Reliance Power share : पिछले 5 सत्रों में रिलायंस पावर का शेयर 23.50 रुपये से बढ़कर 31.53 रुपये तक पहुंच गया है। इस तरह इसने 5 दिनों में ही निवेशकों को 33 फीसदी रिटर्न दिया है।
रिलायंस पावर का शेयर बढ़त के साथ बंद हुआ था। यह 0.91 फीसदी या 0.24 रुपये की बढ़त लेकर 26.64 रुपये पर बंद हुआ था। इस शेयर का 52 वीक हाई 34.35 रुपये है।
Reliance Capital news : भारी-भरकम कर्ज ने रिलायंस कैपिटल की हालत खराब कर दी। इस पर करीब 40,000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज था।
Reliance Capital share : आरकैप की 9,650 करोड़ रुपये की खरीद प्रक्रिया को अमलीजामा पहनाने के लिए राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण की 27 मई की समयसीमा खत्म होने में कुछ दिन बचे हैं।
हिंदुजा ग्रुप की कंपनी आईआईएचएल के चेयरमैन अशोक हिंदुजा ने कहा कि उसे रिलायंस कैपिटल के 9,650 करोड़ रुपये के अधिग्रहण के लिए बीमा नियामक इरडा से अभी तक मंजूरी नहीं मिली है।
NFRA ने 12 अप्रैल के आदेश में कहा कि संदिग्ध धोखाधड़ी की रिपोर्ट करने और अन्य संयुक्त लेखा परीक्षक (पीडब्ल्यू) द्वारा इस्तीफे के बावजूद लेखा परीक्षकों ने ऑडिटिंग के मानकों (एसए) के तहत पर्याप्त प्रक्रियाएं पूरी नहीं की।
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के उस आदेश से उस पर कोई दायित्व नहीं डाला गया है, जिसने दिल्ली एयरपोर्ट मेट्रो एक्सप्रेस प्राइवेट लिमिटेड के पक्ष में दिए गए 8,000 करोड़ रुपये के मध्यस्थता पुरस्कार को कैंसिल कर दिया था।
इरडा ने उस लोन के बारे में आपत्ति व्यक्त की है, जिसे आईआईएचएल ने रिलायंस कैपिटल के अधिग्रहण के लिए जुटाने की योजना बनाई है।
Reliance Capital: रिलायंस कैपिटल भारतीय शेयर बाजार से डिलिस्ट होने जा रही है। इस कंपनी को दिवाला प्रक्रिया में हिंदुजा ग्रुप की ओर से खरीदा जाएगा।
Anil Ambani की कंपनी रिलायंस कैपिटल बिकने जा रही है। इसे खरीदने के लिए हिंदुजा ग्रुप फंड जुटा रहा है।
Reliance Power Share: रिलांयस पावर के शेयर में जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है। शेयर आज 19 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ है।
पहले दौर की नीलामी में आईआईएचएल ने पहले 8,110 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी लेकिन बाद में उसे संशोधित कर 9,000 करोड़ रुपये कर दिया था। कर्जदाताओं ने उम्मीद के अनुरूप बोली नहीं मिलने पर दूसरे दौर की नीलामी करने का फैसला किया था जिसे राष्ट्रीय कंपनी विधि अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) ने उचित ठहराया।
अनिल अंबानी की अगुवाई वाली कंपनी की कुल आय चालू वित्तवर्ष की पहली तिमाही में घटकर 1,958.72 करोड़ रही, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 2,144.97 करोड़ थी।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने अप्रैल, 2021 में मुकेश अंबानी, अनिल अंबानी, नीता अंबानी, टीना अंबानी और कुछ अन्य लोगों पर कुल 25 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था।
अनिल अंबानी ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज मामले में अपना बयान दर्ज कराया था।
तिमाही के दौरान रिलायंस कैपिटल का कुल खर्च भी 8,982 करोड़ रुपये से घटकर 5,949 करोड़ रुपये रह गया।
उच्च न्यायालय ने सितंबर, 2022 में कारण बताओ नोटिस पर लंबित सुनवाई पर अंतरिम रोक लगा दी थी।
रिलायंस कैपिटल (आरकैप) के समाधान के मामले में ऋणदाताओं की नीलामी की एक और दौर की याचिका को स्वीकार कर लिया है।
एनसीएलटी (राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण) की मुंबई पीठ ने दो फरवरी को कहा था कि वित्तीय बोलियों के लिए चुनौती व्यवस्था 21 दिसंबर, 2022 को खत्म हो गई है, जिसमें 8,640 करोड़ रुपये की सबसे ऊंची बोली टॉरेंट इन्वेस्टमेंट्स की थी।
सूत्रों ने कहा कि नीलामी के पहले दौर में हिंदुजा और टॉरेंट दोनों समूहों ने नीलामी खत्म होने के बाद भी अपनी बोलियों को लगातार बढ़ाया है।
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