डीजीसीए की वेबसाइट पर उपलब्ध सूचना के मुताबिक, पट्टे पर विमान मुहैया कराने वाली कंपनियों ने गो फर्स्ट को दिए गए नौ अन्य विमानों की सूचीबद्धता खत्म करने का अनुरोध किया है।
एयर इंडिया के अनुसार, 40 वर्ष या उससे अधिक की आयु प्राप्त करने वाले और एयरलाइनों में न्यूनतम पांच वर्ष की निरंतर सेवा पूरी करने वाले स्थायी सामान्य कैडर के अधिकारी इस प्रस्ताव के पात्र हैं।
गो फर्स्ट पिछले 17 वर्षों से उड़ान भर रही है और उसने 15 मई तक टिकटों की बिक्री को निलंबित कर दिया है।
पैनासोनिक, गोदरेज और दाइकिन जैसे विनिर्माता उम्मीद कर रहे हैं कि इन उत्पादों की बिक्री गर्मी बहाल होते ही सामान्य हो जाएगी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले महीने नागपुर से मुंबई जा रही एयर इंडिया की उड़ान में एक महिला यात्री को बिच्छू ने काट लिया था।
Go First Air and SpiceJet News: देश की दो एयरलाइन के खिलाफ दिवाला प्रक्रिया की सुनवाई होने वाली है। इसके लिए 8 मई की तारीख तय की गई है। आइए पूरा मामला जानते हैं।
गो फर्स्ट के जवाब के बाद डीजीसीए ने एयरलाइन से मौजूदा नियमनों के तहत निर्धारित समयसीमा में टिकट का पैसा लौटाने का निर्देश दिया है।
Zoom Telecom License: पिछले साल सितंबर में सिस्को की भारतीय सहायक कंपनी WebEx India को एक टेलीकॉम लाइसेंस दिया गया था, जिससे कंपनी को देश में बिजनेस ग्रेड राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय टेलीकॉम कनेक्टिविटी देने की अनुमति मिली थी।
अभी हवाई यात्रा की मांग है क्योंकि यह छुट्टियों का समय है और हमें उन क्षेत्रों में किराया बढ़ने की संभावना दिख रही है जहां गो फर्स्ट उड़ान भर रही है। आगामी सप्ताहों में विमान किराये बढ़ेंगे।
गो फर्स्ट ने कहा कि ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसियों के माध्यम से टिकट खरीदने वाले यात्रियों को भी उनके मूल खाते में पैसा मिल जाएगा। हालांकि, ग्राहक अधिक जानकारी के लिए ऑनलाइन ट्रैवल एग्रीगेटर से संपर्क कर सकते हैं।
लेकिन एक कंपनी की आपदा दूसरी कंपनी के लिए अवसर बन गया है। संकट के इस दौर में मौके पर चौका मारा है घाटे में चल रही एक अन्य एयरलाइंस स्पाइसजेट ने।
Aviation Industry: ऐसा लगता है कि गो फर्स्ट भी उसी राह पर जा रही है जिस राह पर कभी किंगफिशर गई थी। ऐसे में सवाल ये उठ रहा है कि क्या गो एयर भी किंगफिशर के रास्ते पर चलते हुए बिजनेस बंद करेगी? ऐसे क्यों लग रहा है? यहां समझिए।
कोरोना महामारी के दौरान विमानन कंपनियों को करीब 2 साल तक भारी घाटा उठाना पड़ा। एक रिपोर्ट के मुताबिक, बीते करीब तीन साल में विमानन कंपनियों को 200 अरब डॉलर से ज्यादा का नुकसान हुआ।
एनओसी प्राप्त होने के साथ एयरलाइन जल्दी ही हवाई परिचालक का परमिट लेने के लिये नागर विमानन महानिदेशालय के पास आवेदन करने की प्रक्रिया शुरू करेगी।
डीजीसीए के एक अधिकारी ने बताया कि प्रथम दृष्टया इस मामले में केबिन क्रू की कोई भूमिका नहीं दिख रही है लेकिन जांच पूरी होने तक विमान के पूरे परिचालक दल की सेवा निलंबित रखी जाएगी।
मौजूदा व्यवस्था के तहत हवाईअड्डों पर 2डी एक्सरे मशीनें लगी हैं। जो आपके बैग के अंदर रखे सामान की 2डी छवि प्रदान करती हैं।
Air India salary of Pilot: जितना आप एक साल में कमाते हैं उतना ये पायलट महीने भर में पाते हैं, Air India अपने कर्मचारियों को बंपर सैलरी दे रही है। आइए उनके सैलरी स्ट्रक्चर पर एक नजर डालते हैं।
एयर इंडिया ने एक बयान में बताया कि इन टैक्सीबोट का इस्तेमाल कंपनी के ए320 विमान बेड़े के लिए किया जाएगा।
कैब सेवाओं के लिए किए गए भुगतानों की संख्या सात गुना बढ़ गई, क्योंकि महामारी का डर कम हो गया है।
कंपनी के बयान में कहा गया है कि सिंगल कॉरिडोर वाले विमान बाजार में एयरबस की प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने और ए320 प्रोग्राम में तेजी लाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।
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