मंत्री ने बताया कि बीएसएनएल को बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए 4जी स्पेक्ट्रम भी दिया जाएगा।
यूनियन ने कहा कि ध्यान दिया जाना चाहिए कि एमटीएनएल में वीआरएस दो बार पहले लागू किया जा चुका है। हालांकि, इसने एमटीएनएल की वित्तीय स्थिति में सुधार में कोई मदद नहीं की।
बीएसएनएल के पास इस समय 800 मेगाहर्ट्ज बैंड में 5 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम है। लेकिन पूरे भारत में 4जी सेवा का विस्तार करने के लिए इसे कम से कम 10 मेगाहर्ट्ज रेडियो स्पेक्ट्रम की आवश्यकता है।
टेलीकॉम कंपनी Aircel के पास कोर्ट द्वारा रिलायंस कम्यूनिकेशंस के साथ इसके विलय पर पाबंदी लगाए जाने के बाद सामने कोई रास्ता नहीं बचा है।
भारती एयरटेल, वोडाफोन और आइडिया ने हाल में संपन्न नीलामी में पर्याप्त स्पेक्ट्रम हासिल कर लिया है, जिससे वे रिलायंस जियो को टक्कर दे सकती हैं।
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