आईडीबीआई बैंक (IDBI Bank) ने कहा है कि जिन लोगों ने अब तक केवाईसी अपडेट नहीं कराया है, वे तुरंत करा लें, वरना बैकिंग सुविधाओं में दिक्कत आ सकती है।
SBI ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से एक अलर्ट भेजा है, जिसमें बैंक ने अपने ग्राहकों से कहा है कि किसी भी तरह के अनजाने लिंक को क्लिक न करें, साथ ही तुरंत लोन देने वाले फर्जी ऐप्स से दूर रहें।
बैंक क्रेडिट 3.2 प्रतिशत बढ़कर 107.05 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में बैंक क्रेडिट 2.7 प्रतिशत बढ़ा था। वहीं 27 मार्च, 2020 को समाप्त पखवाड़े में बैंकों के द्वारा बांटे गए कर्ज 103.72 लाख करोड़ रुपये रहा था।
आम लोगों को आमतौर पर कहीं भी अपना आधार कार्ड औन कार्ड नंबर शेयर करने से बचना चाहिए। इन दोनों नंबरों को भी एटीएम पिन की तरह ही किसी से भी शेयर नहीं करना चाहिए।
रिजर्व बैंक ने कहा कि परिसमापन के बाद जमा बीमा एवं कर्ज गारंटी निगम से जमाकर्ता पांच लाख रुपये तक का जमा पाने के पात्र होंगे।
आरबीआई ने कोविड-19 संकट के बीच लोगों को राहत देने के लिये कर्ज लौटाने को लेकर छह महीने की मोहलत दी जो अगस्त में समाप्त हो गई। बाद में कर्जदारों को राहत देने के लिये एक बारगी कर्ज पुनर्गठन की घोषणा की।
बैंक समूह में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का सकल एनपीए अनुपात सितंबर 2020 में 9.7 प्रतिशत था जो सितंबर 2021 में 16.2 प्रतिशत पर पहुंच सकता है। वहीं निजी क्षेत्र और विदेशी बैंकों का सकल एनपीए अनुपात 4.6 प्रतिशत और 2.5 प्रतिशत से बढ़कर क्रमश: 7.9 प्रतिशत और 5.4 प्रतिशत हो सकता है।
भारत का पूर्वी पड़ोसी देश बांग्लादेश इस साल 1.5 लाख मीट्रिक टन चावल हमारे देश से आयात करेगा।
बैंक ग्राहकों के साथ हुए ऑनलाइन फ्रॉड के मामले पर राष्ट्रीय ग्राहक आयोग की तरफ से बैंक खाताधारकों के लिए अच्छी और राहत पहुंचाने वाली खबर आई है।
जिस लाभार्थी ने अभी तक अपने बैंक खाते को आधार नंबर से लिंक नहीं करवाया है, तो उसको पीएम किसान सम्मान निधि योजना की सातवीं किस्त का पैसा नहीं मिलेगा।
व्हॉट्सएप बैंकिंग के जरिये ग्राहकों को काफी सुविधा मिलेगी और वे अपनी बैंकिंग जरूरतों को पूरा कर पाएंगे।
बीस दिसंबर, 2019 को समाप्त पखवाड़े में बैंकों का कर्ज 99.47 लाख करोड़ रुपये और जमा 130.09 लाख करोड़ रुपये थी। इस साल चार दिसंबर को समाप्त पखवाड़े में बैंकों का कर्ज 5.73 प्रतिशत बढ़कर 105.04 लाख करोड़ रुपये पर था।
1 जनवरी 2021 से साल ही नहीं बल्कि आपकी रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़ी कई सेवाओं के नियमों में भी बदलाव होने जा रहा है।
1 जनवरी 2021 से देश के बैंकिंग सिस्टम में होने जा रहे महत्वपूर्ण बदलाव के बारे में आपको जान लेना होगा।
रिपोर्ट के मुताबिक बैंकों का ग्रॉस एनपीए और नेट एनपीए बढ़कर क्रमश: 10.1-10.6 प्रतिशत और 3.1-3.2 प्रतिशत पर पहुंच जाएगा। सितंबर, 2020 तक ग्रॉस एनपीए 7.9 प्रतिशत और नेट एनपीए 2.2 प्रतिशत था। हालांकि मार्च, 2022 तक शुद्ध एनपीए घटकर 2.4-2.6 प्रतिशत रह जाएगा।
जनवरी, 2021 में बैंक कुल 14 दिन बंद रहेंगे। इनमें दूसरे व चौथे शनिवार के साथ 4 रविवार भी शामिल हैं। बैंक गणतंत्र दिवस यानी 26 जनवरी को भी बंद रहेंगे। यह जनवरी माह में पड़ने वाला अकेला राष्ट्रीय अवकाश है।
Bank Holidays in January 2021: जनवरी 2021 में बैंकों की छुट्टियों को देखते हुए आप सभी बैंक से संबंधित अपने काम समय से निपटा लेने की प्लानिंग अभी से कर लेने चाहिए ताकि किसी भी अंतिम मिनट की परेशानी से बचा जा सके।
अरबीआई ने कहा कि जिस तरीके से बैंक काम कर रहा था, अगर उसे उसी तरीके से परिचालन की अनुमति दी जाती तो जन हित पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता।
सीआईआई ने वित्त मंत्रालय के समक्ष प्रस्तुत अपने एक बजट पूर्व ज्ञापन में कहा है कि देश में एक नहीं अनेक बैड बैंक की जरूरत है। कोविड 19 महामारी और उसकी रोकथाम के लिए सार्वजनिक पाबंदियों को लागू किए जाने के बाद एनपीए की समस्या बढ़ी है।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक कर्ज मांग के समर्थन और नियामकीय जरूरतों को पूरा करने के लिये अगले तीन महीनों में इक्विटी शेयर और बांड के जरिये करीब 25,000 रुपये पूंजी जुटाने की योजना बना रहे हैं।
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