उज्ज्वला योजना (Ujjwala Yojana) के लाभार्थी एक सिलेंडर के लिए 603 रुपये का भुगतान करते हैं, जबकि आम कस्टमर दिल्ली में 903 रुपये देते हैं।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) इक्विटी डेरिवेटिव सेगमेंट में ट्रांजैक्शन के लिए फीस (Transaction fees) बढ़ाएगा। 1 नवंबर से शेयर मार्केट में ट्रांजैक्शन पर कुछ एक्स्ट्रा फीस चुकानी पड़ सकती है।
ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने 19 किलोग्राम वाले गैस सिलेंडर के दाम 101.50 रुपये बढ़ाए हैं। कमर्शियल गैस सिलेंडर की ये नई दरें आज यानी 1 नवंबर, 2023 से लागू हो चुकी हैं। हालांकि ये दाम केवल कमर्शियल सिलेंडर पर बढ़ें हैं और घरेलू सिलेंडर के दामों में कोई बढ़ोत्तरी नहीं हुई है।
सक्रिय घरेलू एलपीजी (LPG) उपभोक्ताओं की संख्या अप्रैल, 2014 में 14.52 करोड़ थी, जो मार्च, 2023 में बढ़कर 31.36 हो गई।
ईरान पहले ही मिडिल ईस्ट के देश ओमान तक इस नैचुरल गैस पाइपलाइन का निर्माण कर रहा है। ईरान इस पाइपलाइन को भारत में पोरबंदर तक बढ़ाने पर विचार कर रहा है।
प्रतिदिन लगभग 60 लाख घनमीटर गैस बिक्री के लिए ई-बोली 18 जनवरी को होनी थी लेकिन इसे बाद में आगे बढाकर 19 जनवरी और बाद में 24 जनवरी किया गया।
सरकार के अनुसार जनवरी 2021 से लेकर नवंबर 2022 तक अतंरराष्ट्रीय बाजार में गैस की कीमतें 327 फीसदी बढ़ीं, लेकिन भारत में केवल 84 फीसदी ही इजाफा हुआ। जिसके चलते कीमतें बढ़ाई जा रही हैं।
November Month Big Changes: 1 नवंबर से इन सरकारी योजनाओं के नियमों में बदलाव होने जा रहा है। कहीं KYC को किसी जगह पर ओटीपी अनिवार्य कर दिया जाएगा। आइए जानते हैं अगले महीने होने वाले 5 बड़े बदलाव के बारे में, जो आपके जीवन पर असर डालेंगे।
रिलायंस ने केजी-डी6 ब्लॉक में अबतक 19 गैस क्षेत्र की खोज की है। इनमें से सबसे बड़े डी-1 और डी-3 से उत्पादन 2009 में शुरू हुआ।
सरकार द्वारा दी गई यह ग्रांट तेल कंपनियों की उम्मीद से कम है। पेट्रोलियम मंत्रालय ने इससे पहले 30 हजार करोड़ रुपये सब्सिडी की मांग की थी।
Gas Price Hike: कई तिमाहियों तक घाटे में रहने के बाद Reliance का गैस खोज कारोबार Energy Price में Global level पर आए उछाल से लाभ में आना शुरू हुआ है।
ऑयल इंडिया के नियमित क्षेत्रों से उत्पादित गैस की कीमत मौजूदा के 2.90 डॉलर प्रति 10 लाख ब्रिटिश थर्मल यूनिट (यूनिट) से बढ़ाकर 6.10 डॉलर कर दी गयी है।
क्रूड की तरह ही गैस पर भी संकट के बाद मंडरा रहे हैं। पेट्रोल डीजल से इतर गैस भी आपकी जेब को खाक करने की तैयारी में है।
गैस उत्पादकों/आपूर्तिकर्ताओं को कई प्रकार के कर का सामना करना पड़ता है। प्राकर्तिक गैस पर कई राज्यों में बहुत अधिक वैट लगाया जाता है।
गैस आधारित प्लांट से उत्पन्न बिजली की दरों की बिक्री लगभग स्थिर दरों में होने की वजह से संयंत्रों की गैस दरों में भी स्थिरता की मांग
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार अब दिल्ली में 19 किलो का कमर्शियल सिलेंडर की कीमत बढ़कर 1736.5 रुपये का हो गई हैं।
मुंबई में एक सिलेंडर के लिए 834.5 की जगह 859.5 रुपए चुकाने होंगे।कोलकाता में रसोई गैस सिलेंडर का दाम अब 886 रुपए हो गया।
डीजीएच ने कहा, "यह दस्तावेज ईएंडपी (तेल और गैस की खोज तथा उत्पादन) ठेकेदारों का उत्पादन साझेदारी अनुबंध (पीएससी) जमा करने को लेकर मार्गदर्शन करने के लिए तैयार किया गया है।"
पाइपलान का आकार 56 इंच डायमीटर रखने पर सहमति बनी है जो देश में अगले 30-40 वर्षों के लिए एनर्जी जरूरत को पूरा करेगी।
जीएमआर समूह की कंपनियों का कहना है कि इस परियोजना से उन्हें पहले जितनी गैस आवंटित की गयी थी वह अब तक नहीं मिली है
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