इससे पहले 3 जुलाई को एनसीएलएटी ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। रिलायंस इंफ्राटेल, आरकॉक की अनुषंगी है और वर्तमान में कॉरपोरेट इनसॉल्वेंसी रिजॉल्यूशन प्रक्रिया के तहत है।
लोरियल की उत्तराधिकारी फ्रांकोस बेटेनकोर्ट मेयर दुनिया की सबसे अमीर महिला है और वह अमीरों की इस लिस्ट में 10वें स्थान पर हैं।
सांताक्रूज स्थित रिलायंस सेंटर का कुल क्षेत्रफल 700,000 वर्ग फुट है और इसकी बिक्री से कंपनी को 1500 से 2000 करोड़ रुपए मिल सकते हैं।
वरसोवा-बांद्रा सीलिंक एक बड़ी परियोजना है, जिसकी लंबाई 17.17 किलोमीटर है। यह बांद्रा-वर्ली सीलिंक से तीन गुना अधिक लंबी परियोजना है।
अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप की छह कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण 6,196 करोड़ रुपए था, जो चार महीने पहले तक 8,000 करोड़ रुपए था।
रिलांयस ब्रॉडकास्ट नेटवर्क लिमिटेड देश में बिग एफएम रेडियो ब्रांड नाम से 58 स्टेशनों के नेटवर्क का परिचालन करती है।
आरकॉम अनिल अंबानी समूह की पहली कंपनी है, जिसे दिवालिया घोषित किया गया है। कंपनी पर बैंकों का 50,000 करोड़ रुपए से अधिक का कर्ज बकाया है।
प्रवर्तक पारंपरिक रूप से अपने दूसरे कारोबार के लिए धन जुटाने के वास्ते अपनी सूचीबद्ध कंपनियों की हिस्सेदारी जमानत के रूप में गिरवी रखते हैं।
एनसीएलएटी के चेयरमैन एस.जे. मुखोपाध्याय की अध्यक्षता वाली दो सदस्यीय पीठ का मानना है कि यदि आरकॉम के खिलाफ दिवाला प्रक्रिया की अनुमति दी जाती है तो एरिक्सन को 550 करोड़ रुपए वापस लौटाने पड़ सकते हैं।
अनिल अंबानी ने अपने एक बयान में कहा कि इस मुश्किल घड़ी में मेरा साथ देने और समय पर समर्थन देकर हमारे मजबूत पारिवारिक मूल्यों के प्रति सच्चे बने रहने के महत्व का प्रदर्शन करने के लिए मैं अपने आदरणीय बड़े भाई मुकेश अंबानी और भाभी नीता अंबानी को दिल से धन्यवाद देता हूं।
पिछले साल, आरकॉम ने अपने 46,000 करोड़ रुपए के कर्ज को कम करने के लिए 122.4 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम और 43,000 टेलीकॉम टावर्स को बेचने के लिए रिलायंस जियो के साथ एक करार किया था।
कंपनी को सुप्रीम कोर्ट द्वारा तय की गई मंगलवार तक की समयसीमा के भीतर यह भुगतान करना था।
बीएसएनएल ने इस मामले के लिए सिंह एंड कोहली लॉ फर्म को जोड़ा है। सभी सर्कल कार्यालयों से चालान जमा करने के कारण मामला दाखिल में देरी हुई है।
अनिल अंबानी के स्वामित्व वाली कंपनी रिलायंस कैपिटल ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि वह अगले तीन से चार महीने में कुल कर्ज 50 से 60 प्रतिशत कम कर लेगी।
पारिवारिक संपत्ति के बंटवारे के बाद लगभग एक समान स्थिति के साथ कारोबार की शुरुआत करने वाले मुकेश ने पिछले सात वर्षों में अपनी संपत्ति में 30 अरब डॉलर जोड़े हैं, जबकि अनिल की संपत्ति में पांच अरब डॉलर से अधिक की कमी दर्ज की गई है।
सुनवाई के दौरान न्यायाधीश ने कहा कि रिलायंस पावर की पूरी याचिका छलकपट वाली लगती है और यह उसकी ओर से अदालत को भ्रमित करने का प्रयास है।
कंपनी 118 करोड़ रुपए पहले ही शीर्ष अदालत के पास जमा कर चुकी है।
रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन अनिल अंबानी को बुधवार के दिन सुप्रीम कोर्ट ने एक बड़ा झटका दिया है।
इन दो समूहों द्वारा की गई गैरकानूनी, किसी मंशा से की गई अनुचित कार्रवाई से इन चार दिन में ही रिलायंस समूह के बाजार पूंजीकरण में 13,000 करोड़ रुपए की गिरावट आई है।
रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन अनिल अंबानी ने कहा कि इसने उनकी कंपनी के खिलाफ राजनीतिक रूप से प्रेरित गलत आरोपों को झूठा साबित किया है।
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