सुमिता डावरा ने बताया कि अगले साल जनवरी में आईटी 2.1 अपग्रेड लागू होने की उम्मीद है, जिसके बाद ईपीएफओ का आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर देश के बैंकिंग सिस्टम जैसा हो जाएगा। जिससे ईपीएफओ मेंबर और पेंशनर कम से कम मानवीय हस्तक्षेप के साथ अपने ईपीएफ खाते में जमा पैसों का एक्सेस मिल जाएगा।
सुनिश्चित करें कि आप अपने डेबिट कार्ड का उपयोग केवल सुरक्षित वेबसाइटों पर करें जो प्रमाणीकरण के लिए पूछती हैं।
2 सितंबर 1969 को अमेरिका में दुनिया का पहला कार्ड बेस्ड एटीएम लगाया गया था। यह एटीएम न्यूयॉर्क के रॉकविले सेंटर के केमिकल बैंक में खोला गया था।
बैंक ग्राहकों को सुविधा देने के लिए आरबीआई एक के बाद एक कदम उठा रहा है। अब आरबीआई ने यूपीआई के जरिये कैश जमा करने की सुविधा शुरू की है। इसके जरिये उपभोक्ता आसानी से कैश जमा कर पाएंगे।
बैंकों ने अभी तक इस एंड्रॉयड-आधारित कैश रीसाइक्लिंग मशीन को शुरू नहीं किया है। हालांकि, उम्मीद है कि बैंक जल्द ही इस एटीएम को लगाना शुरू कर सकते हैं।
डेबिट कार्ड के साथ आने वाला वेलकम किट भी ब्रेल डॉट्स में होगा। इस डेबिट कार्ड में चिप के विपरीत तरफ एक गोल पायदान होता है। इससे कार्ड धारक को एटीएम/पीओएस में कार्ड इनसर्ट करते समय कार्ड की दिशा के बारे में पता चल जाता है।
एटीएम उद्योग परिसंघ (सीएटीएमआई) चाहता है कि इंटरचेंज शुल्क को बढ़ाया जाए। एटीएम इंटरचेंज वह शुल्क है जो कार्ड जारी करने वाले बैंक की तरफ से उस बैंक को दिया जाता है, जहां कार्ड का इस्तेमाल नकद निकालने के लिए किया जाता है।
भारत में एटीएम का इस्तेमाल करना अभी भी दुनिया के तमाम देशों के मुकाबले काफी सस्ता है। अगर आप स्मार्ट तरीके से एटीएम का इस्तेमाल करते हैं तो आपको इसके इस्तेमाल के बदले चार्ज देने की नौबत ही नहीं आएगी।
किसी भी बैंक के एटीएम कार्ड का अगर 45 से अधिक दिनों तक इस्तेमाल कर चुके हैं तो आप फ्री इंश्योरेंस सुविधा के पात्र हैं। इनमें दुर्घटना बीमा और जीवन बीमा दोनों ही शामिल है।
आरबीआई यूपीआई के जरिये कैश जमा करने के प्रॉसेस को लेकर जल्द ही दिशा निर्देश जारी करेगा। इसके चालू होने से देश के करोड़ों लोगों को फायदा मिलेगा।
एटीएम या डेबिट कार्ड आमतौर पर बार-बार नकद निकासी की परमिशन देते हैं, लेकिन इसमें एक लिमिट लागू होती है। एक ही बैंक के एटीएम पर लेनदेन आम तौर पर मुफ़्त होता है, लेकिन दूसरे बैंकों के एटीएम पर फ्री लेनदेन के लिए एक तय लिमिट होती है।
यह नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) के कॉर्डिनेशन से और एनसीआर कॉरपोरेशन द्वारा संचालित यूपीआई एटीएम लॉन्च करने वाला पहला सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक है।
एक बार जब ये यूपीआई एटीएम देश में ज्यादा लोकेशन पर शुरू हो जाएंगे, फिर वो दिन चले जाएंगे जब आपको पैसे निकालने के लिए अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ड को एटीएम तक ले जाना होता है।
क्या आप जानते हैं कि White Lable ATM मशीन क्या हैं। इस समय कई शहरों और कस्बों में इन एटीएम मशीनों को लगाया जा रहा है। ये ATM मशीन किसी गांव या फिर कस्बे के नहीं होते हैं। आइए आपको इन एटीएम मशीन के बारे में डिटेल से बताते हैं।
बैंक एटीएम कार्ड से पैसे निकालने के अलावा भी कई सुविधाएं मिलती है इनमें फ्री इंश्योरेंस शामिल हैं।
एटीएम मशीन लगाने वाली भारत में 3 कंपनियां है जिनकी वेबसाइट में जाकर आप सभी दिशा निर्देशों का पालन करते हुए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं
बैंक ने कहा कि उसकी आईसीसीडब्ल्यू सुविधा का लाभ उठाकर दूसरे बैंक के ग्राहक भी भीम यूपीआई एवं अन्य यूपीआई एप्लिकेशन इस्तेमाल कर एटीएम से नकद निकासी कर सकेंगे।
बैंक में अकाउंट खुलवाने के बाद लोग एटीएम कार्ड लेते हैं। इसके जरिए कैश रकम पर लोगों की निर्भरता कम हुई है। यूजर्स भी इसे अपने अनुसार कभी भी इस्तेमाल कर सकते हैं। बैंक एटीएम कार्ड से पैसे निकालने के अलावा भी कई सुविधाएं मिलती है इनमें फ्री इंश्योरेंस शामिल हैं।
11 पोत में सात को गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (जीएसएल) तैयार करेगी और चार को कोलकाता स्थित गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (जीआरएसई) बनाएगी।
कई बार हमारे पास कैश खत्म हो जाता है तो हम एटीएम जाकर डेबिट कार्ड से तुरंत कैश निकाल लेते हैं। लेकिन, अगर आप एटीएम कार्ड भी घर में भूल गए हैं तो आप क्या करेंगे? आपको बता दें कि आप अपने स्मार्टफोन की मदद से चंद मिनट में एटीएम से कैश निकाल सकते हैं.
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