केंद्रीय मंत्री के मुताबिक ई-वाहनों को लेकर कई तरह के नए विचार और सुझाव सामने आ रहे है। इसलिए जल्द ही इस संबंध में हितधारकों के साथ एक बैठक की जायेगी।
कोरोना संकट और लॉकडाउन को देखते हुए कंपनियां लगातार अपनी रणनीति बदल रही हैं। कंपनियां पूरी बिक्री प्रकिया का बड़ा हिस्सा ऑनलाइन कर चुकी हैं।
अगर आप कार खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं तो जल्दी करें, अप्रैल का महीना वाहन खरीदने वालों को महंगाई का बड़ा झटका मिलने जा रहा है।
एसोसिएशन के मुताबिक अमेरिकी राज्य टेक्सस में हाल ही में पावर ग्रिड फेल हो जाने की घटना ने 'ऑल-इलेक्ट्रिक फ्यूचर' के खतरों को लेकर फिर चिंता बढ़ा दी है। इस वजह से सरकार को कई स्वच्छ वैकल्पिक ईंधन को बढ़ावा देना चाहिए।
जनवरी में मारुति सुजुकी का निर्यात 29.92 प्रतिशत बढ़कर 12,345 इकाइयों पर पहुंच गया। इसके बाद हुंदै मोटर इंडिया का निर्यात 19 प्रतिशत गिरकर 8,100 इकाई रहा।
राजमार्ग मंत्रालय के मुताबिक सभी वाहनों के लिए सुरक्षा रेटिंग देनी जरूरी है, ताकि उपभोक्ताओं को यह पता चल सके कि वे क्या खरीद रहे हैं।
कंपनियों के मुताबिक कोरोना वायरस महामारी से लक्जरी वाहनों का सेग्मेंट बुरी तरह प्रभावित हुआ है। कंपनियों ने आशंका जताई है कि लक्जरी कारों पर यदि करों में बढ़ोतरी होती है, तो इससे मांग प्रभावित होगी और सेग्मेंट कोरोना संकट से बाहर नही निकल सकेगा।
मारुति सुजुकी इंडिया, होंडा कार्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा और फिएट ने अपने-अपने विनिर्माण संयंत्रों में अस्थाई रूप से काम रोकने की घोषणा की
आर्थिक मंदी का असर अब धीरे-धीरे साफतौर से दिखने लगा है। सुस्त पड़ती अर्थव्यवस्था से सबसे ज्यादा प्रभावित ऑटो इंडस्ड्री हो रही है। कई बड़ी कंपनियों ने अपने प्लांट में या तो उत्पादन बंद कर दिया है या फिर लोगों को नौकरी से निकाला जा रहा है।
देश में यात्री वाहनों का उत्पादन चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-जुलाई के दौरान सालाना आधार पर 13.18 प्रतिशत कम रहा। मारुति सुजुकी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा मोटर्स, फोर्ड टोयोटो तथा होंडा जैसी कंपनियों ने उत्पादन में उल्लेखनीय रूप से कटौती की है।
बजाज ऑटो लिमिटेड ने अगले साल अप्रैल से लागू होने जा रहे भारत स्टेज छह (बीएस-6) के अप्रत्याशित परिणाम होने की आशंका व्यक्त की है।
देश में यात्री वाहन बेचने वाली 17 बड़ी कंपनियों में से करीब आधी की बिक्री में अप्रैल-अक्टूबर के दौरान गिरावट देखी गई है।
ईंधन और इंश्योरेंस प्रीमियम महंगा होने और शेयर बाजार में लगातार गिरावट की वजह से इस बार ऑटो कंपनियों को त्योहारी सीजन में बिक्री फीकी रहने का डर सता रहा है।
जुलाई के पहले कारोबारी दिन आज सोमवार को शेयर बाजार ने कमजोरी के साथ शुरुआत की है, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी लाल निशान के साथ कारोबार कर रहे हैं, फिलहाल सेंसेक्स 131.53 प्वाइंट घटकर 35291.95 और निफ्टी 41.10 प्वाइंट की गिरावट के साथ 10673.20 पर कारोबार कर रहा है।
शेयर बाजार में आज सबसे ज्यादा मजबूती ऑटो सेक्टर में देखी जा रही है, अप्रैल के दौरान ऑटो कंपनियों की बिक्री में शानदार बढ़ोतरी हुई है जिस वजह से आज सभी ऑटो कंपनियों के शेयरों में मजबूती देखी जा रही है
सेंसेक्स 67.57 प्वाइंट की बढ़त के साथ 34251 और निफ्टी 26.80 प्वाइंट की तेजी के साथ 10519.65 पर कारोबार कर रहा है। सेंसेक्स ने आज शुरुआती कारोबार में 34278.63 और निफ्टी ने 10525.50 का ऊपरी स्तर छुआ
मंगलवार को कई ऑटो कंपनियों की सेल के आंकड़े जारी हुए हैं जिस वजह से ऑटो कंपनियों में भारी उठापटक देखने को मिली।
जिन कंपनियों के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट आई उनमें महिंद्रा एंड महिंद्रा, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एक्सिज बैंक, मारुति और जी एंटरटेनमेंट सबसे आगे रहे
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने कहा कि उसका प्रयास उसको दो नए मॉडल एसयूवी फॉर्चूनर और मल्टी परपज वाहन (एमपीवी) इनोवा क्रिस्टा का प्रतीक्षा समय कम करना है।
सुप्रीम कोर्ट ने BS-III उत्सर्जन मानक वाहने वाहनों को हटाने संबंधी सवालों पर कोई निश्चित जवाब नहीं देने के लिए प्रमुख वाहन कंपनियों की आलोचना की है।
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