सरकार नए साल में बैंकिंग सुधारों के सिलसिले को जारी रख सकती है। इसके अलावा सरकार का इरादा गैर निष्पादित परिसंपत्तियों (NPA) के बोझ से दबे सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में पूंजी निवेश करने का भी है, जिससे ऋण की मांग को बढ़ाया जा सके।
यह खबर उन 6 बैंकों के खाता धारकों के लिए महत्वपूर्ण है जिनका विलय भारतीय स्टेट बैंक (SBI) में 2017 में हो चुका है। जिन लोगों के पास ऐसे बैंकों के चेकबुक हैं उन्हें 3 दिनों के भीतर बदलवा लेना चाहिए।
अब SBI के सभी सहायक बैंकों और भारतीय महिला बैंक के पुराने चेक 31 दिसंबर तक बिना रोक-टोक के सामान्य चेक की तरह चलेंगे। नई चेकबुक के लिए आवेदन भी करें
SBI अपने 5 सहयोगी बैंक और भारतीय महिला बैंक के खुद में विलय की प्रक्रिया को एक अप्रैल से शुरू कर सकता है। इसे तीन महीनों में पूरा कर लिया जाएगा।
सहयोगी छह बैंकों के विलय के बाद देश का सबसे बड़ा कर्जदाता भारतीय स्टेट बैंक (SBI) अगले दो वर्षो के दौरान अपने वर्कफोर्स में कटौती कर सकता है।
एसबीआई ने पांच सहयोगी बैंकों के स्वयं में विलय के बाद इनके 47 प्रतिशत कार्यालय बंद करने का फैसला किया है। पांच सहयोगी बैंकों का विलय 1 अप्रैल से शुरू होगा।
1 अप्रैल से भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के 5 सहयोगी बैंकों का विलय SBI में हो जाएगा। 1 अप्रैल से इन बैंकों की सभी शाखाएं SBI के ब्रांच के रूप में काम करेंगी।
एसबीआई के साथ विलय की प्रक्रिया के तहत स्टेट बैंक समूह के एसबीबीजे सहित उसके पांच एसोसिएट्स बैंक रिजर्व बैंक को जल्द ही अपनी रिपोर्ट सौपेंगे।
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