दूसरी तिमाही में कंपनी के रेवेन्यू में मामूली गिरावट देखने को मिली। चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में कंपनी ने 7345.96 करोड़ रुपये का रेवेन्यू जनरेट किया, जो पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 7373.49 करोड़ रुपये था।
इन कंपनियों के जुर्माना देने में विफल रहने पर मांग नोटिस आया है। सेबी ने सभी 6 कंपनियों को अलग-अलग नोटिस में प्रत्येक कंपनी को 25.75 करोड़ रुपये का भुगतान करने का निर्देश दिया है। इसमें ब्याज और वसूली लागत शामिल है।
हाल ही में अनिल अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस समूह ने भूटान में उतरने की घोषणा करते हुए कहा था कि वह पड़ोसी देश में 1,270 मेगावाट की सौर एवं पनबिजली परियोजनाएं स्थापित करेगा।
अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस पावर ने हाल में शानदार मजबूती हासिल की थी, जब कंपनी ने अपना कर्ज घटाया था। बीएसई सेंसेक्स में 5 प्रतिशत लोअर सर्किट के साथ कंपनी का शेयर फिलहाल 51 रुपये प्रति शेयर से नीचे है।
रिलायंस एंटरप्राइजेज अगले दो वर्षों में दो चरणों में 500 मेगावाट का सौर संयंत्र स्थापित करेगी। यह संयंत्र भूटान के गेलेफू माइंडफुलनेस सिटी में स्थापित किया जाएगा।
सोमवार को 48.67 रुपये के भाव पर बंद हुए रिलायंस पावर के शेयरों ने मंगलवार को कारोबार शुरू करते ही अपर सर्किट लगा दिया। दरअसल, आज कंपनी के शेयर सीधे 4.99 प्रतिशत (2.43 रुपये) की तेजी के साथ 51.10 रुपये के भाव पर खुले और बंद भी हो गए।
पिछले हफ्ते शुक्रवार को कंपनी के शेयर 46.35 रुपये के भाव पर बंद हुए थे। सोमवार, 30 सितंबर को रिलायंस पावर के शेयर गिरावट के साथ 46.25 रुपये के भाव पर खुले थे।
कंपनी ने कहा कि अदालत ने आवंटन-पूर्व ब्याज राहत और बैंक गारंटी पर ब्याज में कमी यानी 181 करोड़ रुपये की राशि को छोड़कर मध्यस्थता निर्णय को बरकरार रखा, जो अर्जित ब्याज सहित कुल 780 करोड़ रुपये है।
रोजा पावर अगली तिमाही में बाकी के बचे सारे कर्ज का भुगतान कर कर्ज मुक्त होना चाहती है और चालू वित्त वर्ष के अंत से पहले इस प्रक्रिया को पूरा करने के लक्ष्य पर काम कर रही है।
बयान में कहा गया है, ‘‘तरजीही निर्गम से प्राप्त होने वाले पैसों का इस्तेमाल सीधे तौर पर कारोबारी संचालन के विस्तार और सब्सिडरी कंपनियों और जॉइंट वेंचर्स में इंवेस्टमेंट, कर्ज में कमी और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।’’
निवेशकों ने कहा कि अनिल अंबानी की प्रमुख कंपनी रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर में प्रवर्तक समूह द्वारा 1,100 करोड़ रुपये निवेश करने की घोषणा ने समूह की पुनरुद्धार योजनाओं में उनका भरोसा और बढ़ा दिया है।
अनिल अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी), आईसीआईसीआई बैंक और अन्य कर्जदाताओं का बकाया चुकाने के बाद अपना एकल कर्ज 87 प्रतिशत घटा लिया है।
रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (रिलायंस इन्फ्रा) का कहना है कि बाहरी ऋण देयता घटकर 475 करोड़ रुपये रह गई है। इस भुगतान के बाद कंपनी की कुल संपत्ति 9,041 करोड़ रुपये होगी।
रिलायंस पावर अब कर्ज में डूबी कंपनी नहीं रह गई है। कंपनी ने अपना ₹800 करोड़ का कर्ज चुका दिया है और अब यह स्टैंडअलोन आधार पर कर्ज मुक्त कंपनी है।
Reliance Power share : पिछले 5 सत्रों में रिलायंस पावर का शेयर 23.50 रुपये से बढ़कर 31.53 रुपये तक पहुंच गया है। इस तरह इसने 5 दिनों में ही निवेशकों को 33 फीसदी रिटर्न दिया है।
रिलायंस पावर का शेयर बढ़त के साथ बंद हुआ था। यह 0.91 फीसदी या 0.24 रुपये की बढ़त लेकर 26.64 रुपये पर बंद हुआ था। इस शेयर का 52 वीक हाई 34.35 रुपये है।
Reliance Capital news : भारी-भरकम कर्ज ने रिलायंस कैपिटल की हालत खराब कर दी। इस पर करीब 40,000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज था।
Reliance Capital share : आरकैप की 9,650 करोड़ रुपये की खरीद प्रक्रिया को अमलीजामा पहनाने के लिए राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण की 27 मई की समयसीमा खत्म होने में कुछ दिन बचे हैं।
हिंदुजा ग्रुप की कंपनी आईआईएचएल के चेयरमैन अशोक हिंदुजा ने कहा कि उसे रिलायंस कैपिटल के 9,650 करोड़ रुपये के अधिग्रहण के लिए बीमा नियामक इरडा से अभी तक मंजूरी नहीं मिली है।
NFRA ने 12 अप्रैल के आदेश में कहा कि संदिग्ध धोखाधड़ी की रिपोर्ट करने और अन्य संयुक्त लेखा परीक्षक (पीडब्ल्यू) द्वारा इस्तीफे के बावजूद लेखा परीक्षकों ने ऑडिटिंग के मानकों (एसए) के तहत पर्याप्त प्रक्रियाएं पूरी नहीं की।
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