इंडिगो, स्पाइसजेट, अकासा एयर, विस्तारा एयरलाइंस, एयरएशिया, एयर इंडिया, कतर एयरवेज, सिंगापुर एयरलाइंस और गल्फ एयर जैसी प्रसिद्ध एयरलाइनों के टिकट पर पेटीएम से टिकट बुक करने पर छूट मिलेगी।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि टाटा को कंट्रोल लेने के तुरंत बाद पुरानी प्रबंधन टीम को हटाकर एक नई टीम को नियुक्त करना चाहिए था।
अगर स्थिति नहीं संभली और इस्तीफे जारी रहे तो एयरलाइन को सिर्फ सितंबर में ही 600-700 फ्लाइट्स को कैंसिल करना पड़ सकता है।
अकासा एयर (Akasa Air) ने पिछले साल ही अगस्त में अपना ऑपरेशन शुरू किया है। एयरलाइन देश के कई शहरों को अपने नेटवर्क में शामिल कर चुकी है।
समाधान पेशेवर का प्रतिनिधित्व करने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता रामजी श्रीनिवासन ने कहा कि यह बंद पड़ी एयरलाइन को बहार करने की व्यावसायिक योजना के तहत किया जा रहा है।
किफायती एयरलाइन इंडिगो की बाजार हिस्सेदारी मई, 2022 के 57.5 प्रतिशत से बढ़कर पिछले महीने 61.4 प्रतिशत हो गई।
गो फर्स्ट के हटने के बाद से जिन रूट पर यह सेवाएं देती थी, वहां अचानक हवाई किरायों में बेतहाशा वृद्धि हुई है।
एयरलाइन ने नियामक के कारण बताओ नोटिस का जवाब दे दिया है, जिससे संकेत मिलता है कि वह जल्द से जल्द उड़ानों को फिर से शुरू करने पर काम कर रही है।
Aircraft Market Initiative: इन दिनों विमान कंपनियों द्वारा निवेश बढ़ाए जाने की खबर देखने को मिल रही है, जिसमें अपने बेड़े में नए विमान शामिल करने हो या कर्मचारी के लिए बेहतर सैलरी पैकेज का इंतजाम करना हो।
एनसीएलटी ने गो फर्स्ट के मामलों को देखने के लिये अंतरिम समाधान पेशेवर नियुक्त किया है। साथ ही ऋणशोधन प्रक्रिया के तहत उसके निदेशक मंडल को निलंबित कर दिया था। गो फर्स्ट ने तीन मई से उड़ानों का परिचालन बंद कर दिया है।
संचालन को फिर से शुरू करने के लिए धन के संबंध में गो एयरलाइंस के सीईओ कौशिक खोना ने पहले बताया था कि कंपनी को इमरजेंसी लाइन क्रेडिट गारंटी स्कीम के तहत स्वीकृत 1,500 करोड़ रुपये में से 208 करोड़ रुपये की शेष राशि अभी तक नहीं मिली है।
एयरलाइन पर कुल देनदारी 11,463 करोड़ रुपये है। उसने स्वैच्छिक रूप से दिवाला कार्यवाही के लिये आवेदन दिया। साथ ही वित्तीय बाध्यताओं पर अंतरिम रोक का आग्रह किया। गो फर्स्ट पहले ही 15 मई तक टिकट की बिक्री निलंबित कर चुकी है।
डीजीसीए की वेबसाइट पर उपलब्ध सूचना के मुताबिक, पट्टे पर विमान मुहैया कराने वाली कंपनियों ने गो फर्स्ट को दिए गए नौ अन्य विमानों की सूचीबद्धता खत्म करने का अनुरोध किया है।
गो फर्स्ट पिछले 17 वर्षों से उड़ान भर रही है और उसने 15 मई तक टिकटों की बिक्री को निलंबित कर दिया है।
Go First Air and SpiceJet News: देश की दो एयरलाइन के खिलाफ दिवाला प्रक्रिया की सुनवाई होने वाली है। इसके लिए 8 मई की तारीख तय की गई है। आइए पूरा मामला जानते हैं।
गो फर्स्ट के जवाब के बाद डीजीसीए ने एयरलाइन से मौजूदा नियमनों के तहत निर्धारित समयसीमा में टिकट का पैसा लौटाने का निर्देश दिया है।
लेकिन एक कंपनी की आपदा दूसरी कंपनी के लिए अवसर बन गया है। संकट के इस दौर में मौके पर चौका मारा है घाटे में चल रही एक अन्य एयरलाइंस स्पाइसजेट ने।
Aviation Industry: ऐसा लगता है कि गो फर्स्ट भी उसी राह पर जा रही है जिस राह पर कभी किंगफिशर गई थी। ऐसे में सवाल ये उठ रहा है कि क्या गो एयर भी किंगफिशर के रास्ते पर चलते हुए बिजनेस बंद करेगी? ऐसे क्यों लग रहा है? यहां समझिए।
एनओसी प्राप्त होने के साथ एयरलाइन जल्दी ही हवाई परिचालक का परमिट लेने के लिये नागर विमानन महानिदेशालय के पास आवेदन करने की प्रक्रिया शुरू करेगी।
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