कोरोना संकट को लेकर अनिश्चितता की वजह से कंपनियां आगे के रुख को लेकर सतर्क बनी हुई है। हालांकि कोरोना वैक्सीन और बेहतर सेल्स आंकड़ों के देखते हुए कंपनियां विस्तार योजनाओं पर आगे बढ़ने के लिए भी तैयार हैं।
कोरोना वायरस महामारी के बीच इस साल सितंबर तिमाही में मारुति सुजुकी, हुंदै मोटर और टोयोटा किर्लोस्कर जैसी यात्री वाहन कंपनियों के वाहनों की व्यावसायिक प्रतिष्टानों को थोक में की जाने वाली बिक्री में तेज गिरावट आयी है।
बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियां वाहनों की बिक्री बढ़ाने के लिए 'मुफ्त बीमा' और 'सर्विस पैक' जैसे विभिन्न ऑफर देकर ग्राहकों को लुभा रही हैं। इसके साथ ही अल्ट्रा-लग्जरी कारों और एसयूवी पर पांच से लेकर 8.5 प्रतिशत तक की छूट दी जा रही है। वाहनों की वास्तविक कीमत पर 2.5 लाख से लेकर 8.5 लाख रुपये तक की छूट दी जा रही है।
ऑटो सेक्टर में उत्सर्जन घटाने के लिए सीएनजी की तुलना में एच-सीएनजी (हाइड्रोजन का 18 प्रतिशत मिश्रण) के इस्तेमाल का परीक्षण करने के बाद, भारतीय मानक ब्यूरो ने हाइड्रोजन युक्त कंप्रेस्ड प्राकृतिक गैस (एच-सीएनजी) के निर्देशों को तैयार किया है
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले महीने उद्योग जगत के साथ एक बातचीत में कहा था कि दोपहिया वाहन न तो लक्जरी और न ही नुकसानदेह सामान है, अत: जीएसटी दर में संशोधन किया जा सकता है।
‘जुलाई के मुकाबले मांग में 20 -30 फीसदी की बढ़त’
जुलाई में बेहतर बिक्री के बावजूद दबाव जारी रहने का अनुमान
कंपनियों के मुताबिक पहली बार कार खरीद रहे ग्राहकों की संख्या बढ़ने के संकेत हैं.
गडकरी के मुताबिक नई नीति से भारत 5 सालों में वाहन निर्माण का सबसे बड़ा केंद्र बनेगा
निसान और जेएलआर ने ऑनलाइन बुकिंग की नई सुविधाओं का ऐलान किया है
कंपनियों के मुताबिक बेहतर नीति से पुराने वाहन हटेंगे और नए वाहनों की मांग बढ़ेगी
कंपनियों के मुताबिक सप्लाई और बिक्री पर अनिश्चितता की वजह से उत्पादन शुरू नहीं
मारुति, टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा बनाएंगे वेंटीलेटर
इंडरा ने एक बयान में कहा कि एजेंसी का मानना है कि अगर कोविड-19 का प्रसार दो महीने से अधिक तक रहता है तो ऑटो क्षेत्र को न सिर्फ आपूर्ति पक्ष, बल्कि मांग पक्ष और निर्यात के मोर्चे से भी दबाव का सामना करना पड़ेगा।
टाटा मोटर्स घरेलू वाहन बाजार में जारी सुस्ती के बाद भी कर्मचारियों की छंटनी नहीं करेगी। कंपनी को अगले कुछ महीनों में बाजार में उतारे जाने वाले नये उत्पादों के दम पर प्रदर्शन में सुधार की उम्मीद है।
घरेलू वाहन कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा (एमएंडएम) की कुल बिक्री नवंबर में 9 प्रतिशत गिरकर 41,235 इकाइयों पर आ गयी।
व्यावसायिक वाहन निर्माता कंपनी अशोक लेलैंड लिमिटेड एक स्थानीय साझेदार के साथ एक साल के भीतर रूसी बाजार में कदम रखेगी।
वाहन बाजार में सुस्ती के बीच त्योहारी मांग आने से मारुति सुजुकी, महिंद्रा एंड महिंद्रा और टोयोटा किर्लोस्कर समेत अन्य वाहन बनने वाली कंपनियों की बिक्री में अक्टूबर महीने में सुधार दिखा है।
अक्टूबर में त्योहारी सीजन होने की वजह से देश की बड़ी वाहन कंपनी बजाज ऑटो की बिक्री में बढ़ोत्तरी हुई है। सितंबर के मुकाबले अक्टूबर में बजाज ऑटो ने 15 प्रतिशत अधिक गाड़ियों की बिक्री की है।
देश का दोपहिया वाहनों का निर्यात चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-सितंबर की छमाही में चार प्रतिशत बढ़ गया। इस दौरान सबसे अधिक निर्यात बजाज ऑटो का रहा।
लेटेस्ट न्यूज़