किसी भी एयरलाइंस की लागत इन्फ्रा आम तौर पर दो प्रमुख बातों- एविएशन टर्बाइन फ्यूल (एटीएफ) की कीमतों और आईएनआर-यूएसडी मूवमेंट द्वारा संचालित होती है।
नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के जारी आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में हवाई यातायात इस साल जून की तुलना में कम था, जब 1.32 करोड़ यात्रियों ने उड़ान भरी थी।
अकासा एयर ने जून 2024 के दौरान चार मेट्रो एयरपोर्ट- दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद से 79. 5 प्रतिशत के साथ सबसे अधिक ऑन-टाइम प्रदर्शन किया। जून के दौरान एयर इंडिया की बाजार हिस्सेदारी 13.1 प्रतिशत रही, जबकि विस्तारा की 9.6 प्रतिशत रही।
अगले चार वित्तीय वर्षों में इंटरनेशनल एयर पैसेंजर ट्रैफिक में 10-11 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) होने की संभावना है, जबकि महामारी से पहले के चार वर्षों में यह सिर्फ 5 प्रतिशत सीएजीआर थी।
रवरी में एयर इंडिया की बाजार हिस्सेदारी 12.2 प्रतिशत से बढ़कर 12.8 प्रतिशत हो गई, जबकि इंडिगो की बाजार हिस्सेदारी जनवरी में 60.2 प्रतिशत से मामूली गिरावट के साथ 60.1 प्रतिशत रह गई।
सिविल एविएशन रेगुलेटर डीजीसीए के आंकड़े से पता चलता है कि देश में फ्लाइट से घरेलू सफर करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। एयरलाइन कंपनियों के बीच कॉम्पिटीशन भी तेज हुआ है।
भारत में फ्लाइट से सफर करने वालों की तादाद में कोविड के बाद लगातार तेजी का रुझान देखा जा रहा है। आने वाले समय में भारत सिविल एविएशन का बहुत बड़ा हब बन सकता है। अक्टूबर में घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या 11 प्रतिशत बढ़कर 1.26 करोड़ पर पहुंच गई।
सितंबर, 2023 में यह आंकड़ा 1.22 करोड़ यात्रियों का था। इंडिगो ने अक्टूबर महीने में 79.07 लाख यात्रियों ने सफर कराया। एयर इंडिया की डोमेस्टिट मार्केट में हिस्सेदारी बढ़कर 10.5 प्रतिशत हो गई।
मध्य रेलवे ने हाल ही में जेंडर और उम्र के आधार पर पैसेंजर्स का डाटा जुटाया है। रेलवे अब लंबी दूरी के लिए भी नई वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) ट्रेन लॉन्च करने वाला है।
नरेन्द्र मोदी सरकार के नौ साल के कार्यकाल में विमानन क्षेत्र में हुए कार्यों की जानकारी देने के लिए आयोजित संवाददाता सम्मेलन में सिंधिया ने कहा कि भारत में 2014 तक 74 हवाई अड्डे (हेलीपोर्ट और जलीय विमानपत्तन समेत) थे और अब यह संख्या दोगुनी होकर 148 हो गयी है।
कोरोना महामारी के दौरान विमानन कंपनियों को करीब 2 साल तक भारी घाटा उठाना पड़ा। एक रिपोर्ट के मुताबिक, बीते करीब तीन साल में विमानन कंपनियों को 200 अरब डॉलर से ज्यादा का नुकसान हुआ।
आंकड़ों से पता चलता है कि भारतीय घरेलू उड़ानों (नई शुरू हुई आकाश एयर को छोड़कर) ने स्थानीय रूट पर कुल 76.6 लाख यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाया।
Air Travel: Indigo Airlines से जून में 59.83 लाख घरेलू यात्रियों ने Air Travel किया जो घरेलू विमानन बाजार की कुल हिस्सेदारी का 56.8 प्रतिशत है
बोइंग का अनुमान है कि भारत के नागरिक उड्डयन उद्योग को आने वाले 20 साल के दौरान लगभग 90,000 नए पायलट, तकनीशियन और केबिन क्रू कर्मियों की आवश्यकता होगी
नियामक ने मंगलवार को जारी एक परिपत्र में कहा कि कुछ हवाई अड्डों की निगरानी के दौरान यह ध्यान में आया कि कोविड-19 प्रोटोकॉल का अनुपालन संतोषजनक नहीं है।
साल 2019 में घरेलू हवाई यात्रियों के ट्रैफिक पर अर्थव्यवस्था में सुस्ती का असर देखने को मिला है
डीजीसीए ने एयरएशिया इंडिया के पायलट-इन-कमांड (विमान-प्रभारी पायलट) को मुंबई हवाई अड्डे पर नियंत्रण आदेश का उल्लंघन करने के आरोप में तीन महीने के लिए निलंबित कर दिया है।
ग्लोबल एयरोस्पेस प्रमुख बोइंग ने अनुमान लगाया है कि भारत को अगले 20 वर्षो में 2,380 नए विमानों की जरूरत होगी, जिनकी कीमत 330 अरब डॉलर होगी।
विमानन कंपनियों विशेषकर जेट एयरवेज में कर्ज संकट के चलते अफरा-तफरी की स्थिति बनी हुई है। पायलटों की भी कमी महसूस की गई।
कंपनी के बयान में कहा गया है कि आलोच्य तिमाही में उसका लोड फैक्टर हालांकि एक प्रतिशत घटकर 85 रहा लेकिन इसकी भरपाई क्षमता में 80 प्रतिशत बढ़ोतरी ने कर दी
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