और 31 मई को दो दिवसीय हड़ताल का आह्वान किया है। इसका पश्चिम बंगाल में बैंक के कामकाज पर असर पड़ सकता है।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारियों ने वेतन बिल लागत में बढ़ोतरी को लेकर 30 मई से दो दिन की देशव्यापी हड़ताल की चेतावनी दी है। ये कर्मचारी इंडियन बैंक्स एसोसिएशन (आईबीए) द्वारा दो प्रतिशत की ‘मामूली’ वृद्धि का विरोध कर रहे हैं।
SBI के मुताबिक AIBEA और AIBOA के सदस्य उनकी कई शाखाओं में हैं, ऐसे जिन शाखाओं में इन बैंक एसोसिएशनों के सदस्य हैं वहां पर कामकाज और बैंक सेवा प्रभावित हो सकती है
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