इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ELSS) में निवेशकों का रुझान तेजी से बढ़ा है। इसकी वजह यह है कि यह टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड स्कीम है। इसके बावजूद इसमें लॉक इन पीरियड सबसे कम यानी सिर्फ 3 साल है। वहीं, रिटर्न देने में यह बैंक एफडी, पीपीएफ समेत तमाम दूसरी टैक्स सेविंग स्कीम से कहीं आगे है। हम आपको कुछ ऐसे ही ईएलएसएस स्कीम के बारे में बता रहे हैं, जिसने निवेशकों को बीते 5 साल में 20% से अधिक सालाना रिटर्न दिया है।
इसको ऐसे समझें कि अगर किसी निवेशक ने बंपर रिटर्न देने वाले ईएलएसएस म्यूचुअल फंड स्कीम में पांच साल पहले ₹1 लाख का निवेश किया था और उसे पांच साल तक 20 प्रतिशत की दर से रिटर्न मिला तो उसका निवेश अब बढ़कर ₹2.49 लाख हो गया है। यानी दोगुने से भी अधिक। इन म्यूचुअल फंडों की लॉक-इन अवधि 3 साल है और ये आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत 1,50,000 रुपये तक टैक्स छूट के पात्र हैं।
ईएलएसएस फंड | 5 साल का औसत सालाना रिटर्न (%) | ₹1 लाख अब कितना |
क्वांट ईएलएसएस टैक्स सेवर फंड | 29.98 | ₹3.71 लाख |
बैंक ऑफ इंडिया ईएलएसएस टैक्स सेवर फंड | 24.26 | ₹2.96 लाख |
एसबीआई लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड | 20.57 | ₹2.55 लाख |
बंधन ईएलएसएस टैक्स सेवर फंड | 19.39 | ₹2.42 लाख |
क्वांट ईएलएसएस रिटर्न देने में सबसे आगे
क्वांट ईएलएसएस टैक्स सेवर फंड द्वारा 29.98 प्रतिशत का उच्चतम रिटर्न दिया। इसका मतलब है कि अगर किसी ने इस स्कीम में 1 लाख रुपये का निवेश किया होता तो वह बढ़कर 3.71 लाख रुपये हो जाता। इसी तरह, बैंक ऑफ इंडिया ईएलएसएस टैक्स सेवर फंड में ₹1 लाख का निवेश 24.26 प्रतिशत के वार्षिक रिटर्न के साथ ₹2.96 लाख हो जाता। एसबीआई लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड ने 20.57 प्रतिशत का वार्षिक रिटर्न दिया है, जिससे एक लाख रुपये का निवेश बढ़कर 2.55 लाख रुपये हो गया है।