आरबीआई ने पिछले साल प्रकाश में आए 6,100 करोड़ रुपए के विदेशी मुद्रा भुगतान घोटाले में बैंक ऑफ बड़ौदा पर पांच करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है।
बैंक ऑफ बड़ौदा (बॉब) की अशोक विहार शाखा से कथित रूप से 6,000 करोड़ रुपए बाहर भेजे जाने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दो लोगों को गिरफ्तार किया।
सुप्रीम कोर्ट ने आरबीआई को उन कंपनियों की लिस्ट सौपने का निर्देश दिया है, जिन पर 500 करोड़ रुपए से अधिक बैंक का कर्ज बकाया है और वे उसे नहीं चुका रही हैं।
बढ़ती एनपीए से बुरी तरह प्रभावित बैंक आफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया और आईडीबीआई बैंक समेत सरकारी बैंकों को अब तक का सबसे बड़ा घाटा हुआ है।
सीबीआई ने गुजरात स्थित एक कंपनी के डायरेक्टर्स और बैंक ऑफ बड़ौदा के तीन कर्मचारियों के खिलाफ धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश का मामला दर्ज किया है।
बैंक ऑफ बड़ौदा के जरिए गैरकानूनी तरीके से धन विदेश भेजने वाले रैकेट ने इस घोटाले में करोड़ों रूपए की अवैध कमाई की। एक डॉलर पर 1.35 रुपए वसूला गया।
6,000 करोड़ रुपए का काधालन विदेश भेजने के आरोपों का सामना कर रहे बैंक ऑफ बड़ौदा ने अपने बोर्ड डायरेक्टर्स व सीनियर मैनेजमेंट अधिकारियों को आईफोन बांटे हैं।
भारत का दूसरा सबसे बड़ा सार्वजनिक बैंक बैंक ऑफ बड़ौदा इस समय मुश्किल में है। बैंक पर गैरकानूनी ढंग से 6000 करोड़ रुपए कालाधन देश से बाहर भेजने का आरोप है।
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बैंक ऑफ बड़ौदा के बाद जांच का दायरा एचडीएफसी बैंक तक पहुंच गया है। इस मामले में एचडीएफसी के एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया गया है।
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