रिपोर्ट में कहा गया, इन चुनौतियों के बावजूद एक सकारात्मक पहलू यह भी है कि सर्वेक्षण में शामिल कंपनियों में से करीब 60 प्रतिशत के पास एआई उपयोग के लिए आवश्यक स्किल मौजूद हैं। इसके अतिरिक्त 72 प्रतिशत ग्रुप विशेषज्ञता वाले लोगों को काम पर रखकर स्किल अंतर को पाटने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं।
आईटी और कौशल विकास राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर के अनुसार, एआई में भारत की प्रगति की कुंजी तकनीकी प्रतिभा है, न कि चिप-संचालित कंप्यूटिंग शक्ति।
एडोब के 'फ्यूचर वर्कफोर्स स्टडी फॉर इंडिया' के अनुसार, जहां 81 प्रतिशत जेन जेड कर्मचारियों ने अपने काम को बढ़ाने के लिए जेनरेटिव एआई का लाभ उठाया है, वहीं 45 प्रतिशत अपनी नौकरी से संबंधित कठिन कौशल के लिए प्रशिक्षण चाहते हैं, जबकि 40 प्रतिशत सॉफ्ट स्किल के लिए प्रशिक्षण चाहते हैं।
इस अध्ययन में 867 विभिन्न पेशों से जुड़े ऐसे करीब 19,000 कार्यों का परीक्षण किया गया जो AI से प्रभावित हो सकते हैं। इससे पता चला कि वित्तीय सेवाओं और पूंजी बाजार के अलावा बीमा एवं पेंशन प्रबंधन उद्योग में जनरेटिव एआई का इस्तेमाल सबसे अधिक बढ़ने का अनुमान है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि दूसरे देशों को केवल बाजार मानने से काम नहीं चलेगा और इससे अंत में उत्पादक देशों को भी नुकसान होगा। आगे बढ़ने का रास्ता यही है कि इस प्रगति में सभी को समान भागीदार बनाया जाए।
चार में से तीन कामकाजी पेशेवरों का मानना है कि अगर उन्होंने अपना कौशल विकसित नहीं किया तो टेक्नोलॉजी उनकी नौकरियों की जगह ले लेगी।
एआई को सफलतापूर्वक अपनाने से अकेले शीर्ष 500 भारतीय कंपनियों के लिये पांच साल की अवधि में वृद्धिशील कर-पूर्व लाभ में 1,500 से 2,500 अरब रुपये जुड़ने की उम्मीद है
कंपनी के सीईओ डेन रोसेन्सविग ने माना था कि ओपनएआई का ChatGPT उनके बिजनेस को नुकसान पहुंचा रहा है। क्योंकि बड़ी संख्या में छात्र होमवर्क के लिए उनकी तरफ रूख कर रहे हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, इसके परिणामस्वरूप 14 मिलियन नौकरियों का शुद्ध नुकसान होगा, जो वर्तमान रोजगार के 2 प्रतिशत के बराबर है। उस अवधि के दौरान कई कारक श्रम बाजार में उथल-पुथल मचाएंगे।
रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि ओपन एआई के चैटजीपीटी के साथ इसके एकीकरण की घोषणा के बाद से, बिंग के औसत दैनिक डाउनलोड में 1,000 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
रिपोर्ट के मुताबिक, फरवरी 2023 तक सिर्फ भारत में ही 45,000 AI जॉब के लिए वैकेंसी थी। ये नौकरियां डेटा साइंटिस्ट और मशीन लर्निंग इंजीनियर्स को लेकर सबसे अधिक थी।
अगर मीट में मिलने वाले एआई फीचर्स की बात करें तो गूगल मीट में वीडियो कॉल के दौरान नए नए बैकग्राउंड को जेनेरेट किया जा सकेगा। चैट में, नई एआई विशेषताएं यूजर्स के काम को और अधिक प्रभावी बनाएंगी।
सैमसंग ने सोमवार को कहा कि उसने कर्नाटक के हुबली में स्थित केएलई टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी में एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और डेटा इंजीनियरिंग लैब की स्थापना की है
एलन मस्क द्वारा स्थापित स्टार्टअप ओपनएआई ने एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम में मल्टीमॉडल न्यूरॉन्स की खोज की है, जो मानव मस्तिष्क में कुछ न्यूरॉन्स की तरह ही काम करते हैं।
फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने कहा है कि उनकी कंपनी इस बात का मूल्यांकन कर रही है कि कृत्रिम मेधा और आधुनिक तकनीकों के इस्तेमाल के जरिए बिल्कुल वास्तविक लगने वाले फर्जी वीडियो (डीपफेक वीडियो) को रोकने के लिए किस प्रकार के कदम उठाये जाने चाहिए।
सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद का कहना है कि लोगों के बीच बेवजह नौकरियों के जाने का डर फैलाया जा रहा है जबकि ‘कृत्रिम समझ’ (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस-एआई) जैसी नयी प्रौद्योगिकियों से नयी नौकरियों के द्वार खुलेंगे।
ड्राइविंग एक्सपीरिएंस को बेहतरीन बनाने के लिए टाटा मोटर्स और माइक्रोसॉफ्ट इंडिया ने गुरुवार को रणनीतिक गठजोड़ किया है।
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