21वें भारत-आसियान शिखर सम्मेलन में दोनों पक्षों ने क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए आसियान-भारत व्यापक रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने की भी बात कही।
भारत-10 देशों के समूह आसियान का व्यापार 2022-23 में बढ़कर 131.58 अरब डॉलर हो गया है। दोनों पक्षों का लक्ष्य 2025 में समीक्षा समाप्त करने का है।
केन्द्रीय मंत्री के मुताबिक दोनो पक्षों में फिलहाल दोतरफा व्यापार लगभग 80 अरब अमेरिकी डॉलर का है जिसे आने वाले वर्षों में इस आंकड़े को 200 अरब डॉलर तक ले जाया जा सकता है।
सरकार ने गुरुवार (26 नवंबर) को कच्चे पाम तेल (सीपीओ) पर मूल सीमा शुल्क घटाकर 27.5 प्रतिशत कर दिया है।
चीन और 14 अन्य देशों ने विश्व के सबसे बड़े व्यापारिक गुट के गठन पर सहमति जताई है, जिसके दायरे में करीब एक-तिहाई आर्थिक गतिविधियां आएंगी।
हनोई। चीन और 14 अन्य देशों ने विश्व के सबसे बड़े व्यापारिक गुट के गठन पर सहमति जताई है, जिसके दायरे में करीब एक तिहाई आर्थिक गतिविधियां आएंगी।
भारत और आसियान देशों के बीच इस एफटीए पर 13 अगस्त 2009 को हस्ताक्षर किये गये थे। यह एफटीए एक जनवरी 2010 से अमल में है। शर्तों को कारोबारियों के लिए और आसान और फायदेमंद बनाने के लिए समझौते की जल्द समीक्षा की बात की जा रही है।
आसियान देशों के साथ भारत का व्यापार पहले से ही अच्छा है और प्रधानमंत्री मोदी इस व्यापार में और बढ़ोतरी करना चाहते हैं, आसियान देश भारत से ज्यादातर कृषि उत्पाद खरीदते हैं जिससे भारतीय किसानों को फायदा होता है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भारत का कायाकल्प करने का काम ‘अभूतपूर्व स्तर’ पर चल रहा है और आसियान देशों को वहां अपना निवेश बढ़ाना चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि नोटबंदी के अलावा अन्य सुधार उपायों से भारतीय अर्थव्यवस्था के बड़े हिस्से को औपचारिक तंत्र के दायरे में लाने में मदद मिली है।
आसियान के नेताओं ने यूरोपीय संघ (EU) की तर्ज पर एक रीजनल इकोनॉमिक ब्लॉक बनाने की घोषणा की है। इसका नाम आसियान इकोनॉमिक कम्युनिटी (AEC) रखा है।
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