अगर आप भी कार खरीदने के बारे में सोच रहे हैं लेकिन आपका बजट कम है तो आज हम आपको बताएंगे उन गाड़ियों के बारे में जिनकी कीमत 10 लाख रुपये से कम है। आइए जानते हैं उन गाड़ियों के बारे में।
बेंटले कंपनी को लग्जरी कार बनाने के लिये भारत में जाना जाता है, जहां हाल में ही भारत में कंपनी ने अपनी दमदार कार Bentayga EWB लॉन्च की है, जिसके फीचर्स कमाल के हैं, वहीं इसके फीचर्स इतने उम्दा है कि वह आपको प्राइवेट जेट में भी देखने को न मिलेंगे।
Amazon Echo Auto: इन दिनों लोग अपने घर को स्मार्ट होम बना चुके हैं। ये पॉसिबल हो पाया है एलेक्सा की वजह से। आप चाहे तो एलेक्सा को घर के साथ साथ कार से भी कनेक्ट कर सकते हैं। इसके लिए एक डिवाइस की मदद लेनी पड़ेगी।
टाटा मोटर्स भारतीय कार बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करती जा रही है, जहां टाटा मोटर्स ने सन 2022 के अंत में कार निर्माता कंपनी हुंडई को पीछे छोड़कर कार बेचने के मामले में पहला स्थान हासिल कर लिया है। वहीं अब टाटा मोटर्स दमदारी के साथ भारतीय कार बाजार में अपनी उपस्थिति दर्ज कराये हुये है।
ड्राइविंग सीट का सही पोजीशन पर होना बहुत जरूरी है। इसका ये कारण है कि आप किसी भी इमरजेंसी के लिए हमेशा तैयार रहते हैं, गर्दन पीठ और गंधे में दर्द नहीं होता है और लंबे समय तक ड्राइव कर सकते हैं। आइए जानते हैं क्या है ड्राइविंग सीट की सही पोजिशन।
ब्रेक फेल होने की ज्यादातर स्थिति लापरवाही बरतने और कार का सही मेंटेनेंस न करने के कारण होती है। इसलिए हर वाहन मालिक को अपनी गाड़ी की स्थिति के बारे में पता होना चाहिए और ध्यान देना चाहिए। समय समय पर गाड़ी को सर्विस भी कराना चाहिए।
गाड़ी में वैसे तो सारे फंक्शन इंपोर्टेंट हैं लेकिन ब्रेक का सही होना सबसे अधिक जरूरी है। अगर ब्रेक में किसी तरह की समस्या होती है तो इससे न केवल एक्सीडेंट बल्कि जान भी जा सकती है। इसलिए कार और बाइक में ब्रेक का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। आइए जानते हैं विस्तार से।
समय के साथ-साथ लोग अपनी कार की कम माइलेज से परेशान होने लगते हैं। माइलेज कम होने की वजह से लोगों को डीजल-पेट्रोल पर ज्यादा पैसा खर्च करना पड़ता है। क्या आप जानते हैं कि पांच आसान तरीकों से आप अपनी कार की माइलेज को 10 प्रतिशत तक बढ़ा सकते हैं।
बहुत से लोग अपनी गाड़ी से ट्रैवल करना पसंद करते हैं। ऐसे में जब लोग विदेश जाते हैं तब अपनी गाड़ी बहुत मिस करते हैं। हालांकि अधिकतर लोगों को ये जानकारी नहीं है कि वो इंडिया में इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त कर सकते हैं। आइए जानते हैं क्या है प्रोसेस।
पेट्रोल पम्प के शातिक कर्मचारी बड़ी चालाकी से ग्राहकों को चूना लगाते हैं। तेल भरवाने आए ग्राहकों को पता ही नहीं चल पाता कि कब किसी ने उनकी जेब काट ली। डीजल-पेट्रोल भरवाने आए कर्मचारियों को 5 बातें हमेशा ध्यान रखनी चाहिए।
अगर आप घर पर फ्यूल प्रेशर टेस्ट करना चाहते हैं तो आज हम आपको एक आसान तरीका बतलाएंगे जिससे आप आसानी से फ्यूल प्रेशर टेस्ट कर सकते हैं। फ्यूल पंप के परफॉर्मेंस की हमेशा जांच होनी चाहिए। इससे आप महंगे खर्च और अन्य समस्या से बच सकते हैं।
जो लोग इलेक्ट्रिक कार खरीदते हैं उन्हें इस बात की टेंशन होती है कि कहीं ईवी बैटरी पैक खराब न हो जाए। आपको बता दें कि ऑटो कंपनियां आपकी कार के बैटरी पैक पर लगभग 8 साल तक की वारंटी देती है। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।
नॉर्मल पेट्रोल से पावर पेट्रोल अलग और महंगा होता है। महंगा इसलिए होता है क्योंकि उसकी क्वालिटी नॉर्मल पेट्रोल से अच्छी होती है। नॉर्मल पेट्रोल के मुकाबले पावर पेट्रोल हमारे पर्यावरण के लिए लाभदायक होता है। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।
एक कंपनी ने गाय के गोबर से चलने वाला ट्रैक्टर बना लिया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि गाय के गोबर से तैयार बायो मीथेन ईंधन से 270 बीएचपी का ट्रैक्टर भी आसानी से चलाया जा सकता है। आइए इसके बारे में जानते हैं विस्तार से।
Auto Expo 2023 का आज आखिरी दिन है। मारुति से लेकर टाटा, टोयोटा और हूंडई जैसी कंपनी की नई कारें पूरे इवेंट में आकर्षण का केंद्र रही। किंग खान से लेकर टाटा सिएरा तक क्या खास रहा है। आइए जानते हैं।
फॉर्मूला वन कार की रफ्तार 300 से 400 किमी प्रति घंटे के बीच होती है। रफ्तार तेज होने के कारण हादसे का खतरा बना रहता है। इसके बावजूद इसमें एयरबैग्स नहीं हैं। इसका ये कारण है कि स्टेयरिंग वील से सीट की दूरी अधिक होती है ऐसे में दुर्घटना के समय स्टेयरिंग वील से टकराने का डर नहीं होता है।
सीएनजी न केवल पर्यावरण और आपकी कार के लिए अच्छा है बल्कि सुरक्षा के नजरिए से भी एक बेहतरीन फ्यूल है। आज हम आपको बताएंगे कि कीमत और सुरक्षा के लिहाज से ये कितना बढ़िया है और इंजन के लिए कितना अच्छा है।
बैंक एंगल सेंसर बाइक पर ग्राफिक्स को स्कैन करके सिच्युएशन का पता लगाता है। बाइक के गिरने से पहले बैंक एंगल सेंसर सिग्नल भेजना शुरू कर देता है। पुरानी गाड़ियों में इसकी सुविधा नहीं मिलती थी, लेकिन अब गाड़ियों में ये सुविधा दी जाती है।
ECU कार की बैटरी से सीधा कनेक्टेड होता है यही कारण है कि इसमें सेंसर्स का इस्तेमाल किया जाता है। सर्विस करवाते समय कई लोग इंजन ऑयल और दूसरे कंपोनेंट्स पर ध्यान देते हैं, लेकिन ECU चेक करना भूल जाते हैं। इसका इस्तेमाल माइलेज बढ़ाने के साथ साथ प्रदुषण को कम करना भी होता है।
कारों में तिरछी विंडस्क्रीन होती है वहीं बसों में ऐसा नहीं है। वहां सपाट विंडस्क्रीन होती है। कार में तिरछी विंडस्क्रीन होने के कई फायदे हैं। इससे हवा को आसानी से पास किया जा सकता है। साथ ही इससे कार के स्पीड में रुकावट नहीं होती है।
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