मध्य प्रदेश में एटीएफ पर वैट 4 से 25 प्रतिशत तक था। सिंधिया ने मप्र सरकार से आग्रह किया था कि वह पूरे राज्य में एटीएफ पर 1 से 4 प्रतिशत की समान दर से वैट लागू करे।
एटीएफ के महंगा होने से सीधा असर हवाई यात्रा के टिकटों पर देखने को मिलेगा। एयरलाइन की टोटल कॉस्ट में एटीएफ की हिस्सेदारी 35 से 50 प्रतिशत के बीच होती है।
गुरुवार को घरेलू रसोई गैस एलपीजी की कीमत में भी 10 रुपये की कटौती प्रभावी हो गई है। एलपीजी के दाम में भी यह कटौती चार बार की मूल्यवृद्धि के बाद की गई है।
भारत में एटीएफ का दाम दुनिया में सबसे अधिक है। उद्योग लंबे समय से एटीएफ को जीएसटी के तहत लाने की मांग कर रहा है।
नवंबर के आंकड़ों के मुताबिक विमान ईंधन एटीएफ की बिक्री नवंबर में पिछले साल के मुकाबले करीब 50 प्रतिशत घटकर 3,72,000 टन रही है। हालांकि अक्टूबर के मुकाबले विमान ईंधन की मांग में पांच प्रतिशत सुधार देखने को मिला है।
विमान ईंधन के दाम में गुरुवार को लगभग 2 प्रतिशत की वृद्धि की गयी जबकि राशन की दुकानों के जरिये बिकने वाले केरोसीन के दाम में 2.19 रुपये प्रति लीटर की कटौती की गयी।
पिछली बार गत 16 जुलाई को विमान ईंधन का भाव 1.5 प्रतिशत (635.47 रुपए प्रति हजार लीटर) बढ़ाया गया था।
दिल्ली में एटीएफ की कीमत 635.47 रुपये प्रति किलोलीटर बढ़कर 42,628.28 रुपये प्रति किलोलीटर हो गई
बुधवार को देशभर में पेट्रोल-डीजल के दाम अपने पूर्व स्तर पर ही बने हुए हैं। राष्ट्रीय राजधानी में दोनों ईंधन के दाम पूर्व स्तर पर स्थिर रहे।
तेल कंपनियों ने कहा कि दिल्ली में एविएशन टर्बाइन फ्यूल की कीमत में 5494.5 रुपए प्रति किलोलीटर, कोलकाता में 5480.62 रुपए प्रति किलोलीटर, मुंबई में 5494.5 रुपए प्रति किलोलीटर और चेन्न्ई में 5670.33 रुपए प्रति किलोलीटर की वृद्धि की गई है।
फरवरी से मई के बीच ATF की कीमत महामारी से पहले के स्तर के मुकाबले एक तिहाई हुई थी
फरवरी से ATF कीमतों में ये छठी कटौती है
उत्पाद शुल्क बढ़ाने की वजह से पेट्रोल, डीजल के दाम स्थिर रहे
तेल कंपनियों ने हवाई ईंधन में 3 फीसदी तक कटौती की है
सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों ने धन की कमी से जूझ रही एअर इंडिया को छह हवाई अड्डों पर विमान ईंधन (एटीएफ) की आपूर्ति शनिवार को फिर से शुरू कर दी। ईंधन का काफी पैसा बकाया होने पर कंपनियों ने आपूर्ति बंद कर दी थी।
संकटग्रस्त सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया के ऊपर तीन तेल विपणन कंपनियों का करीब 4,500 करोड़ रुपये बकाया है। बकाये के भुगतान में करीब सात महीने की देर हो चुकी है जिसके चलते तेल विपणन कंपनियों को आपूर्ति रोकने को बाध्य होना पड़ रहा है।
नए संयुक्त उपक्रम में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी रिलायंस की होगी, जबकि बीपी के पास शेष 49 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी।
विमान ईंधन (एटीएफ) की कीमत में मंगलवार को 14.7 प्रतिशत की कटौती की गई, जो एक बार में की गई अब तक की सबसे बड़ी कटौती है।
सरकार ने बुधवार को विमान ईंधन या एविएशन टर्बाइन फ्यूल (एटीएफ) पर एक्साइज ड्यूटी घटा कर 11 प्रतिशत कर दी है।
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