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आप एसएमएस के जरिए भी अपने पीएफ अकाउंट का बैलेंस पता कर सकते हैं। आप 7738299899 नंबर पर एक SMS भेजकर भी अपने ईपीएफ खाते का बैलेंस और अपने खाते में आया नवीनतम योगदान जान सकते हैं।
एसआईपी में निवेश करते समय इस बात का खास ध्यान रखें कि एसआईपी में कभी भी एक जैसा रिटर्न नहीं मिलता है और इसमें हमेशा लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है। इसलिए आप अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अपनी क्षमता के हिसाब से एसआईपी में ज्यादा से ज्यादा समय के लिए ज्यादा से ज्यादा रुपये का निवेश करें।
मुख्यमंत्री ने किसानों के लिए एक और पहल करते व्हाट्सएप के माध्यम से 40 लाख मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरित किये जाने की शुरूआत की। यह कदम कार्ड छपने में देरी के कारण पैदा हुई दिक्कतों को दूर करने के लिए उठाया गया।
जियो ने कहा, ‘‘नीलामी के माध्यम से स्पेक्ट्रम आवंटन भारतीय कंपनियों को विदेशी कंपनियों के साथ सीधे प्रतिस्पर्धा करने का अवसर प्रदान करेगा। विदेशी कंपनियों ने पहले आओ, पहले पाओ पर आधारित आईटीयू (अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ) प्राथमिकता लिस्ट को बाधित किया है और अपने खुद के समूह की योजना बनाई है।’’
माइक्रोसेव कंसल्टिंग के एक अध्ययन में 1,00,000 से अधिक महिला एमएसएमई वाले चार प्रमुख क्षेत्रों की पहचान की गई। ये क्षेत्र हैं- सौंदर्य और स्वास्थ्य देखभाल, कपड़ा विनिर्माण, खुदरा व्यापार और खाद्य और पेय पदार्थ।
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी है। विधानसभा चुनाव को देखते हुए चुनाव आयोग ने आज यानी 15 अक्टूबर से ही राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू कर दी है। चुनाव आयोग ने राज्य में कई फ्लाइंग स्क्वॉड और सर्वीलांस टीमों को तैनात किया है।
मामले से परिचित लोगों ने बताया कि भारत का टॉप लेंडर देश के सबसे नए फाइनेंशियल सेंटर गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी (GIFT City) में अपनी ब्रांच के माध्यम से सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए सुविधा जुटा रहा है।
India foreign exchange reserves : सितंबर के अंत में विदेशी मुद्रा भंडार 704.88 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंचा था, जो पिछले कई हफ्ते से घट रहा है। इसके बावजूद भारत का विदेशी मुद्रा भंडार पाकिस्तान की तुलना में 42 गुना ज्यादा बड़ा है।
विदेशी निवेशकों ने अक्टूबर में भारतीय शेयर बाजार से 94,000 करोड़ रुपये के शेयर बेचकर पैसे निकाल लिए। संतोष मीणा ने कहा कि इस तिमाही में सबसे बड़ी निराशा एफएमसीजी शेयरों से हुई, जहां मजबूत आय की उम्मीदें पूरी नहीं हुईं।
निफ्टी ऑटो इंडेक्स टीआरआई ने पिछले एक वर्ष में 48.7% की सीएजीआर दी है, जबकि निफ्टी 50 टीआरआई ने 31 अक्टूबर, 2024 तक 28.3% सीएजीआर का रिटर्न दिया है।
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