टाटा मोटर्स ने पीएलआई योजना को प्रगतिशील और परिवर्तनकारी करार दिया, वहीं ACMA ने उम्मीद जताई कि इससे नई तकनीक में निवेश बढ़ेगा।
वर्तमान में भारत में आटोमोबाइल क्षेत्र के कलपुर्जों के विनिर्माण में 70 प्रतिशत तक स्थानीय उत्पादों का इस्तेमाल होता है। जिसे अब सरकार बढ़ाकर 100 प्रतिशत करना चाहती है जिससे आयात पर निर्भरता खत्म हो।
वाहन उद्योग में सेमीकंडक्टर का उपयोग हाल के दिनों में ब्लूटूथ कनेक्टिविटी और ड्राइवर असिस्ट, नेविगेशन और हाइब्रिड इलेक्ट्रिक सिस्टम जैसे फीचरों के साथ वैश्विक स्तर पर बढ़ा है।
अधिकतर कार कंपनियों की बिक्री में अगस्त में 20 प्रतिशत से अधिक की बिक्री दर्ज की गयी है। आगामी त्यौहारी मौसम में इसके और बढ़ने की उम्मीद है। इसके चलते वाहनों की सर्विस कराने का बाजार भी बढ़ा है जिससे कलपुर्जों का बाजार भी बेहतर हुआ है।
2020-21 में वाहनों की बिक्री में करीब 15-16 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान
ऑर्डर इस बात का संकेत है कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से आई मंदी के बाद अमेरिका और यूरोप में कारोबारी गतिविधियां फिर से शुरू हो गई हैं और वहां स्थिति फिर से सामान्य होने लगी है।
लॉकडाउन के कारण आपूर्ति व्यवस्था संबंधी मसले के कारण अमेरिका और मेक्सिको जैसे बाजारों में निर्यात में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है।
एसीएमए के महानिदेशक विनी मेहता ने कहा कि कोविड-19 महामारी और उसके चलते हुए लॉकडाउन की वजह से सभी अर्थव्यवस्थाओं और उद्योगों ने आयात पर निर्भरता घटाने पर विचार करना शुरू कर दिया है।
वाहन कलपुर्जा कंपनी सुंदरम-क्लेटन लिमिटेड ने शुक्रवार को कहा कि उसने वाहन उद्योग में जारी सुस्ती को देखते हुए अपने संयंत्र को तीन दिन बंद रखने का फैसला किया है।
पिछले साल अक्टूबर से इस साल जुलाई तक बहुत बड़ी संख्या में लोगों को नौकरी से निकाला गया है।
कार बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी मारुति सुजुकी ने कल-पुर्जे बनाने वाली कंपनियों को वाहनों के इलेक्ट्रॉनिक्स तथा कुछ अन्य मुख्य कल-पुर्जे का देश में ही विनिर्माण शुरू करने का सुझाव दिया। मारुति सुजुकी ने कहा कि इससे इन कल-पुर्जों का आयात कम करने में मदद मिलेगी। इससे न सिर्फ मारुति को मदद मिलेगी बल्कि सरकार की मेक इन इंडिया मुहिम को भी समर्थन मिलेगा।
वाहन कल-पुर्जा उद्योग ने सभी कल-पुर्जों पर एक समान 18 प्रतिशत की दर से माल एवं सेवा कर (जीएसटी) लगाने की शुक्रवार को मांग की। उद्योग जगत का कहना है कि इससे कंपनियों को रोजमर्रा की जरूरतों को लेकर लिए गए ऋण का इस्तेमाल दीर्घकालिक उद्देश्यों में करने में मदद मिलेगी।
देश के ऑटो कंपोनेंट उद्योग में हालांकि सुस्ती के इस दौर में भी अब तक बड़े पैमान पर छंटनी नहीं हुई है, लेकिन अगर यही स्थिति बनी रही तो उद्योग को मजबूरन भारी छंटनी करनी पड़ेगी। उद्योग संगठन की माने तो आने वाले दिनों में 10 लाख लोग बेरोजगारी के शिकार बन सकते हैं।
रफ्तार के शौकीनों के लिए कारों और बाइक्स का महाकुंभ ऑटो एक्सपो आज से आम लोगों के लिए शुरू हो गया है।
प्रमुख कंपनी भारत फोर्ज का एकल आधार पर शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में 60.54 प्रतिशत उछलकर 203.72 करोड़ रुपए रहा।
देश में तंबाकू, रोजमर्रा के उपयोग के सामान FMCG, वाहन कल-पुर्जे, शराब और कंप्यूटर हार्डवेयर के अवैध कारोबार में लगातार वृद्धि हो रही है।
मदरसन सुमी सिस्टम लिमिटेड (एमएसएसएल) का एकीकृत शुद्ध लाभ 31 मार्च को समाप्त चौथी तिमाही में 20.20 प्रतिशत बढ़कर 705.86 करोड़ रुपए रहा।
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