एक रात, एक ट्वीट, एक व्यक्ति, एक कहानी और एक कंपनी... ये सारे एक पल में अपने वजूद को खो बैठे। FTX के सीईओ सैम बैंकमैन-फ्राइड जिन्हें दुनिया का दूसरा वॉरेन बफेट कहा जाता था उन्होनें अपनी 90% से अधिक संपत्ति एक झटके में गवां दी।
इस बढ़ोतरी के बाद भारत में भी ब्याज दर में और बढ़ोतरी की संभावना बढ़ गई है। RBI की 3 नवंबर यानी आज से मौद्रिक समिति की विशेष बैठक हो रही है।
Parag Aggrwal: ट्विटर की कमान हाथ में आने के बाद एलन मस्क ने CEO पराग अग्रवाल को कंपनी से बाहर निकाल दिया है। इसके साथ ही कंपनी के लीगल, पॉलिसी और ट्रस्ट हेड विजया गाड्डे, चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर नेड सेगल, 2012 से ट्विटर के जनरल काउंसल रहे सीन एडगेट को भी बाहर निकाल दिया गया है।
Elon Musk-Twitter Deal: एलन मस्क और ट्विटर के बीच डील फाइनल होने वाली है। उनके पास अब इसके लिए 28 अक्टूबर तक का ही समय बचा है।
Chip Manufacturing: भारत ने देश में उत्पादन में निवेश करने के लिए चिप कंपनियों को आकर्षित करने के लिए तरजीह नीतियों की एक श्रृंखला शुरू की है। चीन इससे भी नाराज है।
जनवरी से जून के बीच अमेरिका ने भारत को 23 अरब डॉलर का निर्यात किया जबकि भारत ने अमेरिका को 44 अरब डॉलर का निर्यात किया है।
America में वेतन बढ़ने से कंपनियों को दाम बढ़ाने पड़ रहे हैं ताकि उच्च श्रम लागत की पूर्ति की जा सके, वहीं इससे उपभोक्ताओं की खर्च करने की क्षमता भी बढ़ी है।
RBI ने एक मई, 2021 से प्रभाव में आये भुगतान प्रणाली आंकड़ा भंडारण को लेकर जारी निर्देशों का अनुपालन नहीं करने को लेकर American Express बैंकिंग कॉरपोरेशन पर पाबंदी लगायी थी।
"भारत दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाला देश और पांचवें या छठे सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। उसे ज़रूरत नहीं है कि वो अमेरिका (America) और चीन (China) के धुरी में शामिल हो।"
रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में गैस, खाने-पीने के सामान महंगा होने और किराए बढ़ने से जून में मुद्रास्फीति को चार दशक के नए शिखर पर पहुंचा गई।
अमेरिका ने दरअसल निर्यात के मुकाबले अधिक आयात किया है। इसके अलावा दुकानों और गोदामों में माल की धीमी आपूर्ति का भी अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर असर पड़ा है।
कंपनियों पर घरेलू भरोसे के मामले में भारत का नाम सूची में 89 प्रतिशत के साथ सबसे ऊपर है। इसके बाद 82 प्रतिशत के साथ चीन का स्थान है।
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की परिस्थितियों में कच्चे तेल के दामों में बढ़ोतरी का प्रभाव दुनियाभर में देखा जा रहा है। भारत भी इसके प्रभाव से अछूता नहीं है। जानिए क्या और कैसे पड़ता है इसका प्रभाव।
‘थैंक्सगिविंग’ (त्योहार) अवकाश के आसपास मौसमी समायोजन ने अपेक्षा से अधिक हुई इस गिरावट में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
इस पहल का मकसद ‘‘मूल्य-संचालित, उच्च-मानक वाली और पारदर्शी बुनियादी ढांचा साझेदारी’’ कायम करने के लक्ष्य के साथ विकासशील देशों में वित्त परियोजनाओं को मदद देना भी है।
ट्रॉय मिलर ने परस्पर मान्यता करार (एमआरए) पर 22 सितंबर को हस्ताक्षर किए। इसके तहत दोनों देश एक-दूसरे के अधिकृत आर्थिक परिचालकों (एईओ) को मान्यता देंगे। सीबीआईसी ने एक ट्वीट के जरिये यह जानकारी दी।
श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने 31 अगस्त को देश की मुद्रा के मूल्य में भारी गिरावट के कारण खाद्य कीमतों में वृद्धि के बाद बढ़ती मुद्रास्फीति को रोकने के लिए आर्थिक आपातकाल की घोषणा की थी।
बैठक के बाद एक संयुक्त बयान में कहा गया, ‘‘वे 2021 के अंत तक भारत-अमेरिका व्यापार नीति फोरम को पुनर्गठित करने के लिए तत्पर हैं, ताकि व्यापार चिंताओं का समाधान कर द्विपक्षीय व्यापार संबंधों को बढ़ावा दिया जा सके।’’
रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका और ईयू के साथ एफटीए नहीं होने की वजह से घरेलू निर्यातकों को नुकसान हो रहा है। समिति ने इस बात पर चिंता जताई है कि 2019-20 की तुलना में देश के निर्यात में गिरावट आई है।
देश के सबसे अमीर व्यक्ति उद्योगपति मुकेश अंबानी का मानना है कि भारत में तीन दशक के आर्थिक सुधारों का नागरिकों को मिला लाभ ‘असमान’ रहा है।
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