देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई ने अपने करोड़ों ग्राहकों के लिए एक अनोखी सेवा की शुरुआत की है। अब SBI ग्राहकों को रुपए निकालने के लिए एटीएम मशीन तक जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, बल्कि खुद एटीएम मशीन पैसा देने आपके घर तक आएगी।
ट्रिवीट्रोन ने कहा है कि वह किफायती और वैश्विक स्तर पर स्वीकार्य हाई क्वालिटी टेस्टिंग किट्स का निर्माण करने के लिए प्रतिबद्ध है।
कैट ने एक बयान में कहा कि ड्रीम11 कंपनी आईपीएल की टाइटल प्रायोजक और पांच टीमों की सह प्रायोजक है।
इस अभियान के अंर्तगत एक करोड़ से ज्यादा स्थानीय व प्रवासी श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने का लक्ष्य तय किया गया है।
दूसरे बैंक के एटीएम से पैसे निकालने पर अब कोई भी चार्ज नहीं लगेगा। यह राहत तीन महीने तक के लिए लागू रहेगी।
खुद वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने संसद को बताया कि सरकार ने दो सार्वजनिक बैंकों भारतीय स्टेट बैंक और इंडियन बैंक को अपने एटीएम को 500 रुपए और 200 रुपए के बैंक नोट के लिए रिकन्फीगर करने के लिए कहा है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने पिछले साल एक आरटीआई के जवाब में कहा था कि केंद्रीय बैंक ने 2000 रुपए के नए नोटों की छपाई बंद कर दी है।
बैंक की कुल संपत्ति 30 सितंबर, 2019 तक 12,88,190 करोड़ रुपए की थी और यह दुनिया के 15 देशों में अपनी सेवाएं दे रहा है।
कर्नाटक में बुधवार को केनरा बैंक की एटीएम से 100 रुपए की जगह 500 रुपए के नोट निकलने लगे।
लेकिन अभी भी ऐसी कई बैंकिंग सेवाएं हैं, जिनके लिए उपभोक्ताओं को शुल्क देना होता है।
ट्रेड यूनियनों की बुधवार को होने वाली राष्ट्रव्यापी हड़ताल के दौरान बैंक सेवायें प्रभावित हो सकतीं हैं। देश की दस केन्द्रीय मजदूर यूनियनों ने आठ जनवरी को हड़ताल का आह्वान किया है।
देश भर में बैंकिंग सेवाओं के प्रभावित होने की संभावना है क्योंकि केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने 8 जनवरी (बुधवार) को हड़ताल का आह्वान किया है। देश भर के लाखों लोगों की भागीदारी के लिए देशव्यापी हड़ताल बुलाई गई है।
देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) के ग्राहकों के लिए 1 जनवरी 2020 से इन तीन नियमों में बदलाव हो रहा है।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बैंकों से एटीएम पर तकनीकी कारणों से असफल होने वाले लेन-देन और खाते की शेष राशि की जानकारी को हर माह मिलने 'मुफ्त एटीएम लेनदेन' में नहीं गिनने के निर्देश दिए हैं।
सुरक्षा उपायों के तहत तय किया गया है कि नकदी डालने के लिए एटीएम का परिचालन सिर्फ डिजिटल वन टाइम कम्बिनेशन (ओटीसी) लॉक के जरिये किया जाएगा।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने प्राथमिक खातों (बेसिक सेविंग बैंक अकाउंट) के मामले में नियमों में कुछ छूट दी जिससे अब ऐसे खाताधारकों को चेक बुक और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकेंगी।
पिछले दो साल के दौरान देशभर में एटीएम (आटोमेटेड टेलर मशीन) की संख्या में 597 की कमी आई है।
मार्च 2018 की तुलना में नवंबर 2018 में देशभर में कुल एटीएम की संख्या में कमी आई है।
संसद की एक समिति ने भारतीय रिजर्व बैंक से एटीएम से जुड़ी दिक्कतों को दूर करने को कहा है।
कैटमी ने चेतावनी देते हुए कहा कि मार्च 2019 तक संचालन के अभाव में देशभर में 50 प्रतिशत एटीएम बंद हो जाएंगे।
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