Indian aircraft industry Revolution: भारत 21वीं सदी में दुनियाभर में सबसे तेजी से विकास करने वाले उन देशों में से एक है, जो एविएशन सेक्टर में भी अच्छा काम कर रहा है। सीएपीए ने कहा है कि भारत 21वीं सदी के वैश्विक विमानन बाजार के तौर पर अपना स्थान हासिल कर सकता है।
उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बीटा टेक्नोलॉजीज से भारतीय बाजार में एवटोल की संभावनाओं को तलाशने के लिए कहा है।
एसटीआईसी ट्रैवल ग्रुप और कन्फेडरेशन ऑफ टुरिज्म प्रफेशनल्स के अध्यक्ष,सुभाष गोयल ने इंडिया टीवी को बताया कि सकार के कुल टैक्स कलेक्शन में ट्रैवल और हॉस्पिटैलिटी का योगदान करीब 10% है।
राकेश झुनझुनवाला 260.7 करोड़ रुपये के निवेश के साथ एक नई लो-कॉस्ट एयरलाइन वेंचर की शुरुआत करने जा रहे हैं। नई एयरलाइन में झुनझुनवाला की 40 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी।
सितंबर 2021 में, उड़ानों का औसत दैनिक प्रस्थान लगभग 2,100 था, जो सितंबर, 2020 में लगभग 1,321 का था। सितंबर में लगभग 61,100 उड़ानें संचालित हुईं
जर्मनी का लुफ्थांसा समूह स्विस, लुफ्थांसा और ऑस्ट्रियन एयरलाइंस सहित विभिन्न यूरोपीय एयरलाइन ब्रांड के साथ विमानन सेवाएं प्रदान करता है।
एटीएफ के महंगा होने से सीधा असर हवाई यात्रा के टिकटों पर देखने को मिलेगा। एयरलाइन की टोटल कॉस्ट में एटीएफ की हिस्सेदारी 35 से 50 प्रतिशत के बीच होती है।
सरकार की कोशिश है कि भारत में ड्रोन बनाने वाली कंपनियां का कारोबार आने वाले तीन वर्षों में 900 करोड़ रुपये तक पहुंच जाए।
पिछले साल मार्च में जीएसटी परिषद ने एमआरओ सेवाओं पर जीएसटी को 18 प्रतिशत से घटाकर पांच प्रतिशत करने का फैसला किया था।
एएआई ने देश में विमान यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुये अगले चार से पांच साल में 20,000 करोड़ रुपये की लागत से हवाईअड्डों का विकास एवं विस्तार करने की पहल की है
इस साल जून में घरेलू यात्री यातयात करीब 29-30 लाख रहा। जबकि मई में यह करीब 19.8 लाख था।
केंद्र सरकार ने आपातकालीन रिण सुविधा गारंटी योजना (ईसीएलजीएस) का दायरे बढ़ाते हुए रविवार को नागरिक उड्डयन क्षेत्र को भी इसमें शामिल कर दिया।
बोइंग का अनुमान है कि भारत के नागरिक उड्डयन उद्योग को आने वाले 20 साल के दौरान लगभग 90,000 नए पायलट, तकनीशियन और केबिन क्रू कर्मियों की आवश्यकता होगी
उड़ान 4.1 के तहत छोटे हवाईअड्डों को जोड़ने के साथ विशेष हेलिकॉप्टर और सीप्लेन मार्गों पर ध्यान दिया जाएगा। इसके अलावा बंदरगाह, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय के साथ विचार-विमर्श में सागरमाला सीप्लेन सेवाओं के तहत कुछ नए मार्गों का भी प्रस्ताव किया गया है।
आरसीएस के तहत एयर कनेक्टिविटी प्रदान की जा रही है, इसलिए राज्य सरकार एयरलाइन को कई तरह की सहायता देगी। इनमें फंडिंग, मुफ्त बिजली, एटीएफ पर छूट और एयरपोर्ट पर अन्य सेवाएं शामिल हैं
कोरोना के नए मामलों की संख्या में गिरावट और वैक्सीन को लेकर ऐलान के बाद अब एयरलाइंस एक बार फिर से उड़ान भरने की कोशिश में हैं। मांग को बढ़ाने के लिए कम कीमत में टिकटों को ऑफर कर रही हैं। इस कड़ी में स्पाइसजेट के बाद अब इंडिगो ने सस्ते टिकट का ऑफर पेश किया है।
अक्टूबर में सार्वजनिक क्षेत्र की विमानन कंपनी एयर इंडिया ने 4.94 लाख यात्रियों को यात्रा कराई। बाजार हिस्सेदारी के लिहाज से सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के यात्रियों की संख्या 29.7 लाख रही। स्पाइसजेट के यात्रियों की संख्या 7.04 लाख और गोएयर की 3.95 लाख रही।
एयरएशिया समूह ने कहा कि वह सस्ती सेवाएं देने वाली एयरएशिया इंडिया में अपने निवेश की समीक्षा कर रहा है, क्योंकि इसमें उसका ‘नकद धन डूबता जा रहा है’ और इससे उस पर वित्तीय बोझ बढ़ता जा रहा है।
अक्टूबर के महीने में उड़ानों की संख्या में भी बढ़ोत्तरी देखी गयी है। उड़ान दोबारा शुरू होने के पहले दिन 416 उड़ानें संचालित हुईं जो 26 अक्टूबर को 156वें दिन 1,749 हो गयीं। अक्टूबर में प्रतिदिन औसत 1,574 उड़ानों का संचालन हुआ।
नागरिक उड्डयन मंत्री ने बताया कि एयरलाइन कंपनियों में कर्मचारियों की संख्या 31 मार्च तक 74,887 थी, जो 31 जुलाई तक घटकर 69,589 रह गई थी।
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