भारत के वाहन उद्योग के विकास की कहानी जल्द 'ढह' सकती है। टाटा मोटर्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक गुंटेर बुश्चेक ने गुरुवार को वाहन विनिर्माताओं के संगठन सियाम के सालाना सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही।
घरेलू क्षेत्र की प्रमुख वाहन कंपनी टाटा मोटर्स के यात्री वाहनों की घरेलू बिक्री अगस्त में 58 प्रतिशत तक लुढ़क गई।
यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया (यूबीआई) और इलाहाबाद बैंक ने ग्राहकों को नीतिगत दरों में कटौती का लाभ देने के लिए अपने कुछ ऋण उत्पादों को रेपो दर से जोड़ने का फैसला किया है। बैंक अधिकारियों ने शुक्रवार को यह बात कही।
मारुति सुजुकी इंडिया के चेयरमैन आर सी भार्गव ने मंगलवार को कहा कि यदि राज्य सरकारें विनिर्माण क्षेत्र को आगे बढ़ाने में अपनी भूमिका को सही तरीके से नहीं निभातीं हैं तो नरेंद्र मोदी सरकार का अगले पांच साल में अर्थव्यवस्था को 5,000 अरब डॉलर पर पहुंचाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य पटरी से उतर सकता है।
देश की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक (विपणन एवं बिक्री) शशांक श्रीवास्तव ने कहा कि त्योहारी मौसम में वाहन उद्योग की स्थिति में सुधार आने की उम्मीद है।
केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल वाहनों की जगह इलेक्ट्रिक वाहन चलाने की कोई समय-सीमा तय नहीं की है। एक सरकारी अधिकारी ने बुधवार को इस आशय का बयान दिया। यह बयान ऐसे समय काफी महत्वपूर्ण है जब नीति आयोग ने जून में दोपहिया और तिपहिया वाहन बनाने वाली कंपनियों को 2025 की समयसीमा को ध्यान में रखते हुए परम्परागत वाहनों की जगह बैटरी चालित वाहनों को अपनाने के ठोस उपाय कदमों के बारे में दो सप्ताह के भीतर सुझाव देने को कहा था।
मारुति सुजुकी इंडिया ने अपने नए बहुउद्देश्यीय वाहन (एमपीवी) एक्सएल 6 को बुधवार को पेश किया। शोरूम में इसकी कीमत 9.79 लाख से 11.46 लाख रुपये के बीच है। यह छह सीटर गाड़ी है। मारुति एक्सएल 6 में 1.5 लीटर पेट्रोल इंजन के साथ स्मार्ट हाइब्रिड प्रणाली दी गई है।
सरकारी स्वामित्व वाले ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (ओबीसी) ने मंगलवार को कहा कि ग्राहक अब रेपो दर आधारित ब्याज यानी आरएलएलआर पर आवास एवं वाहन ऋण प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि आवास ऋण 8.35 प्रतिशत से जबकि वाहन ऋण 8.70 प्रतिशत से शुरू हो रहे हैं।
देश के सबसे बड़े ऑनलाइन लेंडिंग प्लेटफॉर्म को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवंबर 2018 में लॉन्च किया था। इसका उद्देश्य एमएसएमई के लिए ऋण और बैंकिंग को पारदर्शी और बाधा रहित बनाना है।
कार बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने विद्युत-वाहनों के साथ ही हाइब्रिड और सीएनजी कारों के लिये भी कर में छूट देने की मांग की है। कंपनी का कहना है कि इससे देश में आवागमन की कम प्रदूषणकारी प्रणालियों को बढ़ावा मिलेगा।
वाहन उद्योग में जारी संकट के बीच क्षेत्र की अग्रणी कंपनी अशोक लीलैंड ने कार्यकारी स्तर के कर्मचारियों के लिये कंपनी से अलग होने की योजना की घोषणा की है। कंपनी ने यह योजना ऐसे समय पेश की है जब पहले से ही उसके कर्मचारी बोनस बढ़ाने को लेकर शुक्रवार से हड़ताल पर हैं।
बाजार की मौजूदा स्थिति देखते हुए भारत की दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता, ह्युंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (एचएमआईएल) ने अपने कुछ उत्पादन विभागों में इस महीने 'नो प्रोडक्शन डेज' घोषित कर दिया है।
आर्थिक मंदी का असर अब धीरे-धीरे साफतौर से दिखने लगा है। सुस्त पड़ती अर्थव्यवस्था से सबसे ज्यादा प्रभावित ऑटो इंडस्ड्री हो रही है। कई बड़ी कंपनियों ने अपने प्लांट में या तो उत्पादन बंद कर दिया है या फिर लोगों को नौकरी से निकाला जा रहा है।
टीवीएस ग्रुप की प्रमुख सुंदरम क्लेटन लिमिटेड (एससीएल) कंपनी ने भी ऑटो सेक्टर में मंदी के चलते दो दिन (16 व 17 अगस्त) के लिए अपने कारखानों में उत्पादन बंद रखने की घोषणा की है।
देश में यात्री वाहनों का उत्पादन चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-जुलाई के दौरान सालाना आधार पर 13.18 प्रतिशत कम रहा। मारुति सुजुकी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा मोटर्स, फोर्ड टोयोटो तथा होंडा जैसी कंपनियों ने उत्पादन में उल्लेखनीय रूप से कटौती की है।
पिछले कुछ महीने से भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री मंदी के दौर से गुज़र रही है और अब ये मंदी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। देश की ऑटो इंडस्ट्री ने लगभग दो दशक में पहली बार पैसेंजर व्हीकल की बिक्री में रिकॉर्ड 30.98% कमी दर्ज की है।
गुरुग्राम के वाहन कारखानों में काम करने वाले हजारों श्रमिक हर साल विभिन्न तरह की दुर्घटना का शिकार होते हैं। यह दावा एक कर्मचारी कल्याण समूह ने किया है। इस संबंध में उसने एक रपट जारी की है। द सेफ इन इंडिया फाउंडेशन (एसआईआई) ने रविवार को 'क्रश्ड' रपट जारी की।
देश के ऑटो कंपोनेंट उद्योग में हालांकि सुस्ती के इस दौर में भी अब तक बड़े पैमान पर छंटनी नहीं हुई है, लेकिन अगर यही स्थिति बनी रही तो उद्योग को मजबूरन भारी छंटनी करनी पड़ेगी। उद्योग संगठन की माने तो आने वाले दिनों में 10 लाख लोग बेरोजगारी के शिकार बन सकते हैं।
लग्जरी कार निर्माता ऑडी भारत में अगले साल अप्रैल से लागू होने वाले बीएस-6 नियमों को देखते हुए देश में पेट्रोल, हाइब्रिड और बैटरी चालित वाहनों पर जोर दे रही है। कंपनी डीजल कारों को ज्यादा तवज्जो नहीं दे रही है।
वाहन विनिर्माताओं के संगठन सियाम ने शुक्रवार को कहा कि उद्योग वाहनों पर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) को तत्काल घटाकर 18 प्रतिशत किये जाने की मांग को लेकर एकमत है। बता दें कि वर्तमान में वाहनों पर 28 प्रतिशत की जीएसटी के अलावा एक प्रतिशत से लेकर 22 प्रतिशत तक का उपकर लगता है।
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