वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2008 से 2014 के बीच अंधाधुंध कर्ज देने वाले बैंकों पर अंकुश लगाने में नाकाम रहने को लेकर रिजर्व बैंक की आलोचना की है।
घोटाले से प्रभावित पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 7,700 करोड़ रुपए से अधिक फंसे कर्ज की वसूली की। यह आंकड़ा पूरे वित्त वर्ष 2017-18 में वसूली गयी राशि से अधिक है। यह बैंक की स्थिति पटरी पर आने का संकेत है।
देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने कहा कि आने वाले वर्ष बैंकों के लिए बहुत चुनौतीपूर्ण होंगे और बैंकों को डूबे कर्ज की समस्या से आगे बढ़कर धोखाधड़ी, साइबर सुरक्षा और कारोबारी प्रशासन जैसे अन्य दिक्कतों पर ध्यान देना चाहिए। बैंक ने 2017-18 की अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा कि परिचालन माहौल जटिल हो रहा है।
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल कल यानी 12 जून को संसद की एक स्थायी समिति के सामने हाजिर हो सकते हैं। इस सुनवाई में पटेल को नोटबंदी के बाद लौटी मुद्रा का आंकड़ा, पीएनबी घोटाला और बैंकों के बढ़ते फंसे कर्ज (NPA) जैसे मुद्दों पर कड़े सवालों का सामना करना पड़ सकता है।
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के वसूल नहीं हो रहे कर्जों के मामले देख रहे उप प्रबंध निदेशक (DMD) पल्लव महापात्रा ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक ने आईबीसी के तहत निपटान के लिए कर्जदारों की दो सूची भेजी है उसमें एसबीआई का अकेले का फंसा धन कुल मिलाकर लगभग 78000 करोड़ रुपए है।
अपनी खराब वित्तीय सेहत की वजह से रिजर्व बैंक की त्वरित सुधार कारवाई (पीसीए) के दायरे में आए सार्वजनिक क्षेत्र के 11 में से 9 बैंकों ने सरकार को अपनी दो साल की सुधार योजना सौंपी है।
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के बड़े कर्जदारों द्वारा जानबूझ कर नहीं चुकाए जाने वाले बड़े कर्जदारों की राशि अप्रैल अंत में बढ़कर 15,199.57 करोड़ रुपए हो गई।
बैंकों की दबाव वाली संपत्तियों (NPA) के मामले में जारी नए नियमों में रिजर्व बैंक (RBI) की तरफ से फिलहाल कोई राहत मिलती नहीं दिख रही है। यही वजह है कि बैंक लंबी अवधि के कर्ज, विशेषकर ढांचागत परियोजनाओं (इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजक्ट्स) के लिए दिए जाने वाले कर्ज को लेकर काफी सतर्कता बरत रहे हैं।
सरकार ने केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री को जोड़ने वाली चार धाम संपर्क मार्ग परियोजना के तहत एक सुरंग के निर्माण के प्रस्ताव को आज मंजूरी दे दी जिसकी लागत 1,384 करोड़ रुपए होगी।
स्टेट बैंक के अलावा पंजाब नेशनल बैंक ने भी 2016-17 में 9,205 करोड़ रुपये बट्टे खाते डाले हैं। इसके बाद बैंक ऑफ इंडिया ने 7,346 करोड़ रुपये, केनरा बैंक ने 5,545 करोड़ रुपये
28 बड़े एनपीए खातों की दूसरी लिस्ट में शामिल कंपनियों की निपटान समयसीमा समाप्त होने के बाद अब बैंक इनमें से 24 खातों को दिवाला प्रक्रिया के तहत एनसीएलटी के पास भेजने की तैयारी में हैं।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के अंत तक बढ़कर 7.34 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गई। इसका अधिकांश हिस्सा कॉरपोरेट डिफॉल्टरों के कारण बढ़ा है।
SBI का चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में द्ध मुनाफा 38% घटा है। यह गिरावट तनावग्रस्त ऋण (एनपीए) के निपटान हेतु अधिक प्रावधान करने की वजह से आई है।
यूको बैंक को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में एनपीए के लिए पूंजी का ऊंचा प्रावधान करने के कारण 622.56 करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है।
पंजाब नेशनल बैंक, जो संपत्ति के लिहाज से देश का चौथा सबसे बड़ा बैंक है, को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 561 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ है।
देश के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक ICICI बैंक का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 30 प्रतिशत गिरकर 2,071.38 करोड़ रुपए रह गया।
कोटक महिंद्रा बैंक का दूसरी तिमाही में शुद्ध लाभ 19.81 प्रतिशत बढ़कर 1,440.68 करोड़ रुपए रहा जो पिछले साल की समान तिमाही में 1,202.4 करोड़ रुपए था।
यात्री जल्द ही खाने पर अपना फीडबैक टैबलेट के जरिये ऑनलाइन दे सकेंगे। वे खाना खाने के तुरंत बाद ही बता सकेंगे कि खाना अच्छा, बुरा या खराब था।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई) ने चालू वित्त वर्ष की जून में समाप्त पहली तिमाही में 87.71 करोड़ रुपए का एकल शुद्ध लाभ कमाया है।
कॉरपोरेट सेक्टर के बैड लोन को वसूलने के लिए बैंकों के प्रयासों को मजबूती देते हुए गुजरात हाईकोर्ट ने एस्सार स्टील की RBI के खिलाफ दायर याचिका खारिज कर दी है
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