देश के म्यूचुअल फंड कारोबार में बड़ी हलचल मचनी शुरू हो गई है। हाल ही में मुकेश अंबानी जियो फाइनेंशियल सर्विसेज (Jio Financial Services) को लॉन्च करने के साथ ही दुनिया की सबसे बड़ी एसेट मैनेजमेंट कंपनी ब्लैकरॉक से भी हाथ मिलाया है। वहीं अब सेबी की मंजूरी के बाद दो बड़े खिलाड़ी भी इस रेस में उतर गए हैं। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने हेलियोस कैपिटल और जेरोधा को म्यूचुअल फंड कारोबार शुरू करने की मंजूरी दे दी है। हेलियोस कैपिटल के प्रमुख संस्थापक समीर अरोड़ा और जेरोधा के संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) नितिन कामत ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
जेरोधा ने विशाल जैन का सौंपी कमान
जेरोधा के संस्थापक नितिन कामत ने कहा कि संपत्ति प्रबंधन कंपनी (एएमसी) कारोबार के नए सीईओ विशाल जैन होंगे। जेरोधा और स्मालकेस ने अप्रैल में घोषणा की थी कि जेरोधा एएमसी कारोबार शुरू करने के लिए वे संयुक्त उपक्रम शुरू करेंगे। कामत ने सोशल मीडिया मंच एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, हमें अभी जेरोधाएएमसी के लिए अंतिम मंजूरी मिल गई है, जिसके लिए हम स्मालकेस के साथ साझेदारी कर रहे हैं। जेरोधा ने म्यूचुअल फंड कारोबार शुरू करने के लिए फरवरी, 2020 में आवेदन किया था।
हेलियोस को भी मिली मंजूरी
हेलियोस कैपिटल मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड ने फरवरी, 2021 में सेबी के पास म्यूचुअल फंड कारोबार का लाइसेंस लेने के लिए आवेदन किया था। हेलियोस कैपिटल के कोष प्रबंधक अरोड़ा ने माइक्रोब्लॉगिंग मंच एक्स पर लिखा, मैं यह घोषणा करते हुए बहुत खुश हूं कि सेबी ने हेलियोस म्यूचुअल फंड को मंजूरी दे दी है। हमें इस नए उपक्रम की सफलता के लिए आपके सहयोग की जरूरत है। अरोड़ा 20 साल पहले अलायंस कैपिटल छोड़ने के बाद एक बार फिर म्यूचुअल फंड उद्योग में वापसी कर रहे हैं। वह अलायंस कैपिटल के भारतीय म्यूचुअल फंड कारोबार के मुख्य निवेश अधिकारी थे। हेलियोस कैपिटल को म्यूचुअल फंड कारोबार के लिए सेबी से सितंबर, 2022 में सैद्धांतिक मंजूरी मिली थी।