अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय विमानन कंपनी एयर इंडिया की बिक्री भारत के निजीकरण के प्रयासों में एक ‘महत्वपूर्ण मील का पत्थर’ साबित होगी।
निजी हवाई जहाज (चार्टर) सेवा प्रदान करने वाली कंपनी एयरलक्सीस को कोविड-19 महामारी के वजह से निजी हवाई यात्रा के लिए बढ़ती मांग के बीच प्रति दिन 30 से 40 उड़ानों के संचालन की उम्मीद है।
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही दूरसंचार क्षेत्र की कंपनियों के लिए अच्छी साबित होगी। ग्राहक आधार बढ़ने से जियो का प्रदर्शन जहां मजबूत रहेगा, वही भारती एयरटेल और आइडिया-वोडाफोन को शुल्कों में वृद्धि से मदद मिलेगी।
इसी महीने सरकार ने टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी की इकाई टैलेस प्राइवेट लि. की एयर इंडिया के लिए 18 हजार करोड़ रुपये की पेशकश को स्वीकार कर लिया था।
नागर विमानन मंत्रालय ने महामारी की दूसरी लहर के कारण एक जून से यात्रियों की अनुमति योग्य क्षमता को घटाकर 50 प्रतिशत कर दिया था।
भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने दूरसंचार विभाग द्वारा ‘प्वाइंट ऑफ इंटरकनेक्ट’ मामले में कुल 3,050 करोड़ रुपये का जुर्माना देने के लिए जारी नोटिस को चुनौती देने के लिए दूरसंचार न्यायाधिकरण का रुख किया है।
सरकार ने घाटे में चल रही एयर इंडिया में अपनी 100 प्रतिशत हिस्सेदारी टाटा समूह को 18,000 करोड़ रुपये में बेचने की पुष्टि को लेकर सोमवार को आशय पत्र जारी किया।
राकेश झुनझुनवाला 260.7 करोड़ रुपये के निवेश के साथ एक नई लो-कॉस्ट एयरलाइन वेंचर की शुरुआत करने जा रहे हैं। नई एयरलाइन में झुनझुनवाला की 40 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी।
एयर इंडिया को टाटा को सौंपने से पहले, सरकार बाकी चार महीने की अवधि (सितंबर-दिसंबर) के लिए एयर इंडिया के बहीखातों पर काम करेगी और जो भी देनदारियां बचेगीं, उन्हें एआईएएचएल को स्थानांतरित कर दिया जाएगा।
रतन टाटा के मुताबिक टाटा समूह का एयर इंडिया के लिये बोली जीतना बड़ी खबर है, और यह टाटा समूह के विमानन उद्योग में मौजूदगी को यह मजबूत व्यवसायिक अवसर उपलब्ध कराएगी
यह पहल एयरटेल के फ्लैगशिप मेरा पहला स्मार्टफोन प्रोग्राम का एक हिस्सा है, जिसका उद्देश्य और अधिक भारतीयों के लिए क्वालिटी स्मार्टफोन को खरीदना आसान बनाना है।
68 साल बाद एक बार फिर से टाटा ग्रुप, एयर इंडिया का मालिक बन गया है। भारत की सरकारी एयरलाइन कंपनी एअर इंडिया (Air India) की शुरुआत 88 साल पहले टाटा ग्रुप के चेयरमेन 'जहांगीर रतनजी ददभोय टाटा' (JRD Tata) ने की थी और आज एक बार फिर से 88 साल पुराना इतिहास दोहराया गया है।
जहांगीर रतनजी दादाभाई (जेआरडी) टाटा ने 1932 में एयरलाइन की स्थापना की थी। उस समय इस विमानन कंपनी को टाटा एयरलाइंस कहा जाता था।
भारत सरकार ने 2018 में गुवाहाटी हवाई अड्डे को उन छह हवाई अड्डों के समूह में शामिल किया था जिन्हें 50 वर्षों की अवधि के लिए संचालन, प्रबंधन और विकास के लिए निर्धारित किया गया है।
जहांगीर रतनजी दादाभाई (जेआरडी) टाटा ने 1932 में एयरलाइन की स्थापना की थी। तब इसे टाटा एयरलाइंस कहा जाता था।
सितंबर 2021 में, उड़ानों का औसत दैनिक प्रस्थान लगभग 2,100 था, जो सितंबर, 2020 में लगभग 1,321 का था। सितंबर में लगभग 61,100 उड़ानें संचालित हुईं
अडाणी समूह ने 2019 में छह हवाई अड्डों - अहमदाबाद, जयपुर, लखनऊ, गुवाहाटी, तिरुवनंतपुरम और मेंगलुरु के लिए बोली जीती थी।
यह परीक्षण दर्शाता है कि उन्नत मोबाइल ब्रॉडबैंड (ईएमबीबी) और फिक्स्ड वायरलेस पहुंच (एफडब्ल्यूए) सेवाओं जैसे समाधानों के जरिये उच्च गति वाले ब्रॉडबैंड तक पहुंच को सक्षम करके डिजिटल खाई को पाटने में 5जी काफी मददगार साबित हो सकता है।
स्ते हवाई सफर को लेकर अच्छी खबर है। देश की बड़ी एयरलाइंस एयर टिकट पर 50 फीसदी तक की छूट दे रही है। आप भी इस मौके का लाभ उठा सकते है। इसके लिए आपको क्या करना होगा और ऑफर क्या है इसकी जानकारी हम आपको इस खबर में देने जा रहे है।
बेशक बोलियां आमंत्रित की गई थीं और इनका मूल्यांकन अधिकारियों द्वारा और नियत समय में किया जाता है।
लेटेस्ट न्यूज़