देश में लॉकडाउन के दौरान उड़ानों पर रोक के बाद 25 मई से अनुसूचित घरेलू यात्री सेवाओं को फिर से शुरू किया था। हालांकि, उस समय विमानन कंपनियों को अपनी कोविड-पूर्व घरेलू उड़ानों की संख्या के 33 प्रतिशत से अधिक का संचालन करने की अनुमति नहीं थी, इसे अब धीरे-धीरे बढ़ाया जा रहा है।
डीजीसीए ने सभी विमानन कंपनियो, एयरपोर्ट अथॉरिटी और दूसरे सभी एयरपोर्ट ऑपरेटर्स को इस आदेश की कॉपी भेजी है।
1 सितंबर (मंगलवार) से कई नियम और चीजें बदलने वाली हैं जिसका आपकी जिंदगी और जेब पर सीधा असर पड़ेगा। जानिए आपका कहां-कहां कितना फायदा होगा।
इस व्यवस्था के तहत संबंधित देशों की एयरलाइंस भी भारत के लिए व भारत से अपनी उड़ानों का परिचालन कर सकेंगी। वहीं भारतीय एयरलाइंस का भी परिचालन जारी रहेगा।
एयरलाइन के सीईओ डग पार्कर और अध्यक्ष रॉबर्ट इसोम ने कर्मचारियों को भेजे नोटिस में कहा कि उन्हें छंटनी से बचे जाने की उम्मीद है, क्योंकि महामारी का प्रकोप कम पड़ने से एक अक्टूबर तक हवाई यात्रा की मांग में तेजी आने का अनुमान है।
एसोसिएशन ने उम्मीद जताई है कि सेक्टर के लिए सबसे बुरी स्थिति खत्म हो चुकी है
25 मई से घरेलू उड़ानों की शुरूआत के साथ ही एयरलाइंस ने शुरू किया रिफंड
IATA ने कहा कि भारतीय बाजार से परिचालन करने वाली विमानन कंपनियों के राजस्व में 85,000 करोड़ रुपए से अधिक का असर होगा
सरकार ने एयरलाइंस से कहा है कि वो उड़ानों पर सरकार के फैसले के बाद ही बुकिंग पर फैसला ले
विमानन कंपनी गो एयर के 5,500 कर्मचारियों में से ज्यादातर तीन मई तक बिना वेतन के अवकाश पर रहेंगे। कोरोना वायरस की रोकथाम के लिये जारी ‘लॉकडाउन’ की अवधि बढ़ाये जाने के कारण कंपनी के सभी विमान खड़े हैं।
तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक और उसके साथियों के उत्पादन में कटौती पर सहमति जताने के बाद कच्चे तेल की कीमतों में तेजी आने से सोमवार को एयरलाइन और तेल विपणन कंपनियों के शेयरों में गिरावट हुई।
लॉकडाउन की वजह से दुनिया भर में अधिकांश यात्री उड़ानों पर रोक लगी है
कोरोना वायरस के कारण वैश्विक हवाई यातायात लॉकडाउन लागू होने से दूसरे देशों के भारत में फंसे लोगों को उनके देश में पहुंचाने के लिए स्विस फेडरेशन डिपार्टमेंट ऑफ फॉरेन अफेयर्स (FDFA) की ओर से SWISS ने एक विशेष उड़ान, LX154 को ज्यूरिख से मुंबई और नई दिल्ली के लिए भेजा है।
कोरोना वायरस महामारी से दुनियाभर की विमानन कंपनियों की यात्रियों से होने वाली आय में 2020 में 252 अरब डॉलर का नुकसान होने का अनुमान है।
इंडिगो ने शुक्रवार को कहा कि रविवार को ‘जनता कर्फ्यू’ के मद्देनजर वह महज 60 प्रतिशत घरेलू उड़ानों का परिचालन करेगी।
कोरोना वायरस के चलते संकट का सामना कर रही घरेलू विमानन कंपनियों को 2020 की पहली तिमाही में बड़े नुकसान की संभावना है।
कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने के बीच दुनिया भर में आवाजाही पर रोक लगने से निवेशकों की चिंताएं बढ़ीं और गुरुवार को विमानन कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली हुई।
लुफ्थांसा ग्रुप एयरलाइंस ने 31 मार्च तक दुनिया भर में सभी नई बुकिंग पर उड़ानों के लिए बुकिंग शुल्क माफ करने का फैंसला किया है।
शनिवार को विस्तार को मिलेगा पहला बोइंग ड्रीम लाइनर
इक्रा के अनुसार, कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण अंतरराष्ट्रीय यात्री दक्षिण-पूर्वी एशिया के देशों की टिकटें रद्द कर रहे हैं। इस कारण विमानन क्षेत्र के भविष्य का परिदृश्य नकारात्मक हो गया है।
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