दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी खबर नहीं है। एशियाई विकास बैंक (ADB ) ने प्राइवेट इन्वेस्टमेंट में गिरावट और घरों की मांग में कमी के चलते जीडीपी ग्रोथ का अनुमान घटा दिया है।
एडीबी के भारत के निदेशक मियो ओका ने कहा, भारत की अर्थव्यवस्था ने वैश्विक भू-राजनीतिक चुनौतियों के बीच उल्लेखनीय जुझारु क्षमता दिखाई है और यह स्थिर वृद्धि के लिए तैयार है।
चार साल का यह पैकेज कुल आठ अरब अमेरिकी डॉलर का बैठता है। इन दो अरब में से एडीबी अपनी ‘रियायती खिड़की’ के तहत दो प्रतिशत की निश्चित दर पर करीब एक अरब डॉलर देगा।
एशियन डेवलपमेंट बैंक ने भारतीय अर्थव्यवस्था के इस साल भी मजबूत रहने की उम्मीद जताई है और कहा है कि वित्त वर्ष 2024-25 में अर्थव्यवस्था 7 प्रतिशत की दर से बढ़ सकती है।
एशियाई विकास बैंक ने चालू वित्तवर्ष के लिए भारत की मुद्रास्फीति पर अपने पहले के पूर्वानुमान को 5.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा है।
रिपोर्ट का विश्लेषण इस अनुमान पर आधारित है कि ब्रेंट क्रूड तेल इस वर्ष 88 डॉलर प्रति बैरल और अगले वर्ष 90 डॉलर प्रति बरैल रहेगा।
वित्त मंत्रालय ने ट्वीट कर कहा कि सीतारमण ने ‘इंडिया एट 100’ की नींव रखने पर जोर दिया। इसके मद्देनजर दोनों नेताओं ने भारत-एडीबी देश साझेदारी रणनीति 2023-2027 पर भी चर्चा की, जिसे अंतिम रूप दिया जा रहा है।
एडीबी ने 2022-23 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि के अनुमानों को पहले के 7.2 फीसदी से घटाकर अब सात फीसदी कर दिया है।
इस कर्ज से शहरी इलाकों में पाइप से जलापूर्ति और स्वच्छता को सुधारने की योजनाएं चलाई जाएंगी। ये योजनाएं हाल ही में घोषित 'अमृत 2.0' कार्यक्रम का हिस्सा होंगी।
बैंक ने बृहस्पतिवार को एक बयान में कहा, "एडीबी ने भारत सरकार को कोविड-19 महामारी के खिलाफ सुरक्षित और प्रभावी टीके खरीदने में मदद करने के लिए 1.5 अरब डॉलर के ऋण को मंजूरी दे दी।"
फिलीपीन के मनीला स्थित एडीबी की निगरानी में संचालित क्षेत्रीय ग्रीन रिकवरी प्लेटफॉर्म के तहत अब तक दो अरब डॉलर की राशि जुटाई जा चुकी है।
रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 20 करोड़ लोग या विकासशील एशिया की 5.2 प्रतिशत आबादी, 2017 तक अत्यधिक गरीबी में रहती थी। महामारी नहीं आती तो ये आंकड़ा 2020 तक 2.6 प्रतिशत संभव था
अपने नागरिकों को कोरोना की खुराक देने को मोहताज पाकिस्तान को फौरी राहत मिल गई है।
एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने मंगलवार को कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के कारण चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि के अनुमान को घटाकर 10 प्रतिशत कर दिया।
एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने बुधवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था 11 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी
एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने मंगलवार को पाकिस्तान को 30 करोड़ डॉलर कर्ज मंजूर किये जाने की घोषणा की। यह कर्ज देश के पश्चिमोत्तर भाग में 300 मेगावाट क्षमता की जलविद्युत परियोजना के वित्त पोषण के लिये दिया जा रहा है।
एडीबी ने कहा कि महामारी के कारण एशिया में विकासशील देशों की आर्थिक वृद्धि पर प्रतिकूल असर पड़ा है और 2020 में इसके 0.4 प्रतिशत घटने का अनुमान है।
रिपोर्ट में कहा गया कि भारत में आर्थिक भरपाई उम्मीद से बेहतर है और इस कारण दक्षिण एशिया में गिरावट के अनुमान को 6.8 प्रतिशत से संशोधित कर 6.1 प्रतिशत कर दिया गया है।
COVID-19 vaccines को सुरक्षित, दक्ष, समानता वाले तरीके से उपलब्ध कराना इस महामारी के खिलाफ लड़ाई में अगला मोर्चा है।
वैश्विक स्तर पर विकास की जरूरत और गरीबी के समाधान के दृष्टिकोण से एडीबी को कर्ज की मात्रा और आकार बढ़ानेे की हैैजरूरत।
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