अडानी विल्मर ने सोनीपत में 1300 करोड़ रुपये से बना फूड प्रोसेसिंग प्लांट शुरू कर दिया है। इस प्लांट में चावल, गेहूं का आटा, सूजी, रवा और मैदा सहित 4,50,000 टन खाद्य उत्पाद बनाए जाएंगे।
Adani Wilmar share : अडानी ग्रुप अडानी विल्मर में ओएफएस के माध्यम से 20 फीसदी तक हिस्सेदारी बेच रहा है। ओएफएस में 8.44 करोड़ शेयर या 6.50 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी अतिरिक्त रूप से बेचने का विकल्प शामिल होगा।
अडानी ने कंपनी से बाहर निकलने की घोषणा की है। विल्मर फॉर्च्यून ब्रांड का खाद्य तेल, गेहूं का आटा और अन्य खाद्य उत्पाद बनाती है। घोषणा के अनुसार, अडानी द्वारा विल्मर को 40.37 करोड़ शेयर (31.06 प्रतिशत हिस्सेदारी) अधिकतम 305 रुपये प्रति शेयर के मूल्य पर बेचे जाएंगे।
अदाणी ग्रुप FMCG ज्वाइंट वेंचर अदाणी विल्मर से पूरी तरह बाहर निकल रहा है। ग्रुप ने कहा है कि अदाणी विल्मर की 31.06 प्रतिशत हिस्सेदारी विल्मर इंटरनेशनल को बेची जाएगी। वहीं बाकी 13 प्रतिशत हिस्सेदारी खुले बाजार के जरिए बेची जाएगी।
कंपनी ने ये नहीं बताया कि वे किस भाव पर हिस्सेदारी बेच रही है। लेकिन एक अनुमान के अनुसार इस डील की वैल्यू 2 अरब डॉलर से ज्यादा होने का अनुमान है। स्टेटमेंट के अनुसार, ‘‘इस डील के साथ, अडाणी एंटरप्राइजेज अडाणी विल्मर से पूरी तरह बाहर निकल जाएगी।’’
हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धबल बुच ने बरमूडा तथा मॉरीशस में अस्पष्ट विदेशी कोषों में अघोषित निवेश किया था।
एफएमसीजी कंपनी अडानी विल्मर के फूड ब्रांड फॉर्च्यून ने नया कैपेंन लॉन्च किया है। इसमें घर से बने खाने को प्रमोट किया गया है। साथ ही फॉर्च्यून फूड्स की विस्तृत श्रृंखला को दिखाया गया है।
राजीव जैन ने अडाणी ग्रुप की 4 कंपनियों में 15446 करोड़ रुपये का निवेश किया था। राजीव ने अडाणी के 4 शेयरों-अडाणी एंटरप्राइजेज, अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन, अडाणी ग्रीन एनर्जी और अडाणी ट्रांसमिशन में निवेश किया था।
पूरे वित्त वर्ष 2022-23 में अडाणी विल्मर का शुद्ध लाभ 803.73 करोड़ रुपये से घटकर 582.12 करोड़ रुपये रह गया। हालांकि, वित्त वर्ष के दौरान कंपनी की आय बढ़कर 58,446.16 करोड़ रुपये हो गई।
अडाणी पावर का चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 96 प्रतिशत घटकर 8.77 करोड़ रुपये पर आ गया। खर्च बढ़ने की वजह से कंपनी का मुनाफा घटा है।
प्राइम डेटाबेस के आंकड़ों के अनुसार, इस साल जनवरी में सूचीबद्ध अदानी विल्मर ने लिस्टिंग के दिन 15.30 प्रतिशत का रिटर्न दिया।
खाद्य तेल कंपनी अडानी विल्मर लि. ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम के जरिये 4,500 करोड़ रुपये जुटाने के लिए बाजार नियामक सेबी के पास दस्तावेज जमा करा दिए हैं।
पतंजलि आयुर्वेद के प्रबंध निदेशक आचार्य बालकृष्ण ने मंगलवार को कहा कि कंपनी दिवालिया एवं ऋण शोधन कार्यवाही का सामना कर रही रुचि सोया के अधिग्रहण से पीछे नहीं हटेगी और सौदा हासिल करने के लिये कानूनी समेत सभी विकल्पों को टटोलेगी।
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