अमूल की ओर से अमेरिका के न्यूयॉर्क, न्यू जर्सी, शिकागो, वाशिंगटन, डलास और टेक्सास सहित अन्य शहरों दूध लॉन्च करने का ऐलान किया गया है। इसके लिए अमूल ने एक अमेरिकी कंपनी से भी साझेदारी की है।
Amul Milk: महंगाई की मार से आम आदमी परेशान है। सब्जी की कीमत हो या दूध के दाम खरीदते-खरीदते हालत खराब हो गई है।
Amul Price Hike: अमूल दूध की कीमतों में एक बार फिर से बढ़ोतरी होने जा रही है। कंपनी के MD ने इसको लेकर एक बड़ी जानकारी सामने रखी है। आइए पूरी खबर जानते हैं।
भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश है। वर्ष 2021-22 में उत्पादन 22.1 करोड़ टन रहा, जो पिछले वर्ष के 20.8 करोड़ टन के उत्पादन से 6.25 प्रतिशत अधिक था।
देश में दूध की कमी के चलते इस साल एक बार फिर दूध की कीमतों में तीखी बढ़ोत्तरी देखने को मिल सकती है।
Ice-cream Price Hike: अगर सरकार डेयरी उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाती है तो ऐसी स्थिति आगे भी बनी रहेगी। दुध के दाम बढ़ने के बाद से आइसक्रीम के दाम में अभी तक कोई बड़ी बढ़ोतरी नहीं हुई है, लेकिन अब ये अनुमान लगाया जा रहा है कि कंपनियां आइसक्रीम पर भी कीमत का बम फोड़ सकती है।
आम बजट पेश होने के बाद दूध कंपनियां लगातार आम आदमी को झटके दे रही हैं। पराग से पहले अमूल कंपनी ने दूध के दामों में बढ़ोतरी की थी। वहीं अब पराग ने भी दाम बढ़ा दिए हैं। ये बढ़े हुए दाम आज 5 फरवरी से लागू हो जाएंगे।
Amul Hikes Milk Price: बजट के तुरंत बाद मंहगाई की आम जनता पर एक और मार पड़ी है। अमूल ने 3 रुपये प्रति लीटर दूध के दाम बढ़ा दिए हैं।
दूध की बढ़ती कीमतों को लेकर हर कोई परेशान है। दिल्ली में इस साल 3 से 4 बार दूध की कीमतों में बढ़ोत्तरी की जा चुकी है। इस बीच अमूल की घोषणा ने बड़ी राहत दी है।
इस को-ऑपरेटिव की शुरुआत दो छोटे गांवों में केवल 250 लीटर दूध प्रतिदिन के संग्रह के साथ 1946 में हुई थी, आज यह 2.9 करोड़ लीटर दूध प्रतिदिन को संभाल रही है।
पिछले 1. 5 वर्षों में अमूल ने अपने ताजा दूध के मूल्य में कोई वृद्धि नहीं की थी। इस दौरान ऊर्जा, पैकेजिंग, लॉजिस्टिक्स की कुल लागत में वृद्धि के कारण, परिचालन खर्च बढ़ गया है।
नई कीमत अमूल के सभी मिल्क ब्रांड जैसे गोल्ड, ताजा, शक्ति, टी-स्पेशल के साथ ही साथ गाय और भैंस के दूध पर लागू होगी।
अमूल बहुत छोटे से निवेश और अच्छे कारोबार कौशल के साथ किसी भी व्यक्ति को फ्रेंचाइजी बनने का मौका देती है। इसके लिए बहुत कम निवेश और कार्यशील पूंजी की आवश्यकता होगी।
कोरोना वायरस से बचने की अभी कोई दवा या टीका उपलब्ध नहीं है ऐसे में अमूल का हल्दी, तुलसी और अदरक दूध लोगों की इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में मदद करेगा।
अमूल की सदस्य यूनियनों ने वर्तमान में 350 लाख लीटर प्रतिदिन की दूध प्रोसेसिंग क्षमता को अगले दो सालों में बढ़ाकर 380-400 लाख लीटर प्रतिदिन करने की योजना बनाई है।
प्रधानमंत्री मोदी की सलाह पर अमल करते हुए अमूल जल्द ही ऊंटनी के फ्लेवर्ड दूध को भारत में लॉन्च करने जा रहा है।
3 मार्च की रात से अमूल दूध की कीमतों में 2 रुपए प्रति लीटर की वृद्धि हो गई है। अमूल ने अपने अन्य डेयरी प्रोडक्ट्स के दामों में पहले बढ़ोत्तरी कर चुका है।
नितिन गडकरी ने कहा कि प्रमुख डेयरी कंपनी अमूल महाराष्ट्र के सूखाग्रस्त विदर्भ क्षेत्र में 400 करोड़ रुपए की परियोजना को स्थापित करने को इच्छुक है।
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