1 अप्रैल शुरू होने के साथ टैक्स फाइलिंग की शुरुआत हो गई है। वित्त वर्ष 2023-24(असेसमेंट ईयर 2024-25) के लिए व्यक्तिगत टैक्सपेयर अपना रिटर्न आज से भरना शुरू कर देंगे। हालांकि, बदलते समय के साथ इनकम टैक्स फाइलिंग में साइबर फर्जीवाड़े का खतरा बढ़ गया है। साइबर फ्रॉज फर्जीवाड़ा करने के लिए फर्जी टैक्स नोटिस से लेकर 'अर्जेंट' फ़िशिंग ईमेल जैसी तरकीबों का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसलिए, टैक्स फाइल करते समय इन गलतियों से जरूर बचें।
1. फर्जी आईटी नोटिस और कॉल से सावधान:
साइबर फ्रॉड अक्सर स्वंय को आयकर (आईटी) विभाग का अधिकारी बताकर मैसेज और ईमेल के जरिए फर्जी नोटिस भेजते हैं। अगर आपको किसी ऐसे व्यक्ति से ईमेल मिलता है जो आईटी विभाग द्वारा अधिकृत होने का दावा करता है, या आपको आईटी वेबसाइट पर निर्देशित करता है, तो आपको उसका जवाब देने की जरूरत नहीं है। किसी भी अटैचमेंट को न खोलें क्योंकि उनमें मैलिशियस डेटा हो सकता है जो आपके कंप्यूटर को इन्फेक्ट कर सकता है। जल्दबाजी में कोई भी कदम उठाने से पहले उन नोटिसों की विश्वसनीयता सत्यापित करें।
2. सुरक्षित भुगतान तरीकों का इस्तेमाल करें
ऑनलाइन टैक्स भुगतान करते समय क्रेडिट या डेबिट कार्ड जैसी सुरक्षित भुगतान विधियों का विकल्प चुनें। कार्ड टोकनाइजेशन जैसी अतिरिक्त सुरक्षा सुविधाओं के साथ आते हैं जो थर्ड पार्टी के विक्रेताओं और मजबूत निवारण तंत्र के साथ व्यक्तिगत डेटा साझा करने से रोकते हैं।
3. अलर्ट इनेबल करें
किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचनाएं प्राप्त करने के लिए अपने कार्ड या भुगतान एप पर ट्रांजैक्शन अलर्ट सेट करें। नियमित रूप से अपने खाते के विवरण की समीक्षा करें और किसी भी अनधिकृत लेनदेन की रिपोर्ट करें।
4. डिमांड का सत्यापन करें
कोई भी लेनदेन करने से पहले, भुगतान की प्रामाणिकता सुनिश्चित करें, विशेषकर वैसी स्थिति में यदि ये अप्रत्याशित, अज्ञात स्रोतों से आए, बेमतलब की तात्कालिकता की अपील करते हों या कानूनी कार्रवाई की धमकी देते हों।
5. व्यक्तिगत जानकारी गोपनीय रखें
क्रेडिट कार्ड्स या बैंक खातों के लिए कार्ड की जानकारी, पिन या सीवीवी नंबर जैसी संवेदनशील जानकारी साझा करने से बचें। सुरक्षित ई-फाइलिंग सेवाओं का उपयोग करें, सार्वजनिक वाईफाई नेटवर्क से बचें और अतिरिक्त सुरक्षा के लिए टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन को सक्रिय करें।
6.अविश्वसनीय वेबसाइटों से व्यक्तिगत जानकारी को हटाएं
संदिग्ध डेटा ब्रोकर साइटों से अपनी जानकारी हटाकर अपनी गोपनीयता को सुरक्षित रखें। डेटा ब्रोकर सार्वजनिक रिकॉर्ड, लॉयल्टी प्रोग्राम और एप्स से जानकारी इकट्ठा करते हैं। ऐसी साइट्स पर अपना डेटा साझा करना गोपनीयता और वित्तीय जोखिमों को आमंत्रित करता है।